-धोनी ने कहा, टास और ओस ने बिगाड़ा काम
विशाखापट्टनम : रवि रामपाल की धारदार गेंदबाजी के बाद आलराउंडर डेरेन सैमी की तूफानी पारी और तीन अन्य बल्लेबाजों के अर्धशतकीय प्रयास से वेस्टइंडीज ने दूसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच मेंरविवार कोयहां भारत को दो विकेट से हराकर तीन मैचों की श्रृंखला 1-1 से बराबर की.
पहले बल्लेबाजी का न्यौता पाने वाले भारत की पारी विराट कोहली और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के इर्द गिर्द घूमती रही. कोहली ने 100 गेंद पर नौ चौकों की मदद से 99 रन बनाये जबकि धोनी ने डेथ ओवरों में 40 गेंद पर नाबाद 51 रन ठोके जिसमें तीन चौके और चार छक्के शामिल हैं. इन दोनों की पारियों से भारत रामपाल से मिले झटकों के बावजूद सात विकेट पर 288 रन बनाने में सफल रहा. रामपाल ने 60 रन देकर चार विकेट लिये.
कीरेन पावेल (59) और डेरेन ब्रावो (50) ने तीसरे विकेट के लिये 99 गेंद पर 100 रन जोड़कर वेस्टइंडीज को शुरुआती झटकों से उबारा. लेंडल सिमन्स (62) और सैमी (नाबाद 63) ने छठे विकेट के लिये 75 गेंदों पर 82 रन जोड़े. सैमी ने 45 गेंद की अपनी पारी में चार चौके और इतने ही छक्के लगाये और वेस्टइंडीज को 49.3 ओवर में आठ विकेट पर 289 रन तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभायी.
वेस्टइंडीज की सचिन तेंदुलकर के इस विदाई दौरे में किसी भी तरह के प्रारुप में यह पहली जीत है. इन दोनों टीमों के बीच तीसरा और आखिरी मैच 27 नवंबर को कानपुर में खेला जाएगा.
चोटिल क्रिस गेल के बिना खेल रही वेस्टइंडीज की शुरुआत अच्छी नहीं रही. सलामी बल्लेबाज जोनाथन चार्ल्स (12) और उनका स्थान लेने के लिये आये मलरेन सैमुअल्स (8) छठे ओवर तक पवेलियन में विराजमान थे.
डेरेन और पावेल ने गीली गेंद से भी नियंत्रित गेंदबाजी करने वाले रविचंद्रन अश्विन (37 रन देकर दो विकेट) को संभलकर खेला जबकि दूसरे गेंदबाजों को निशाने पर रखा. पावेल ने भुवनेश्वर कुमार के एक ओवर में तीन चौके जड़कर उन्हें आक्रमण से हटवाया. डेरेन ब्रावो ने यही रवैया मोहित शर्मा के खिलाफ अपनाया जिससे धोनी को सुरेश रैना को गेंद सौंपनी पड़ी.
डेरेन का भाग्य ने भी साथ दिया और उन्हें चार गेंद के अंदर तीन बार जीवनदान मिला. जब वह 44 रन पर थे तब अश्विन की गेंद पर धोनी और रैना ने उनका कैच छोड़ा जबकि अगले ओवर में मोहम्मद शमी अपनी ही गेंद पर उनका कैच नहीं लपक पाये.
डेरेन ने शमी पर चौका जड़कर 14वां अर्धशतक पूरा किया लेकिन अश्विन ने अपने अगले ओवर में उन्हें विकेट के पीछे कैच करवा दिया. इस बार धोनी ने कोई गलती नहीं की. अश्विन ने इसके बाद पावेल को भी पवेलियन भेजकर भारत को वापसी दिलायी. डेरेन ने अपनी 54 गेंद की पारी में आठ चौके और पावेल ने 70 गेंद की पारी में सात चौके और एक छक्का लगाया.
कप्तान ड्वेन ब्रावो (18) कुछ खास नहीं कर पाये जबकि भारत की तरह वेस्टइंडीज ने भी पावरप्ले में केवल 15 रन बनाये. कैरेबियाई टीम को आखिरी दस ओवर में 86 रन चाहिए थे. युवराज सिंह के जीवनदान से क्रीज पर टिके सिमन्स ने रविंदर जडेजा पर छक्का जड़कर अपना 13वां अर्धशतक पूरा किया.
सैमी ने इस बीच भुवनेश्वर, मोहित और शमी तीनों भारतीय तेज गेंदबाजों पर छक्के लगाये. उन्होंने 40 गेंद पर अपना अर्धशतक पूरा किया. जडेजा ने सिमन्स को पगबाधा आउट करके इस कैलेंडर वर्ष में 50 विकेट पूरे किये. शमी ने जैसन होल्डर (7) और सुनील नारायण को भी पवेलियन भेज दिया. सैमी ने एक छोर पर टिके रहकर टीम को लक्ष्य तक पहुंचाया.
