मुंबई : करुण नायर के नाबाद 310 रन की मदद से गत चैम्पियन कर्नाटक ने रणजी ट्रॉफी फाइनल में तमिलनाडु के खिलाफ सात विकेट पर 618 रन बनाकर शिकंजा कस दिया है. कर्नाटक ने आज 295 रन और बनाये जिससे उसकी कुल बढत 484 रन की हो गई है. प्रथम श्रेणी क्रिकेट में अपना पहला तिहरा शतक जडने वाले नायर ने पहले सत्र में के एल राहुल के साथ 123 रन की साझेदारी की. उसने लंच से तीन गेंद पहले अपना दोहरा शतक पूरा किया जो उसका पहला दोहरा शतक था.
पूरे दो दिन से बल्लेबाजी कर रहे नायर ने 45 चौके और एक छक्का लगाया. उन्होंने मालोलन रंगराजन को रिवर्स स्वीप पर चौका लगाकर अपना तिहरा शतक पूरा किया. वह रणजी फाइनल में सर्वोच्च स्कोर के गुल मोहम्मद के 319 रन के रिकार्ड की बराबरी के करीब हैं. मोहम्मद ने 1946-47 में होल्कर के खिलाफ बडौदा के लिये यह पारी खेली थी.
कल के स्कोर पांच विकेट पर 323 रन से आगे खेलते हुए कर्नाटक के बल्लेबाजों ने लंच तक कोई विकेट नहीं गिरने दिया. नायर ने कल के स्कोर 130 रन से आगे खेलना शुरु किया था और वह बडी पारी खेलने के इरादे से ही उतरे थे.
उन्होंने कर्नाटक के लिये रणजी फाइनल में सर्वोच्च पारी का गुंडप्पा विश्वनाथ का 1977-78 में बनाया 247 रन का रिकार्ड तोडा. उन्होंने रंगराजन को 121वें ओवर में लांग आन पर छक्का लगाया और अगली गेंद पर चौका जडा. विजय शंकर के 126वें ओवर में उन्होंने 13 रन लिये.
लंच के स्कोर पांच विकेट पर 446 रन से आगे खेलते हुए कर्नाटक ने सलामी बल्लेबाज के एल राहुल (188) का विकेट लंच के बाद सातवें ओवर में गंवा दिया. राहुल ने अपने कल के स्कोर 131 रन में 57 रन और जोडे. स्पिनर एम रंगराजन की गेंद पर वह लांग आन पर विजय शंकर को कैच देकर पवेलियन लौटे. उन्होंने अपनी पारी में 17 चौके और तीन छक्के लगाये. उन्होंने छठे विकेट के लिये नायर के साथ 386 रन जोडे.
दोनों रणजी ट्रॉफी में छठे विकेट के लिये सबसे बडी साझेदारी का रिकार्ड बनाने से 31 रन से चूक गए. कर्नाटक ने अगला विकेट श्रेयस गोपाल (11) के रुप में गंवाया. इसके बाद नायर ने कप्तान विनय कुमार के साथ आठवें विकेट के लिये 117 रन जोडे.
तमिलनाडु को एक झटका लगा जब प्रशांत परमेश्वरन फील्डिंग के दौरान चोट लगने से मैदान पर गिर पडे. वह चौका बचाने की कोशिश में टखने पर चोट लगा बैठे. दिन भर में तमिलनाडु के गेंदबाज सिर्फ दो विकेट ले सके. रंगराजन ने 44 ओवर में 155 रन देकर दो विकेट लिये.