रांची: चेन्नई सुपरकिंग्स व राजस्थान रॉयल के मैच की समाप्ति के बाद एक बार फिर से रांची शर्मसार हुई. कुछ अराजक दर्शकों के कारण अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम जेएससीए का नाम पूरी दुनिया में खराब हुआ. मैच समाप्त होते ही विंग ए के ऊपरी तल्ले से कुछ दर्शकों ने पानी की बोतलें मैदान पर फेंकनी शुरू कर दी.
इसके बाद तो धड़ाधड़ बोतलें फेंकी जाने लगी. मैदान पर खड़े सुरक्षाकर्मियों के साथ ही चीयरगर्ल्स के ऊपर पानी की बोतल गिरने लगी. कुछ दर्शकों ने इसे रोकने की भी कोशिश की. पुलिसकर्मियों ने लोगों को ऐसा नहीं करने को कहा, लेकिन दर्शक अपनी हरकत से बाज नहीं आ रहे थे. इसके बाद पुलिसकर्मियों ने दर्शकों को दौड़ाया. तब जाकर मामला शांत हुआ.
* कोलकाता में हुई थी घटना, नहीं मिला सालों तक मैच
13 मार्च 1996 को कोलकाता में एकदिवसीय विश्वकप मैच के सेमीफाइनल में भारत-श्रीलंका मैच की घटना शायद ही कोई क्रिकेट प्रेमी भूला हो. इस मैच में भारत की संभावित हार को देखते हुए दर्शकों ने मैदान पर पानी की बोतलें फेंकनी शुरू कर दी. काफी देर तक मैच रूका रहा. दर्शकों को शांत कर बैठाया गया. जैसे ही मैच शुरू हुआ दर्शकों ने फिर से पानी की बोतलें फेंकनी शुरू कर दी. इसके बाद श्रीलंका को विजयी घोषित कर दिया गया और इडेन गार्डेन पर मैच नहीं कराने का निर्णय लिया गया. सालों बाद यह रोक हटायी गयी.
* पानी की बोतल पर लगेगी रोक, परेशान होंगे दर्शक
मंगलवार की घटना के बाद स्टेडियम में फिर से एक बार पानी की बोतल पर रोक लग सकती है. कुछ दर्शकों की कारस्तानी के कारण सभी दर्शकों को परेशानी उठानी पड़ेगी. गरमी में मैच के दौरान पानी मिलने में कठिनाई होगी.
* मैच मिलने में होगी परेशानी
दर्शकों की इस हरकत का खमियाजा रांची में आगे के मैचों पर भुगतना पड़ सकता है. बीसीसीआइ की टीम हर मैच पर बारिकी से नजर रखती है. ऐसी घटना से स्टेडियम की रेटिंग नकारात्मक होती है. हाल में टेस्ट मैच का दर्जा मिले इस स्टेडियम के लिए यह शर्मनाक घटना है.