मोहाली : कप्तान डेविड वार्नर की अर्धशतकीय पारी और ट्रेंट बोल्ट की घातक गेंदबाजी से सनराइजर्स हैदराबाद ने आज यहां किंग्स इलेवन पंजाब को उसके घरेलू मैदान पर 20 रन से हराकर आईपीएल आठ में अपनी तीसरी जीत दर्ज की.
वार्नर ने 41 गेंदों पर दस चौकों और एक छक्के की मदद से 58 रन बनाये जिससे सनराइजर्स है छह विकेट पर 150 रन बना पाया. वार्नर के अलावा मोएजेस हेनरिक्स (30), नमन ओझा (28) और आशीष रेड्डी (आठ गेंद पर 22 रन) ही दोहरे अंक में पहुंचे. किंग्स इलेवन की तरफ से अक्षर पटेल और मिशेल जानसन ने दो . दो विकेट लिये.
वीरेंद्र सहवाग और ग्लेन मैक्सवेल के बिना खेल रहे किंग्स इलेवन का शीर्ष क्रम बुरी तरह लडखडा गया. उसके चोटी के बल्लेबाजों में से कप्तान जार्ज बेली ने सर्वाधिक 22 रन बनाये. रिद्धिमान साहा (42) ने दो जीवनदान के सहारे मैच को रोमांचक बनाने की कोशिश की लेकिन आखिर में किंग्स इलेवन नौ विकेट पर 130 रन ही बना पाया.
बोल्ट ने फिर से सनराइजर्स के आक्रमण की अच्छी तरह से अगुवाई की. उन्होंने चार ओवर में 19 रन देकर तीन विकेट लिये. भुवनेश्वर कुमार ने 23 रन देकर दो विकेट लिये और बोल्ट का अच्छा साथ दिया. सनराइजर्स ने कुछ कैच टपकाये लेकिन उसके कप्तान वार्नर का क्षेत्ररक्षण शानदार रहा.
सनराइजर्स की यह सात मैच में तीसरी जीत है जिससे वह छह अंक लेकर पांचवें स्थान पर पहुंच गया है. किंग्स इलेवन की यह सातवें मैच में पांचवीं हार है. वह अब भी चार अंक के साथ अंकतालिका में सबसे निचली पायदान पर है. उसके लिये अब आगे के मैच करो या मरो जैसे बन गये हैं.
किंग्स इलेवन ने खराब फार्म में चल रहे सहवाग को बाहर करके उनके स्थान पर मनन वोहरा (पांच) को लिया था लेकिन बोल्ट के आगे इस युवा बल्लेबाज की कुछ नहीं चली जिनकी स्विंग लेती गेंद बल्ले का किनारा लेकर विकेटों में समायी. शान मार्श : एक : लगातार दूसरे मैच में नाकाम रहे. भुवनेश्वर की गेंद ने पहले उनके बल्ले को चूमा और फिर लेग स्टंप उखाड दिया.
फिर से किंग्स इलेवन शुरु में दबाव में आ गया. प्रवीण कुमार के एक ओवर में तीन चौके जडने वाले बेली भी हेनरिक्स की गेंद पर सही टाइमिंग से शाट नहीं लगा पाये और मिडआफ पर आसान दे बैठे. मुरली विजय (16 गेंद पर 12 रन) के रन आउट होने से स्कोर चार विकेट पर 53 रन हो गया.
अब डेविड मिलर पर भरोसा था लेकिन दक्षिण अफ्रीका का यह विस्फोटक बल्लेबाज भी रन बनाने के लिये जूझता रहा और आखिर में कर्ण शर्मा की गेंद पर बडा शाट खेलने के प्रयास में लांग आफ पर कैच दे बैठा. साहा को 17 रन और 20 रन के निजी योग पर जीवनदान मिले. इसका फायदा उठाकर उन्होंने भुवनेश्वर की गेंद डीप स्क्वायर लेग पर छह रन के लिये भेज दी.
किंग्स इलेवन को आखिरी चार ओवर में 46 रन की दरकार थी. साहा और पटेल दोनों बडे शाट खेलने के लिये पूरी तरह से तैयार थे. प्रवीण जब प्रभाव नहीं छोड पाये तो वार्नर को 17वें ओवर में ही बोल्ट को अपना आखिरी ओवर करने के लिये बुलाना पडा. उनकी फुललेंथ गेंद अक्षर पटेल (17) का विकेट उखाड गयी. उन्होंने साहा के साथ छठे विकेट के लिये 44 रन की साङोदारी की.
जब जरुरत थी साहा का भाग्य ने साथ नहीं दिया. उन्होंने बोल्ट की गेंद हवा में खेली और इस बार प्रवीण ने कैच करने में गलती नहीं की. साहा ने 33 गेंद खेली तथा दो चौके और एक छक्का लगाया. बोल्ट का यह ओवर निर्णायक साबित हुआ.
इससे पहले सनराइजर्स जब टास गंवाने के बाद पहले बल्लेबाजी के लिये उतरा तो संदीप शर्मा ने पहले ओवर में ही अपनी स्विंग से वार्नर को खासा परेशान किया और एक बार पगबाधा की जबर्दस्त अपील भी की. लेकिन अपने हमवतन जानसन के पहले ओवर में ही वार्नर ने दो चौके जडे. जानसन ने इसका बदला शिखर धवन (एक) से चुकाया जिन्होंने शार्ट पिच गेंद पर स्लिप में मुरली विजय को आसान कैच थमाया.
वार्नर ने संदीप के दूसरे ओवर में भी सतर्कता बरती लेकिन जानसन को उन्होंने फिर से निशाने पर रखा और उनके अगले ओवर की पहली तीन गेंदों पर दो चौके और थर्ड मैन क्षेत्र में छक्का जमाया. अब वार्नर की निगाहें जम चुकी थी और वह खुद पर से दबाव हटा चुके थे. संदीप को इसका खामियाजा भुगतना पडा. वार्नर ने उनके तीसरे ओवर में चार चौके जडकर हिसाब बराबर किया.
इस आक्रामक बल्लेबाज की पारी का अंत आखिर में पटेल ने किया लेकिन इसमें मिलर का योगदान अहम रहा जिन्होंने दौड लगाकर अच्छा कैच हासिल किया. सनराइजर्स ने इस बीच हनुमा विहारी (नौ) का विकेट भी गंवाया था.
वार्नर के आउट होने से रन गति धीमी पड गयी. ओझा ने कुछ प्रयास किये लेकिन मिलर ने सीमा रेखा पर कैच लेकर उनके तेवरों को भी ठंडा कर दिया. इस बार भी गेंदबाज पटेल थे. जानसन ने रवि बोपारा को आते ही विकेट के पीछे कैच कराकर सनराइसर्ज की परेशानी बढा दी.
हेनरिक्स ने आखिरी ओवर में आउट होने से पहले 32 गेंदों पर 30 रन बनाये. वह केवल एक बार गेंद को सीमा रेखा के पार पहुंचा पाये. रेड्डी ने संदीप की लगातार दो गेंदों पर छक्के लगाकर स्कोर 150 रन तक पहुंचाया. बेली ने बीच के ओवरों में मुरली विजय का गेंदबाज के रुप में अच्छा उपयोग किया जिन्होंने तीन ओवरों में केवल 16 रन दिये.