फतुल्लाह : बांग्लादेश के खिलाफ कल से शुरु होने वाला टेस्ट विराट कोहली का बतौर पूर्णकालिक कप्तान पहला टेस्ट होगा और उन्होंने कहा कि वह भारतीय क्रिकेट के लिये अपना नजरिया लेकर तैयार हैं. उन्होंने मैच से पूर्व प्रेस कांफ्रेंस में कहा , यह खास है. मैने कभी सोचा नहीं था कि 26 बरस की उम्र में भारतीय टेस्ट टीम का कप्तान बनूंगा.
मेरा एकमात्र सपना भारत के लिये टेस्ट क्रिकेट खेलना था. समय के साथ मैं मानसिक तौर पर परिपक्व होता गया. बीसीसीआई और मेरे साथियों ने सोचा कि मैं कप्तानी के लायक हूं. मैं उनका शुक्रगुजार हूं. उन्होंने कहा , मैने अपने नजरिये पर टीम से बात की. हम सभी एक समान सोचते हैं. पूर्णकालिक टेस्ट कप्तान के तौर पर शुरुआत को लेकर मैं उत्साहित हूं और उम्मीद है कि यह सकारात्मक शुरुआत होगी.
मैच के लिये अंतिम एकादश के बारे में उन्होंने कहा कि वह पांच गेंदबाजों और छह बल्लेबाजों को लेकर उतरेंगे. उन्होंने कहा , मैं टीम को 20 विकेट लेने का मौका देना चाहता हूं. मैं छह बल्लेबाज और पांच गेंदबाजों को लेकर उतरुंगा. टीम को 500 रन तक दो या तीन बल्लेबाज भी बड़ी पारियां खेलकर पहुंचा सकते हैं. भारतीय टीम ने कल ढाका पहुंचने के कुछ घंटे बाद ही शेरे बांग्ला स्टेडियम पर अभ्यास शुरु कर दिया.
यह पूछने पर कि क्या टीम को अभ्यास के लिये पर्याप्त समय मिल रहा है, कोहली ने कहा , हमें सिर्फ एक टेस्ट खेलना है लिहाजा हम अतिरिक्त मेहनत कर सकते हैं. यदि तीन या चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला होती तो हमें उर्जा बचाकर रखनी होती.
उन्होंने कहा , हम टेस्ट के अनुकूल ढलने के लिये ज्यादा मेहनत कर रहे हैं. अभ्यास में ही टीम लय हासिल करती है ताकि मैच में पहली ही गेंद से अच्छा प्रदर्शन कर सके. आज हम हल्का अभ्यास करेंगे. कोहली ने कहा कि टीम को पिच के बारे में ज्यादा सोचने की जरुरत नहीं है. उन्होंने कहा , बांग्लादेश में विकेट एक सी होती है. अधिकांश खिलाड़ी पिछले साल यहां खेल चुके हैं. हमें पता है कि विकेट कैसी होगी. इस पर बार बार अभ्यास की जरुरत नहीं है.