When Srilankan Team attacked in Pakistan: पाकिस्तान में लंबे समय बाद क्रिकेट सीरीज की शुरुआत हुई है. 2022 के दिसंबर महीने में पाकिस्तानी सरजमीं पर न्यूजीलैंड की टीम ने टेस्ट और वनडे सीरीज खेली. उससे पहले 17 साल के अंतराल के बाद इंग्लैंड की टीम ने पाकिस्तान में जाकर टेस्ट सीरीज खेली और पाक टीम को उन्हीं के घर में जाकर हराया. ऑस्ट्रेलिया टीम ने भी पाक का दौरा किया और टेस्ट सीरीज खेला. हालांकि वर्ल्ड क्रिकेट में एक टीम अभी भी है जो पाकिस्तान के दौरे पर जाने की खबर सुनकर सहम जाते हैं. यह टीम है श्रीलंका की. ऐसे में आज हम आपको बताएंगे आखिर क्यों श्रीलंकाई टीम और उनके खिलाड़ी पाक जाने से डर जाते हैं.
श्रीलंकाई टीम पर चली थी ताबड़तोड़ गोलियां
साल 2009 श्रीलंकाई टीम पाकिस्तान दौर पर टेस्ट सीरीज खेलने पहुंची थी. लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में टेस्ट मैच का तीसरा दिन था. श्रीलंकाई टीम होटल से तैयार होकर बस से स्टेडियम रवाना हो रही थी. तभी उनके बस पर अचानक गोलियां की बरसात हो गई. जबतक श्रीलंकन प्लेयर को कुछ समझा आता तबतक बस के पास एक ग्रेनेड फटा. ग्रेनेड फटने के बाद सभी श्रीलंकन प्लेयर्स डर कर बस में नीचे झुक गए. मामला साफ हो चुका था कि पाकिस्तान में श्रीलंकाई टीम पर आंतकियों ने हमला किया था.
इसके बाद मेहमान टीम की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों और आंतकियों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई. दोनों ओर से ताबड़तोड़ गोलियां चल रही थी. इस घटना में 6 पाकिस्तानी पुलिसकर्मी शहीद हो गए. हालांकि इस हमले में श्रीलंकाई टीम के बस ड्राइवर ने हिम्मत दिखाई और बस को स्टेडियम में पहुंचाया. यहां से श्रीलंकन टीम को एयरलिफ्ट कर वापस अपने घर भेजा गया.
पाकिस्तान पर लगा बड़ा कलंक
इस हमले के बाद पाकिस्तान की पूरी दुनिया में थू-थू हुई. आलम यह था कि इस घटना के बाद पाकिस्तान से 2011 वनडे वर्ल्ड कप की मेजबानी छिन ली गई. दुनिया के सभी क्रिकेटिंग नेशन ने पाकिस्तान जाने से इंकार कर दिया. इस घटना के बाद 6 साल तक पाकिस्तान में एक भी इंटरनेशनल मुकाबला नहीं खेला गया. 2009 में हुए हमले के बाद साल 2015 जिम्बाब्वे पहली टीम बनी जिसने पाकिस्तान का दौरा किया. वहीं इस हमलने के 10 साल के बाद श्रीलंकाई टीम भी पाकिस्तान दौरे पर सीरीज खेलने पहुंची.
आपको बता दें कि हमले में अजंता मेंडिस, थिलन समरवीरा और थरंगा सहित 5 श्रीलंकाई खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ को चोट आई. वहीं बस के पीछे आ रही एक मिनीवैन में मैच रेफरी और अंपायर बैठे हुए थे और इस पर भी गोलियां चलाई गईं. इसके ड्राइवर की मौत हो गई, जबकि अंपायर एहसान रजा गोली लगने से घायल हो गए.