एडीलेड : पाकिस्तानी टीम कल विश्व कप क्रिकेट के तीसरे क्वार्टर फाइनल में मेजबान ऑस्ट्रेलिया से खेलेगी तो उसे उसी की मांद में खदेड़ने की यह चुनौती उसके लिए आसान नहीं होगी.शुरुआती दो मैचों की हार से उबरकर लगातार चार जीत दर्ज कर चुकी पाकिस्तानी टीम ने दक्षिण अफ्रीका जैसे दिग्गज को हराया. मिसबाह उल हक ने बल्लेबाजी में मोर्चे से अगुवाई करके इसमें अहम भूमिका निभाई. अब उनके सामने मेजबान ऑस्ट्रेलिया को उसी की सरजमीं पर हराने की बड़ी चुनौती है. ऑस्ट्रेलिया को 2005 में पर्थ में हराने के बाद से पाकिस्तान उसकी धरती पर हरा नहीं सका है.
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पाकिस्तान को पिछले सात मैचों में पराजय का सामना करना पड़ा. वैसे उलटफेर करने में माहिर पाकिस्तान कोई चमत्कार कर सकता है बशर्ते उसके गेंदबाज लय में रहे. विश्व कप में अब तक एक दूसरे से खेले आठ मैचों में दोनों ने चार चार जीते हैं. आखिरी बार 2011 में कोलंबो में हुए मैच में पाकिस्तान विजयी रहा था.
इस अहम मुकाबले से पहले बायें हाथ के तेज गेंदबाज मोहम्मद इरफान का चोटिल होना पाकिस्तान के लिये बडा झटका रहा. मिसबाह को उम्मीद होगी कि वहाब रियाज और सोहेल खान इसकी भरपाई करें. इसके अलावा आयरलैंड के खिलाफ शतक जमाने वाले विकेटकीपर सरफराज अहमद से भी बडी पारी की उम्मीद होगी. मिसबाह ने कहा कि उनके खिलाड़ियों का मनोबल ऊंचा है.
उन्होंने कहा , मुझे लगता है कि लगातार चार जीत से आपमें एक टीम के रूप में आत्मविश्वास पैदा होता है. सभी का मनोबल ऊंचा है और हम जीत की लय हासिल कर चुके हैं. यह ऐसी अच्छी टीम के खिलाफ खेलने का सही समय है. उन्होंने कहा , हर कोई उन्हें खिताब का प्रबल दावेदार मान रहा है लिहाजा कोई टीम उन्हें हराती है तो इसे उलटफेर कहा जायेगा. यदि हम ऐसा कर सके तो पाकिस्तान क्रिकेट के लिए यह बहुत अच्छा होगा.
इतिहास चार बार की चैंपियन ऑस्ट्रेलिया के पक्ष में है लेकिन अभी तक उनका प्रदर्शन मिला जुला रहा है. श्रीलंका और इंग्लैंड के खिलाफ उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन सह मेजबान न्यूजीलैंड ने उन्हें हराया.ऑस्ट्रेलियाई कोच डेरेन लीमैन ने उम्मीद जतायी कि उनकी टीम बेहतर प्रदर्शन करेगी.उन्होंने कहा , यहां से आगे कोई बहाना नहीं चलेगा. हमें उसी तरह की क्रिकेट खेलनी होगी जैसे कि हम खेलते आये हैं. हमारे खिलाडी बहुत जल्दी सीखते हैं और अपने प्रदर्शन में सुधार की तलाश में रहते हैं.