नयी दिल्ली : क्रिकेट के दिग्गज सचिन तेंदुलकर और विख्यात वैज्ञानिक प्रोफेसर सीएनआर राव को भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ से सम्मानित करने का आज सरकार ने फैसला किया. सचिन ने आज ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया है.
देश के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से पहले से ही सम्मानित चालीस वर्षीय तेंदुलकर और नवासी वर्षीय राव अब तक भारत रत्न पा चुके 41 विशिष्ट लोगों की जमात में शामिल हो गए हैं. 1954 में गठित भारत का यह सर्वोच्च नागरिक सम्मान विशिष्ट सेवा की मान्यता के तौर पर दिया जाता है. सचिन ने आज ही 24 साल के अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट जीवन को अलविदा कहा है. क्रिकेट के अधिकतर रिकार्ड अपने नाम करने वाले सचिन ने 24 साल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने का भी रिकार्ड बनाया है.
इस महान क्रिकेटर के अपना अंतिम और 200 वां टेस्ट क्रिकेट मैच खेलने के कुछ ही देर बाद राष्ट्रपति भवन की ओर से उन्हें भारत रत्न देने की घोषणा हुई. सरकारी विज्ञप्ति में कहा गया कि खेल की दुनिया में तेंदुलकर भारत के सच्चे राजूदत हैं और क्रिकेट में उनकी उपलब्धियां का कोई सानी नहीं है. उनके द्वारा दर्शाई गई खेल भावना अनुकरणीय है.
इसमें कहा गया, ‘‘उन्हें मिले कई सम्मान एक खिलाड़ी के रुप में उनकी असाधारण प्रतिभा के गवाह हैं.’’ इसमें कहा गया कि तेंदुलकर ने 16 साल की आयु से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलना शुरु किया और उसके बाद 24 साल तक पूरी दुनिया में मैच खेले और देश का नाम रौशन किया.
प्रधानमंत्री ने तेंदुलकर को फोन पर शुभकामना दी
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने आज अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने वाले सचिन तेंदुलकर को भविष्य के लिये शुभकामनायें दी.प्रधानमंत्री ने खुद तेंदुलकर को फोन करके भविष्य के लिये शुभकामना दी. इससे पहले तेंदुलकर का फोन इतना व्यस्त आ रहा था कि उन्हें पता ही नहीं चला कि प्रधानमंत्री उनसे बात करने की कोशिश कर रहे हैं.
इसके बाद प्रधानमंत्री ने बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला से संपर्क किया जो कांग्रेस के सांसद भी हैं. शुक्ला ने तेंदुलकर से कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री का फोन आने वाला है. शुक्ला ने कहा ,‘‘ प्रधानमंत्री उनसे उनके क्रिकेट से संन्यास के बारे में बात करना चाहते थे और उन्हें भविष्य के लिये शुभकामना भी देना चाहते थे.’’