मोहाली : चेतेश्वर पुजारा ने आज कहा कि हालांकि इंग्लैंड ने कप्तान विराट कोहली के साथ उनकी साझेदारी के दौरान ‘नकारात्मक’ लाइन में गेंदबाजी की लेकिन भारतीय टीम ने शानदार जज्बा दिखाया और यहां तीसरे टेस्ट में पहली पारी में 75 से 100 रन की बढ़त हासिल करने की कोशिश करेगी.
पुजारा और कोहली ने 25.2 ओवर में 75 रन जोड़े लेकिन लंच के बाद के सत्र में इंग्लैंड ने काफी बाहर गेंदबाजी की जिससे दोनों जोडीदारों ने काफी गेंदों को छोड़ दिया. भारत ने स्टंप तक छह विकेट पर 271 रन बनाये, इंग्लैंड की पहली पारी 283 रन पर सिमट गयी थी. पुजारा ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि हम जूझे नहीं लेकिन इंग्लैंड ने जिस लाइन में गेंदबाजी की थी, वह थोड़ी नकारात्मक थी. लेकिन मुझे अब भी लगता है कि हमने जिस तरह से बल्लेबाजी की, उससे हमारा जज्बा दिखता है. हमें गेंदें आफ स्टंप के बाहर फेंकी जा रही थी और हमने भागीदारी भी बनायी जो टीम के लिये अहम थी. ‘
पुजारा ने आदिल राशिद की गेंद पर आउट होने से पहले 51 रन की संयमित पारी खेली. उन्होंने कहा, ‘‘हमारे लिये दूसरा सत्र अच्छा था. मैं यह नहीं कहूंगा कि उन्हें फायदा मिला क्योंकि मैंने पहले भी कहा कि उन्होंने थोड़ी नकारात्मक गेंदबाजी की. ‘ उन्होंने कहा कि इस सत्र में उनके रवैये में कुछ भी गलत नहीं था, जिसमें भारत ने आक्रामक के बजाय संयमित खेल दिखाया.
पुजारा ने कहा, ‘‘देखिये, हर किसी की रणनीति होती है. मुझे नहीं लगता कि हमने जिस तरह से बल्लेबाजी की, उसमें कुछ भी गलत था. हम अपनी रणनीति पर अडिग रहे. निश्चित रुप से अंतिम सत्र में हमने काफी विकेट गंवा दिये और हम ऐसा नहीं चाहते थे. ‘ उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन जैसा कि मैंने कहा कि हम इससे अच्छी तरह उबर गये. हम अच्छी तरह से गेंद छोड़ रहे थे, विशेषकर इस टेस्ट मैच में ही नहीं. बल्कि बीते समय में भी हमने आफ स्टंप के बाहर जाती काफी गेंदों को छोड़ा है क्योंकि बतौर बल्लेबाज हमारी एक स्पष्ट रणनीति है. ‘