नयी दिल्ली: आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग के आरोप में गिरफ्तार क्रिकेटर एस श्रीसंत और आईपीएल में उनकी टीम के सदस्य अजित चंदीला और अंकित चव्हाण के वकीलों ने आज दावा किया कि ये खिलाड़ी निदरेष हैं और दिल्ली पुलिस उन्हें इस मामले में ‘‘फंसा रही’’ है.
श्रीसंत, चंदीला और चव्हाण को 11 अन्य के साथ पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेजे जाने के एक दिन बाद उनके वकीलों ने पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठाए और पुलिस पर आरोप लगाया कि उसने बिना किसी सबूत के उन्हें गिरफ्तार कर गैर-कानूनी काम किया है.श्रीसंत के वकील दीपक प्रकाश ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘श्रीसंत ने कभी किसी सट्टेबाज से बात नहीं की. न तो उसने कोई पैसा लिया और न ही इस मामले में शामिल किसी शख्स से उसका संपर्क है.’’
प्रकाश ने कहा, ‘‘उसने मुझे सारी बातें बतायी. उसने मुझे बताया कि वह इस मामले में कभी शामिल नहीं रहा है. वह पूरी तरह बेगुनाह है. किसी सट्टेबाज के साथ उसने फोन पर कोई बात नहीं की और न ही इस मामले में शामिल किसी शख्स से उसका संपर्क है.’’ श्रीसंत के वकील ने कहा कि उन्होंने अपने वकील से मुलाकात की है और वह ‘‘पूरी तरह ठीक और सहज है’’. वकील ने कहा कि श्रीसंत के गुनाह कबूलने का सवाल ही नहीं है क्योंकि उसने तो कोई गुनाह किया ही नहीं है. चंदीला और चव्हाण के वकील राजीव शंकर द्विवेदी ने भी इसी तरह की बातें कही और दावा किया कि उनके मुवक्किल पूरी तरह निर्दोष हैं. द्विवेदी ने कहा, ‘‘इस विवाद से उनका कोई लेना-देना नहीं है. पुलिस ने उन्हें फंसाने के लिए सभी गैर-कानूनी एवं गलत प्रक्रियाएं अपनायी हैं. पुलिस के पास उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं है. उन्हें फंसाया गया है.’’
गौरतलब है कि श्रीसंत, चंदीला और चव्हाण को कल तड़के दिल्ली पुलिस ने मुंबई से गिरफ्तार किया था. इन क्रिकेटरों को आईपीएल मैचों में स्पॉट फिक्सिंग के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.बीसीसीआई की ओर से निलंबित किए जा चुके इन क्रिकेटरों के खिलाफ आईपीसी की धारा 420 और 120-बी के तहत मामला दर्ज किया गया है.