नयी दिल्ली : आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग पर सुनवाई टल गयी है अब अदालत इस पूरे मामले पर 25 जुलाई को आरोप तय करेगी. इस फैसले से कई खिलाड़ियों की किस्मत का फैसला होना है.इस मामले में निलंबित क्रिकेटर एस श्रीसंत, अजित चंदीला और अंकित चव्हाण के अलावा अन्य लोग आरोपी हैं जिनमें अंडरवल्र्ड डान दाउद इब्राहिम और उसका सहयोगी छोटा शकील भी शामिल है. अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश नीना बंसल कृष्णा ने 23 मई को इस मामले में आरोप तय करने को लेकर 29 जून यानी आज का दिन आरक्षित किया था और आरोपियों की ओर से पेश हो रहे वकीलों को छह जून तक लिखित में अपना पक्ष रखने को कहा था. दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने अपने आरोप पत्र में 42 लोगों को आरोपी बनाया था जिसमें से छह भगोडे हैं.
इस मामले में पुलिस की जांच पर हालांकि अदालत ने सवाल उठाते हुए ‘मैच फिक्सिंग’ पर कहा था कि प्रथम दृष्टया कोई साक्ष्य नहीं दर्शाता कि आरोपियों ने मैच फिक्स किए. इस मामले में आरोप तय करने को लेकर हुई जिरह के दौरान पुलिस ने आरोपियों के मैच फिक्सिंग और सट्टेबाजी में शामिल होने के अपने दावे को पुख्ता करने के लिए आरोपियों के बीच टेलीफोन पर बातचीत का संदर्भ दिया था.
इसके साथ ही आरोप लगाया गया था कि टेलीफोन पर हुए कॉल रिकार्ड आरोपियों के बीच संबंध की ओर इशारा करते हैं. इस बीच आरोपियों का प्रतिनिधित्व कर रहे वकीलों ने पुलिस के दावे पर कहा था कि जांच में प्रथम दृष्टया उनके मुवक्किलों के द्वारा कोई अपराध साबित नहीं होता. बचाव पक्ष के वकील ने साथ ही कहा कि प्रथम दृष्टया ऐसा कोई सबूत नजर नहीं आता जिनके आधार पर इस मामले में आरोप तय किए जाएं. अदालत ने इससे पहले दाऊद और छोटा शकील को घोषित अपराधी बताया था क्योंकि वे इस मामले में गिरफ्तारी से बच रहे हैं. पुलिस ने अदालत से कहा कि मुंबई में दाऊद और शकील की संपत्तियों को पहले ही 1993 के मुंबई श्रृंखलावार धमाकों के संबंध में कुर्क किया जा चुका है और ये दोनों 1993 के बाद भारत नहीं आए.