मीरपुर : भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने कहा कि टीम आलोचनाओं के घिरे कप्तान महेंद्र सिंह धौनी के साथ है तथा बांग्लादेश के हाथों पहली वनडे श्रृंखला गंवाने के बावजूद ड्रेसिंग रुम के माहौल में कोई बदलाव नहीं आया है. भारत तीन मैचों की वर्तमान श्रृंखला के पहले दो मैच हार गया जिससे बांग्लादेश ने 2-0 की अजेय बढ़त हासिल कर ली. इसके बाद कप्तान धौनी को आलोचना का सामना करना पडा.
अश्विन ने श्रृंखला के तीसरे और अन्तिम मैच की पूर्व संध्या पर संवाददाता सम्मेलन में कहा, यदि आप इस समय अपने कप्तान का साथ नहीं दोगे तो फिर कब दोगे. इसलिए जहां तक मेरा मानना है तो यह सेना जैसा है. यदि आप अपने सेनापति के पीछे खडे नहीं होते तो निश्चित रुप से आपको मार दिया जाएगा. यदि मेरा कप्तान मुझसे कहेगा कि मैदान पर जान देनी है तो मैं ऐसा करुंगा.
उन्होंने कहा, यह केवल अभी का मामला नहीं है. आपका कप्तान कोई भी हो आपको उसका साथ देना होता है. यदि वह आपसे मैदान पर जान देने के लिये कहता है तो आपको उसके लिये तैयार रहना चाहिए. धौनी को भारतीय क्रिकेट का लीजेंड करार देते हुए अश्विन ने कहा, वह एक स्टार क्रिकेटर है. उन्होंने देश के लिये बहुत कुछ किया है. उन्होंने जो कुछ किया है हम वास्तव में उसे नहीं भुला सकते.
उन्होंने कहा, हां परिणाम अच्छे नहीं रहे और कई तरह से आंकडेबाजी की जा रही है. आंकडों के सहारे आप जो साबित करना चाहते हो करिये. आपको उस व्यक्ति को श्रेय देना होगा क्योंकि उन्होंने कई अच्छी चीजें की है. अश्विन ने कहा, आप पूरी टीम के प्रदर्शन के लिये उन्हें दोष नहीं दे सकते. यह सही नहीं है.
मैं कहूंगा कि हम एक टीम, एक इकाई के रुप में नाकाम रहे. हमें एक टीम के रुप में आगे बढ़ना होगा. सत्र का अंत हार से करना भी बुरा नहीं होता. इसके बाद आप वह हर काम कर सकते हो जो आपके लिये जरुरी है. अश्विन ने हालांकि स्वीकार किया कि भारत ने अच्छी क्रिकेट नहीं खेली लेकिन ड्रेसिंग रुम का माहौल पहले जैसा ही है.
उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि हमें सचाई स्वीकार करने में ईमानदार होना चाहिए कि हमने अपनी जानदार क्रिकेट का प्रदर्शन नहीं किया. लेकिन ड्रेसिंग रुम का माहौल पहले की तरह अच्छा है. हमें यह सचाई स्वीकार कर ली है हमने कम मैच गंवाये है लेकिन अधिक मैचों में जीत दर्ज की है. इससे हमारा मनोबल बना रहता है. अश्विन ने कहा, लेकिन इस मैच : तीसरे वनडे : में हम स्वच्छंद होकर खेलेंगे और पूरी तरह से सकारात्मक होकर खेलेंगे.
अश्विन से पूछा गया कि क्या दूसरे मैच में हार के बाद भारतीय टीम ने बैठक की थी, उन्होंने कहा, जरुर पडने पर बैठक होती है. हम विशेष प्रारुप में खेल रहे हैं और हमने मैच से पहले बैठक की. ऐसा आगे भी होगा. हमने कोई आपात बैठक नहीं की थी. उन्होंने कहा कि वह पूरी टीम की असफलता के लिये केवल एक विभाग बल्लेबाजी या गेंदबाजी को दोष नहीं दे सकते.
अश्विन ने कहा, यह टीम है और 11 खिलाड़ी साथ में खेलते हैं. मैं बल्लेबाजी या गेंदबाजी को अलग करके यह नहीं कह सकता कि यह नहीं चला, वह नहीं चला. यह टीम के टूटने की शुरुआत होती है और जहां तक मेरा सवाल है तो ऐसा नहीं होगा. यदि आप अच्छी बल्लेबाजी करते तो गेंदबाजों के पास मैच जितवाने का अच्छा मौका होता है और यदि आप अच्छी गेंदबाजी करते हो तो बल्लेबाजों के पास मैच जितवाने का मौका रहता है.
उन्होंने कहा, यह कहना बहुत आसान है कि इस विभाग ने अच्छा काम नहीं किया. गेंदबाजों को केवल दस विकेट लेने होते हैं लेकिन रन देने और मीडिया जो कहता है उसका खामियाजा भुगतने के लिये दस ओवर होते हैं. गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों समान रुप से मुश्किल है. गेंदबाज के पास बल्लेबाज की तरह नंबर नहीं होते. आप अमूमन दो या तीन विकेट ले सकते हो. भूमिकाएं बहुत महत्वपूर्ण होती हैं.
अश्विन ने कहा, कोई दस ओवर में 25 रन देकर कोई विकेट नहीं लेता लेकिन यह मैच का पासा पलटने वाला स्पैल हो सकता है. लेकिन मीडिया इस बारे में बात नहीं करेगा. गेंदबाज जब अपनी अच्छी भूमिका निभाते हैं तभी हम 75 प्रतिशत मैचों में जीत दर्ज करते हैं. इसे स्वीकार करना महत्वपूर्ण है.