विशाखापत्तनम : आशीष नेहरा की अगुआई में गेंदबाजों के अनुशासित प्रदर्शन की बदौलत सनराइजर्स हैदराबाद लेग स्पिनर एडम जंपा के आईपीएल इतिहास के दूसरे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पर पानी फेरते हुए इंडियन प्रीमियर लीग के कम स्कोर वाले मैच में यहां राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स को चार रन से हराकर लगातार चौथी जीत के साथ अंक तालिका के शीर्ष पर पहुंच गया.
सनराइजर्स के 138 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए पुणे की टीम नेहरा (29 रन पर तीन विकेट) की धारदार गेंदबाजी के सामने आठ विकेट पर 133 रन ही बना सकी. भुवनेश्वर कुमार ने किफायती गेंदबाजी करते हुए चार ओवर में 20 रन देकर एक विकेट हासिल किया. पुणे की ओर से जार्ज बैली ने सर्वाधिक 34 रन बनाए जबकि कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने 30 रन की पारी खेली.
इससे पहले जंपा (19 रन पर छह विकेट) के आईपीएल नौ और करियर के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के सामने हैदराबाद की टीम आठ विकेट पर 137 रन ही बना सकी. आफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने भी चार ओवर में 16 रन पर एक विकेट हासिल किया. आईपीएल इतिहास में जंपा से बेहतर प्रदर्शन सिर्फ आईपीएल से निलंबित टीम राजस्थान रायल्स के तेज गेंदबाज सोहेल तनवीर ने किया है जिन्होंने पहले सत्र में एक अन्य निलंबित टीम चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाफ 14 रन देकर छह विकेट चटकाए थे.
हैदराबाद की ओर से सलामी बल्लेबाज शिखर धवन ने सर्वाधिक 33 जबकि केन विलयमसन ने 32 रन बनाए. टीम के कुल छह बल्लेबाज दोहरे अंक तक पहुंचे लेकिन कोई बडी पारी नहीं खेल पाया. हैदराबाद की टीम 10 मैचों में सातवीं जीत से 14 अंक के साथ शीर्ष पर पहुंच गई है. पुणे की 11 मैचों में यह आठवीं हार है और टीम के सिर्फ छह अंक हैं.
लक्ष्य का पीछा करने उतरी पुणे की टीम ने पारी की तीसरी गेंद पर ही अजिंक्य रहाणे (00) का विकेट गंवा दिया जिन्होंने भुवनेश्वर की गेंद पर विकेटकीपर नमन ओझा को कैच दिया. बेली ने नेहरा पर चौके के साथ खाता खोला जबकि सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा 13: ने भी उन पर लगातार दो चौके मारे। ख्वाजा हालांकि नेहरा के इसी ओवर में तेजी से दो रन लेने की कोशिश में रन आउट हो गए.
भुवनेश्वर के अगले ओवर में बेली भी भाग्यशाली रहे जब गेंद उनके बल्ले का किनारा लेकर विकेटकीपर के दस्तानों में चली गई लेकिन अंपायर गेंद और बल्ले के संपर्क को देख नहीं पाए. पुणे की टीम पावर प्ले में दो विकेट पर 25 रन ही बना सकी.
कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने अश्विन को चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए भेजा और उन्होंने मुश्किल हालात में टिककर बल्लेबाजी की. बेली ने इस बीच युवराज सिंह पर छक्का और मोइजेस हेनरिक्स पर चौका मारा. पुणे के 50 रन 10वें ओवर में पूरे हुए.
बरिंदर सरन ने बेली को रन आउट करने का मौका गंवाया जिसके बाद अश्विन ने उन पर चौका जड़ा. अश्विन ने हेनरिक्स पर भी चौका मारा. हेनरिक्स ने बेली को नेहरा के हाथों कैच कराके अश्विन के साथ उनकी 49 रन की साझेदारी को तोड़ा. बेली ने 40 गेंद का सामना करते हुए तीन चौके और एक छक्का मारा.
ओझा ने इसके बाद सरन की गेंद पर अश्विन का शानदार कैच लपका जिन्होंने 25 गेंद में तीन चौकों की मदद से 29 रन बनाए. सौरभ तिवारी (09) ने नेहरा पर चौका जड़ा लेकिन अगली गेंद पर मिड विकेट पर धवन को आसान कैच दे बैठे.
पुणे को अंतिम पांच ओवर में जीत के लिए 52 रन की दरकार थी. कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने सरन पर लांग पर छक्का जडा और फिर मुस्तफिजुर पर एक रन के साथ 17वें ओवर में टीम के रनों का सैकड़ा पूरा किया. तिसारा परेरा ने भुवनेश्वर पर छक्का मारा जबकि धौनी ने इस तेज गेंदबाज पर चौका जड़ा. अंतिम दो ओवर में पुणे को 22 रन चाहिए थे. मुस्तफिजुर के 19वें ओवर में आठ रन बने. नेहरा को अंतिम ओवर में 14 रन का बचाव करना था. उनके इस ओवर में परेरा (17), धौनी और जंपा (00) पवेलियन लौटे और सिर्फ नौ रन बने.
सनराइजर्स के कप्तान डेविड वार्नर ने टास जीतकर बल्लेबाजी करने का फैसला किया लेकिन टीम की शुरुआत धीमी रही. वार्नर (11) ने आरपी सिंह के पारी के दूसरे ओवर में छक्का जडा लेकिन इस तेज गेंदबाज के अगले ओवर में विकेटकीपर महेंद्र सिंह धौनी को कैच दे बैठे. धवन और विलियमसन ने पावर प्ले में टीम का स्कोर एक विकेट पर 34 रन तक पहुंचाया. धवन ने छठे ओवर में आरपी सिंह पर चौका और छक्का मारा.
विलियमसन ने अश्विन पर चौका मारा जबकि धवन ने रजत भाटिया का स्वागत कवर्स के उपर से छक्के के साथ किया. अश्विन ने धवन को सौरभ तिवारी के हाथों कैच कराया. उन्होंने 27 गेंद की अपनी पारी में दो छक्के और दो चौके मारे.
युवराज सिंह (20 गेंद में 23 रन) ने धीमी शुरुआत के बाद भाटिया पर छक्का जड़ा और फिर अगले ओवर में तिसारा परेरा पर भी छक्का और चौका मारा. वह हालांकि जंपा पर भी छक्का जड़ने की कोशिश में उनका पहला शिकार बने और लांग आफ पर तिवारी को आसान कैच दे बैठे.
विलियमसन ने परेरा की गेंद पर एक रन के साथ 17वें ओवर में टीम के रनों का सैकडा पूरा किया. उन्होंने और मोइजेस हेनरिक्स (10) ने इस ओवर में चौके भी मारे. विलियमसन हालांकि जंपा के अगले ओवर में लांग आफ पर भाटिया को कैच दे बैठे. उन्होंने 37 गेंद की अपनी पारी में तीन चौके मारे. हेनरिक्स भी अगली गेंद पर विलियमसन का शाट दोहराने की कोशिश में भाटिया के हाथों ही लपके गए. दीपक हुड्डा (14) ने डिंडा और जंपा पर छक्के मारे लेकिन जंपा ने अंतिम ओवर में उनके अलावा ओझा (07) और भुवनेश्वर (01) को भी पवेलियन भेजा.