धर्मशाला: किंग्स इलेवन पंजाब के पास आईपीएल प्ले आफ में पहुंचने का अब भी मौका है और अपनी इस धुंधली उम्मीद को बरकरार रखने के लिये उसे कल यहां दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ हर हाल में जीत दर्ज करनी होगी.
चेन्नई सुपरकिंग्स, मुंबई इंडियन्स और राजस्थान रायल्स ने प्ले आफ में अपनी जगह सुनिश्चित कर ली है लेकिन चौथे स्थान के लिये रायल चैलेंजर्स बेंगलूर, सनराइजर्स हैदराबाद, किंग्स इलेवन पंजाब और पिछले चैंपियन कोलकाता नाइटराइडर्स के बीच मुकाबला है.
किंग्स इलेवन नौ टीमों के मुकाबले में 14 मैच में 12 में जीत दर्ज करके छठे स्थान पर है. उसने आईपीएल में अपनी उम्मीदें बरकरार रखने के लिये बाकी बचे दोनों मैच जीतने के साथ आरसीबी और सनराइजर्स की हार की दुआ भी करनी होगी.
आरसीबी को अपने अंतिम मैच में अंकतालिका में शीर्ष पर चल रहे चेन्नई सुपरकिंग्स से भिड़ना है जबकि सनराइजर्स को राजस्थान रायल्स और नाइटराइडर्स का सामना करना है.
किंग्स इलेवन के लिये अच्छी बात यह है कि आरसीबी के खिलाफ सात विकेट की जीत दर्ज करके वह एचपीसीए स्टेडियम में कल होने वाले मैच से पहले आत्मविश्वास से ओतप्रोत है. वह अपने बाकी बचे दो मैचों में इसी तरह का प्रदर्शन करके प्लेआफ की अपनी उम्मीदों को जीवंत रखना चाहेगा.
किंग्स इलेवन के लिये अच्छी खबर यह है कि उसके कप्तान एडम गिलक्रिस्ट फार्म में लौट आये हैं. उन्होंने कल आरसीबी के खिलाफ 54 गेंदों पर नाबाद 85 रन बनाये थे। आरसीबी के 175 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए गिलक्रिस्ट को अजहर महमूद का भी अच्छा साथ मिला जिन्होंने 41 गेंदों पर 61 रन ठोके थे.
वह डेविड मिलर थे जिन्होंने आरसीबी के खिलाफ 38 गेंदों पर 101 रन बनाकर किंग्स इलेवन को जीत की राह पकड़ायी थी। यह दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी फिर से इस तरह के तेवर दिखाने के लिये बेताब है.
किंग्स इलेवन के लिये चिंता का विषय यह है कि एक दो खिलाड़ियों को छोड़कर उसके बाकी बल्लेबाज अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाये हैं. डेविड हसी, शान मार्श और मनदीप सिंह भी निरंतर अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम रहे हैं.
पंजाब का मजबूत पक्ष हालांकि उसकी गेंदबाजी है जिसमें प्रवीण कुमार, परविंदर अवाना, मनप्रीत गोनी, अजहर महमूद, लेग स्पिनर पीयूष चावला और बिपुल शर्मा शामिल हैं.
दूसरी तरफ डेयरडेविल्स पहले ही प्लेआफ की दौड़ से बाहर हो चुका है और वह केवल प्रतिष्ठा की खातिर खेलेगा। डेयरडेविल्स को 14 मैचों में से 11 में हार ङोलनी पड़ी है और वह अंक तालिका में आठवें स्थान पर है.
वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए वे बिना किसी दबाव के खेल सकते हैं. खराब फार्म में चल रहे उसके बल्लेबाजों और गेंदबाजों पर किसी तरह का दबाव नहीं है. अब वे स्वच्छंद होकर खेल सकते हैं.
दिल्ली का शीर्ष क्रम असफल रहा है. वीरेंद्र सहवाग और माहेला जयवर्धने अपनी ख्याति के अनुरुप प्रदर्शन नहीं कर पाये हैं। आस्ट्रेलिया के बायें हाथ के बल्लेबाज डेविड वार्नर ही ऐसे बल्लेबाज हैं जो अपेक्षाओं पर खरे उतरे हैं. युवा खिलाड़ी उन्मुक्त चंद और बेन रोहरर भी प्रभाव छोड़ने में नाकाम रहे हैं.
जहां तक डेयरडेविल्स की गेंदबाजी का सवाल है तो वे भी एक साथ आक्रमण नहीं कर पाये हैं किंग्स इलेवन की उम्मीदों पर पानी फेरने के लिये मोर्ने मोर्कल, इरफान पठान, उमेश यादव और शाहबाज नदीम को मिलकर अच्छा प्रदर्शन करना होगा.
किंग्स इलेवन
एडम गिलक्रिस्ट ( कप्तान ), अजहर महमूद, ल्यूक पोमेरबाश, डेविड हस्सी, डेविड मिलर, दमित्री मस्कारेंहास, मनप्रीत गोनी, नितिन सैनी, परविंदर अवाना, पाल वलथाटी, पीयूष चावला, प्रवीण कुमार, राजगोपाल सतीश, रियान हैरिस, भार्गव भट्ट, बिपुल शर्मा, गुरकीरत मान सिंह, हरमीत सिंह बंसल, मनन वोहरा , अनिकेत चौधरी, मनदीप सिंह, संदीप शर्मा, सिद्धार्थ चिटणिस, सनी सिंह.
दिल्ली डेयरडेविल्स
महेला जयवर्धने ( कप्तान ), अजित अगरकर, आंद्रे रसेल, अरिष्ट सिंघवी, आशीष नेहरा, सी एम गौतम , डेविड वार्नर, गुलाम बोदी, इरफान पठान, जीवन मेंडिस, जोहान बोथा, केदार जाधव, मनप्रीत जुनेजा, नमन ओझा, पवन नेगी, रोल्फ वान डेर मोर्वे, रोयस्टान डायस, सिद्धार्थ कौल, सुजीत नायक, शाहबाज नदीम, उमेश यादव, उन्मुक्त चंद, वेणुगोपाल राव, वीरेंद्र सहवाग, योगेश नागर.