इससे पहले रोहित शर्मा और शिखर धवन की जोड़ी लगातार दूसरे मैच में भारत को अच्छी शुरुआत नहीं दिला पायी. बेहतरीन फार्म में चल रहे रोहित (12) ने पांचवें ओवर में ही रामपाल की आफ स्टंप से बाहर जाती गेंद पर स्लिप खड़े सैमी को कैच दिया. अंतरराष्ट्रीय मैचों में पिछली पांच पारियों के बाद यह पहला अवसर है जबकि रोहित 50 रन तक नहीं पहुंचे.
ड्वेन ब्रावो ने 12वें ओवर में वीरासामी पेरमल के रुप में स्पिन आक्रमण लगाया और बायें हाथ के इस स्पिनर ने अपने दूसरे ओवर में ही धवन (35) को पगबाधा आउट कर दिया.
कोहली ने एक छोर संभाले रखा लेकिन दूसरे छोर से नियिमत अंतराल में विकेट गिरते रहे. युवराज सिंह (28) को क्रीज पर पांव जमाने में समय लगा जिससे रन गति भी धीमी पड़ गयी. कोहली ने 28वें ओवर में सैमी पर दो चौके लगाये लेकिन युवराज को उनके खिलाफ इसी तरह का रवैया अपनाना महंगा पड़ा क्योंकि उनका पुल मिडविकेट पर आसान कैच में बदल गया.
बल्लेबाजी पावरप्ले में भारत ने कवेल 15 रन बनाये तथा रैना (23) और कोहली के विकेट गंवाये. रामपाल ने रैना को एक्स्ट्रा कवर पर कैच देने के लिये मजबूर किया जबकि कोहली ने उनके बाउंसर को पुल करके फाइन लेग पर कैच दिया. कोहली वनडे में 99 रन पर आउट होने वाले पांचवें भारतीय बल्लेबाज बन गये.
भारत ने आखिरी दस ओवरों में 79 रन जोड़े जिसमें धोनी का योगदान महत्वपूर्ण रहा. उन्होंने जैसन होल्डर पर छक्का जड़कर शुरुआत की और फिर ब्रावो और रामपाल को कड़ा सबक सिखाया. भारतीय कप्तान ने 49वें ओवर में रामपाल पर लगातार दो गगनदायी छक्के जड़कर अपना 50वां अर्धशतक पूरा किया. रविचंद्रन अश्विन ने भी अपने कप्तान की तर्ज पर होल्डर की गेंद छक्के के लिये भेजी. वह आखिरी ओवर में 19 रन बनाकर आउट हुए.
धोनी ने कहा, टास और ओस ने बिगाड़ा काम
विशाखापट्टनम: भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने आज यहां कहा कि पहले टास गंवाने और बाद में अत्याधिक ओस के कारण टीम को दूसरे एकदिवसीय मैच में आज यहां वेस्टइंडीज के हाथों हार का सामना करना पड़ा.
वेस्टइंडीज ने 50वें ओवर में लक्ष्य हासिल करके भारत को दो विकेट से हराया जो इस दौरे में उसकी किसी भी प्रारुप में पहली जीत है. धोनी ने हालांकि कहा कि ओस के कारण गेंदबाजों के लिये गेंद पर ग्रिप बनाना आसान नहीं था.
उन्होंने कहा, ‘‘बहुत अधिक ओस गिर रही थी और गेंदबाजों के लिये गेंद सही जगह पर पिच कराना तो दूर उनके लिये उस पर ग्रिप बनाना भी मुश्किल हो रहा था. फिर भी हम अपने गेंदबाजों के अच्छे प्रयास से मैच को आखिरी ओवर तक ले गये. ‘‘ धोनी ने कहा कि यदि ओस का प्रभाव नहीं पड़ता तो इस पिच पर 289 रन का लक्ष्य 400 के बराबर होता. उन्होंने कहा, ‘‘टास ने अहम भूमिका निभायी. जब हम गेंदबाजी के लिये आये तो काफी ओस पड़ रही थी और इससे स्थिति बिगड़ गयी. ‘‘ उन्होंने कहा, ‘‘इस पिच पर रन बनाना और स्ट्राइक रोटेट करना आसान नहीं था. जब वह खेल रहे थे तब भी हमने ऐसा देखा. यदि ओस नहीं होती तो 289 रन का लक्ष्य इस पिच पर 400 जैसा होता क्योंकि यहां काफी टर्न और उछाल मिल रही थी. ‘‘