मुंबई : क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर आज क्रिकेट के मैदान पर अंतिम बार दिखे, भारत की शानदार जीत उन्हें तोहफे में मिली. आज जब वे मैदान से पेवेलियन के लिए गये तो उनकी आंखों में आंसू थे, लेकिन पूरी टीम ने उन्हें सम्मान दिया.
पूरा देश उन्हें सैल्यूट दे रहा है. ऐसे मौके पर भी उनकी पत्नी अंजलि तेंदुलकर कहती हैं कि सचिन के बारे में क्रिकेट के बिना कुछ सोचना बहुत ही कठिन हैं. सचिन सबसे पहले देश के हैं, फिर क्रिकेट के, मुंबई के और तब हमारे. संन्यास के बारे में उन्होंने बताया कि बस ऐसे ही एक दिन सचिन ने मुझसे कहा कि शायद अब वह वक्त आ गया है. मैंने उनसे कहा कि तो यह अच्छी बात है, इसका बोझ उनके मन पर नहीं होना चाहिए. उसके बाद हमने इस बारे में परिवार से बात की और फिर बस यही तय करना रह गया था कि कब और कहां. तभी वेस्ट इंडीज के भारतीय दौरे का ऐलान हुआ और हमने वक्त तय कर लिया.
हमें उस सचिन की आदत है जो क्रिकेट खेलता है और अक्सर बाहर रहता है. उनका घर पर रहना हमारे लिए भी अलग होगा. हमें उनके करीब होने की आदत डालनी होगी. उनके लिए भी यह अलग होगा. वह जब भी घर पर होते हैं, कमियां खोजते रहते हैं जैसे वहां लीक हो रहा है, यहां पेंट उतर रहा है. अब वह हर वक्त घर पर रहेंगे, तो कैसा होगा, पता नहीं.
अंजलि बताती हैं कि सचिन हमेशा से अपने जज्बात को छिपाकर रखते हैं. वह अपनी भावनाओं को जाहिर नहीं होने देते. कभी किसी खास मैच को लेकर उन पर प्रेशर रहा या उन्हें किसी आलोचना पर कैसा लगा, वह कभी नहीं बताते. लेकिन मुझे लगता है कि उन्होंने अपनी रिटायरमेंट की बात को बहुत अच्छे से संभाला है.