नयी दिल्ली : विश्व कप के शुरुआती मुकाबले के बाद ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी और अंतिम एकादश में जगह गंवाने वाले जार्ज बैली ने इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के दौरान मिले समय का इस्तेमाल आगामी आईपीएल के दौरान स्पिनरों की चुनौती का सामना करने की तैयारी में किया है.
आईपीएल में एक बार फिर किंग्स इलेवन पंजाब की कप्तानी करने वाले बेली ने कहा, जब मैं खेल नहीं रहा होता तो आम तौर पर काफी समय ट्रेनिंग करता हूं. लेकिन भले ही मुझे खेलने का अधिक मौका नहीं मिला हो विश्व कप विजेता टीम का हिस्सा होना विशेष होता है. उन्होंने कहा, मैंने डेरेन लीमन (ऑस्ट्रेलियाई कोच) के साथ विशेष रुप से कुछ चीजों पर काम किया. मुझे पता था कि भारत आने पर मुझे इस प्रारुप (टी20) में काफी स्पिन गेंदबाजी का सामना करना होगा. इसलिए टी20 में अपने कौशल को निखारने के अलावा मैंने अच्छे स्पिनरों को खेलने पर भी ध्यान लगाया.
बेली के पास संन्यास ले चुके माइकल क्लार्क से वनडे में ऑस्ट्रेलिया की पूर्णकालिक कप्तानी लेने का अच्छा मौका था लेकिन युवा स्टीवन स्मिथ ने भारत के खिलाफ चार मैचों की टेस्ट श्रृंखला में 2-0 की जीत के दौरान शानदार कप्तानी करके अपना दावा मजबूत कर दिया. अब 32 साल के बेली खुद भी कप्तान बनने की कल्पना नहीं कर रहे क्योंकि चयनकर्ताओं के स्मिथ को मौका देने की संभावना है जो बेली से सात साल छोटे हैं. बेली के अंतरराष्ट्रीय करियर के साथ कुछ भी हो लेकिन उनका फिलहाल लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि किंग्स इलेवन पंजाब उस फार्म को दोहराए जिसके कारण वह पिछले साल उपविजेता बना था.
कप्तान ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया की विश्व चैम्पियन टीम के उनके साथी ग्लेन मैक्सवेल और मिशेल जानसन एक बार फिर अहम भूमिका निभाएंगे. उन्होंने कहा, आईपीएल में आने से पहले अच्छी बात यह है कि सभी काफी क्रिकेट खेल रहे हैं. और लगता है कि सभी अच्छी फार्म में हैं.
बेली ने कहा, इसमें कोई शक नहीं कि नियमित खिलाड़ी (मैक्सवेल, जानसन, डेविड मिलर) एक बार फिर अहम होंगे. लेकिन पिछले साल उत्साहवर्धक मनन (वोहरा), (अक्षर) पटेल, रिद्धिमान साहा और ऋषि धवन जैसे भारतीय खिलाडियों का विकास था. इन्होंने हमारे स्टार खिलाडियों का अच्छा साथ दिया.