जानिए, आखिर क्यों शाहिद अफरीदी ने खुद को कहा, टीम पर बोझ
कराची : कभी पाकिस्तानी क्रिकेट की जीवनरेखा रखे आक्रामक ऑलराउंडर शाहिद अफरीदी ने कहा है कि जिस दिन उन्हें यह लगेगा कि वे टीम पर बोझ हैं, उस दिन वे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लेंगे. पैंतीस साल के अफरीदी ने विश्व कप के बाद वनडे क्रिकेट से संन्यास ले लिया था जबकि उन्होंने 2010 […]
कराची : कभी पाकिस्तानी क्रिकेट की जीवनरेखा रखे आक्रामक ऑलराउंडर शाहिद अफरीदी ने कहा है कि जिस दिन उन्हें यह लगेगा कि वे टीम पर बोझ हैं, उस दिन वे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लेंगे. पैंतीस साल के अफरीदी ने विश्व कप के बाद वनडे क्रिकेट से संन्यास ले लिया था जबकि उन्होंने 2010 में टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहा. उन्होंने हाल में कहा था कि वह टी20 क्रिकेट खेलना जारी रखेंगे और भारत में अगले साल होने वाली विश्व टी20 चैंपियनशिप के लिए मजबूत टीम तैयार करने पर ध्यान लगायेंगे.
अफरीदी ने कहा, तथ्य यह है कि सीनियर खिलाड़ी टीम को निराश कर रहे हैं. मौजूदा खराब फार्म के साथ हम जीतने की अधिक उम्मीद नहीं कर सकते. मैं आगे बढ़कर अगुवाई करना चाहता हूं अगर मुझे लगेगा कि मैं बोझ बना गया हूं तो मैं भारत में अगले साल होने वाले आईसीसी ट्वेंटी20 क्रिकेट विश्व कप से काफी पहले इस प्रारूप में खेलना छोड़ दूंगा.
उन्होंने कहा, पाकिस्तान क्रिकेट मुश्किल दौर से गुजर रहा है. अगर सीनियर योगदान नहीं देंगे तो समस्या केवल बढ़ेगी ही. हमें युवाओं के साथ प्रयोग करना होगा और विश्व टी20 से पहले क्षमतावान संयोजन तैयार करना होगा लेकिन इसके लिए हमें स्थापित खिलाड़ियों के सहयोग की जरूरत है.
