रांची : मोहाली वनडे में भारत की हार का मुख्य कारण बनने वाले इशांत शर्मा ने सोमवार को गेंदबाजी कोच जो डावेस की देखरेख में जेएससीए स्टेडियम में जमकर अभ्यास किया. अंतिम एकादश में इशांत के रिप्लेसमेंट के तौर पर देखे जाने बाएं हाथ के तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट भी इस दौरान मौजूद थे.
डावेस ने दोनों गेंदबाजों के साथ दोपहर दो बजे जेएससीए स्टेडियम पहुंचे. इसके बाद इन गेंदबाजों ने बिना बल्लेबाज के स्टंप्स लगाकर करीब ढाई घंटे तक गेंदबाजी का अभ्यास किया. इन दोनों गेंदबाजों के अलावा अन्य कोई भी भारतीय खिलाड़ी इस वैकल्पिक प्रैक्टिस सत्र के लिए स्टेडियम नहीं पहुंचा.
विराट कोहली, शिखर धवन समेत अन्य धुरंधरों ने होटल में ही आराम करने को तरजीह दी. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सीरीज का चौथा मुकाबला बुधवार को दोपहर 1.30 बजे से खेला जाएगा.
* फुल लेंथ गेंदों पर दिया विशेष जोर
मोहाली में इशांत की शॉर्ट ऑफ लेंथ गेंदों का ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी जेम्स फॉकनर ने जमकर फायदा उठाया था. इसी को ध्यान में रखते हुए डावेस ने इशांत से फुल लेंथ गेंद फेंकने पर जोर देने को कहा. इस दौरान इशांत अच्छी लय में नजर आये और उन्होंने कुछ स्लोअर गेंदें भी फेंकी.
वहीं सीरीज में पहले मौके का इंतजार कर रहे उनादकट ने भी फुल लेंथ गेंद पर विशेष ध्यान दिया. डावेस बार–बार उनादकट से दायें हाथ के बल्लेबाज के लिए अंदर आने वाली गेंदों पर फोकस करने को कह रहे थे.
* अब तो कुछ करो इशांत
अब तो कुछ करो इशांत, अब सुधर भी जाओ. आखिर टीम इंडिया आपको कब तक ढोयेगी. अब तो आपको राष्ट्रीय चयनकर्ताओं ने भी लाइफलाइन दे दिया है. इस बार तो कप्तान एमएस धौनी ने आपको बचा लिया. लेकिन आखिर कब तक? आखिर कब तक धौनी भी आपकी गलतियों पर परदा डालते रहेंगे. मैदान पर प्रदर्शन तो आपको ही करना है. लेकिन आपने मानों न सुधरने की कसम खा रखी है. बार–बार एक ही तरह की गलतियां कर रहे हैं.
कहीं ऐसा न हो कि कप्तान धौनी भी आपसे मुंह फेर लें. आपको जो लाइफलाइन मिली है, उसका सदुपयोग करिये. इन दिनों आप पर जो खलनायिकी का ठप्पा लग रहा है, उसे अपने शानदार प्रदर्शन से मिटाइये. वरना टीम इंडिया से बेइज्जत कर निकाल बाहर किये जायेंगे. आखिर आपके लचर प्रदर्शन की सजा टीम क्यों भुगते.
वैसे, आपको अपने प्रदर्शन पर थोड़ा तो मलाल होना चाहिए. आपके कारण मोहली (आठ ओवर, 63 रन, एक विकेट) में टीम इंडिया को हार का मुंह देखना पड़ा. मोहाली ही क्यों, आपका प्रदर्शन पुणो (सात ओवर, 56 रन, एक विकेट) और जयपुर (नौ ओवर, एक मेडन, 70 रन) में भी कौन सा बढ़िया था. भगवान न करे, लेकिन आगे भी आपका यही प्रदर्शन जारी रहा, तो कहीं यह आपके करियर की आखिरी सीरीज साबित न हो. वैसे भी नये और युवा गेंदबाज टीम इंडिया में आने के लिए दस्तक दे रहे हैं. अब जरा–सी असावधानी, आपके लिए जिंदगी भर की परेशानी बन सकती है. इसलिए अब भी मौका है, सुधर जाइये, वरना बेइज्जती कराने के लिए तैयार हो जाइये.
– इशांत का रिकॉर्ड
* वनडे क्रिकेट 68 मैच, 96 विकेट
* टेस्ट क्रिकेट 51 मैच, 144 विकेट
ऑस्ट्रेलियाई टीम के ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल ने कहा कि महेंद्र सिंह धौनी रांची के स्टार हैं और वह इस समय भारतीय टीम के सबसे अहम खिलाड़ी हैं. उन्होंने संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा कि इस बार उनकी टीम घौनी के खिलाफ विशेष रणनीति के तहत मैदान में उतरेगी. मैक्सवेल ने कहा कि उनकी टीम पूरी कोशिश करेगी कि धौनी का बल्ला उनके घरेलू मैदान पर खामोश ही रहे. उन्होंने बताया कि उनकी टीम से सभी खिलाड़ी पूरी तरह फिट हैं और सीरीज में 3-1 की बढ़त हासिल करने के लिए बेताब हैं. मैक्सवेल ने कहा, अगर हमारी टीम यहां जीत जाती है तो फिर भारत के लिए वापसी करना बेहत मुश्किल हो जायेगा.
* कंगारुओं ने बहाया पसीना
सीरीज में 2-1 की बढ़त हासिल कर उत्साहित ऑस्ट्रेलियाई टीम सुबह 10 बजे ही स्टेडियम पहुंच गयी. ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने पहले स्ट्रेचिंग की फिर गेंदबाजी, बल्लेबाजी और कैचिंग का अभ्यास किया. कंगारू बल्लेबाज अभ्यास सत्र के दौरान बड़े शॉट खेलने पर अधिक जोर दे रहे थे. चौथे वनडे के लिए ऑस्ट्रेलियाई टीम में बदलाव की संभावना काफी कम है.
* सेंटर पर लगी प्रशंसकों की भीड़ : धवन के सेंटर पर पहुंचने की जानकारी आधे घंटे तक लोगों को नहीं हुई, लेकिन बाद में सब जान गये कि यह भारतीय टीम के शिखर धवन हैं. धीरे–धीरे लोग डायग्नोस्टिक सेंटर के नीचे एकत्र होने लगे. प्रशंसक ऑटोग्राफ लेने के लिए उत्सुक दिखे, लेकिन उन्हें निराशा हाथ लगी.