साउथम्पटन: साउथम्पटन: सीनियर बल्लेबाज इयान बेल के 21वें शतक की मदद से इंग्लैंड ने भारत के खिलाफ तीसरे टेस्ट क्रिकेट मैच के दूसरे दिन चाय के विश्राम तक आज यहां पांच विकेट पर 452 रन बनाये. बत्तीस वर्षीय बेल ने रविंद्र जडेजा पर छक्का जडकर अपना शतक पूरा किया. इसके साथ ही उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 7000 रन भी पूरे किये. लंच के समय वह 133 रन पर खेल रहे थे और उनके साथ दूसरे छोर पर अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे जोस बटलर (नाबाद 13) थे.
भारत ने दूसरे सत्र में जो रुट (3) और मोइन अली (12) के विकेट लिये. इन दोनों को भुवनेश्वर कुमार (93 रन देकर दो विकेट) ने आउट किया जो भारत के सबसे सफल गेंदबाज रहे.
दिलचस्प बात यह रही कि भारतीय कप्तान ने लंच के बाद अपने किसी भी तेज गेंदबाज को लंबा स्पैल नहीं दिया और इसके बजाय उनसे एक बार में एक ओवर करवाया. लंच के बाद पहले घंटे में मोहम्मद शमी, पंकज सिंह और भुवनेश्वर कुमार को लगातार रोटेट किया गया.
गेंदबाजी में लगातार बदलाव का फायदा 128वें ओवर में मिला जब भुवनेश्वर ने रुट को आउट किया. इस बीच रन गति भी धीमी पडी और 13 ओवर में केवल 30 रन बने. धोनी ने ड्रिंक्स ब्रेक के बाद भी अपनी यह रणनीति जारी रखी लेकिन उन्होंने एक छोर से रविंद्र जडेजा को भी गेंद सौंप दी थी.
बेल ने हालांकि इस नकारात्मक रणनीति का करारा जवाब दिया. उन्होंने पारी के 135वें ओवर में जडेजा पर छक्का जडकर 179 गेंदों पर अपना शतक पूरा किया जिसमें 12 चौके भी शामिल हैं. उन्होंने इसी ओवर की अगली तीन गेंदों पर दो चौके और एक छक्का लगाया.
कामचलाउ आफ स्पिनर रोहित शर्मा का भाग्य ने साथ दिया क्योंकि वह बैलेन्स (156) को विकेट के पीछे कैच आउट कराने में सफल रहे हालांकि तब अंपायर का फैसला सही नहीं लग रहा था. भारतीय गेंदबाज हालांकि एजिस बाउल की सपाट पिच पर इंग्लैंड के बल्लेबाजों को किसी तरह से परेशान करने में नाकाम रहे.लंच के समय बेल 68 रन पर खेल रहे थे जबकि उनके साथ दूसरे छोर पर जो रुट दो रन बनाकर बल्लेबाजी कर रहे हैं. बेल और बैलेन्स ने तीसरे विकेट के लिये 142 रन की साझेदारी की. इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने आज सहजता से रन जुटाये. उन्होंने लंच से पहले के 29 ओवरों में 111 रन जोडे.
इंग्लैंड ने सुबह दो विकेट पर 247 रन से आगे खेलना शुरु किया. भारत को विकेट की सख्त दरकार थी क्योंकि दूसरी नई गेंद तब केवल दस ओवर पुरानी थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ. बैलेन्स और बेल ने हालांकि पहले घंटे में कुछ सतर्कता बरती. भुवनेश्वर कुमार और पंकज सिंह ने सुबह गेंदबाजी की शुरुआत की जबकि मोहम्मद शमी को आठवें ओवर में गेंद सौंपी गयी. भारतीय गेंदबाजी हालांकि मैच में अब तक प्रभावहीन रही है तथा वह पहले दो मैचों की तरह अनुशासन नहीं दिखा पायी. गेंदबाजों ने अधिकतर समय ढीली गेंदें करके बल्लेबाजों का काम आसान किया.