-मैच शाम चार बजकर 30 मिनट से शुरू होगा-
भारत को अपनी बड़ी टेस्ट श्रृंखला से पहले काफी एकदिवसीय मैच खेलने हैं और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ इसकी सकारात्मक शुरूआत करना उसके लिए बेहद जरूरी है. भारत को दक्षिण अफ्रीका से छह वनडे और तीन टी20 मैच खेलने के बाद श्रीलंका में त्रिकोणीय श्रृंखला में भाग लेना है. इसके बाद आईपीएल होगा जबकि इसके बाद उसे इंग्लैंड और आयरलैंड में तीन वनडे और तीन टी20 मैच खेलने हैं. इंग्लैंड में अगस्त में वह पांच टेस्ट मैचों की सीरीज खेलेगा. इतने अधिक वनडे मैचों विशेषकर दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड के प्रदर्शन के आधार पर टीम प्रबंधन को विश्व कप के लिए अपनी टीम सुनिश्चित करने का भी मौका मिलेगा. उसे टीम में जरूरी सुधार करने का अवसर भी मिलेगा. इस सबके बीच भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका में अपनी पहली द्विपक्षीय वनडे श्रृंखला जीतने की कोशिश करेगी.
भारत को इससे पहले यहां खेली गयी चार द्विपक्षीय श्रृंखलाओं में हार का सामना करना पड़ा. उसने दो बार यहां त्रिकोणीय श्रृंखलाओं में भी हिस्सा लिया जिसमें तीसरी टीम जिम्बाब्वे और कीनिया थी लेकिन तब भी दक्षिण अफ्रीका ही चैंपियन बना था. भारत का दक्षिण अफ्रीका में द्विपक्षीय श्रृंखलाओं में रिकार्ड अच्छा नहीं है. भारत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उसकी सरजमीं पर 28 मैच खेले है जिनमें से केवल पांच में उसे जीत मिली है और 21 मैच भारत ने गंवाये हैं. वर्तमान भारतीय टीम प्रबंधन इस रिकार्ड में सुधार करने के लिए बेताब है जिसका इरादा विदेश की परिस्थितियों में भारत के प्रदर्शन में सुधार करना भी है. पहला मैच डरबन में खेला जाएगा जहां भारत का रिकार्ड अच्छा नहीं रहा है. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 1992-93 से इस स्थान पर भारत ने जो सात मैच खेले हैं उनमें से छह में उसे हार मिली जबकि एक का परिणाम नहीं निकला. भारत ने हालांकि 2003 विश्व कप के दौरान यहां इंग्लैंड और कीनिया को हराया था.
यहीं नहीं भारत की निगाह इस श्रृंखला में अच्छा प्रदर्शन करके वनडे टीम रैंकिंग में शीर्ष स्थान हासिल करना भी होगा. भारत अगर 4-2 से श्रृंखला जीत लेता है तो वह दक्षिण अफ्रीका के स्थान पर शीर्ष पर पहुंच जाएगा. दोनों टीमों के बीच अभी केवल दो रेटिंग अंकों का अंतर है. विराट कोहली की टीम ने पिछले सप्ताह वांडरर्स में अपना अजेय अभियान जारी रखकर टेस्ट मैचों में नंबर एक रैंकिंग भी बरकरार रखी. दक्षिण अफ्रीका ने भले ही टेस्ट श्रृंखला 2-1 से जीती लेकिन जोहांनिसबर्ग में तीसरा मैच उसने 63 रन से गंवाया जहां की पिच को आईसीसी मैच रेफरी एंडी पायक्राफ्ट ने खराब करार दिया. भारत का फिलहाल वनडे रिकार्ड भी शानदार रहा है.
उसने जनवरी 2016 में आस्ट्रेलिया से 1-4 से श्रृंखला गंवाने के बाद एक भी द्विपक्षीय श्रृंखला नहीं गंवायी है. इस बीच उसने जिम्बाब्वे, न्यूजीलैंड (दो बार), इंग्लैंड, वेस्टइंडीज, श्रीलंका (दो बार) ओर आस्ट्रेलिया को हराया. इस दौरान भारत ने द्विपक्षीय श्रृंखला के 32 में से 24 मैच जीते. भारत इस बीच केवल इंग्लैंड में पिछले साल खेली गयी चैंपियन्स ट्राफी के फाइनल में पाकिस्तान से पराजित हुआ था. भारतीय टीम अच्छी फार्म में है. कप्तान कोहली श्रीलंका के खिलाफ सीमित ओवरों की श्रृंखला में नहीं खेले थे. इसलिए मध्यक्रम में एक या दो स्थानों पर फैसला करना होगा. श्रेयस अय्यर ने इस बीच अच्छी फार्म दिखायी थी और इसलिए उनका पक्ष मजबूत है लेकिन यहां अनुभव को भी तवज्जो दी जाएगी तथा दिनेश कार्तिक और मनीष पांडे भी एक स्थान की दौड़ में हैं. पिच भुरभुरी दिख रही है और डरबन में बारिश भी हुई है. कल भी बारिश की भविष्यवाणी की गयी है. ऐसे में देखना होगा कि भारत कितने स्पिनरों के साथ उतरता है. अगर एक स्पिनर अंतिम एकादश में शामिल किया जाता है तो चाइनामैन कुलदीप यादव को अक्षर पटेल और युजवेंद्र चहल पर तवज्जो दी जा सकती है ताकि वह डेविड मिलर और जेपी डुमिनी जैसे बायें हाथ के बल्लेबाजों पर अंकुश लगा सकें.
दक्षिण अफ्रीका की निगाह भी आगामी विश्व कप पर टिकी हैं लेकिन उसे पहले तीन मैचों में एबी डिविलियर्स के बिना उतरना पड़ेगा जिनकी अंगुली चोटिल है. ऐसे में फरहान बेहारडीन को टीम में रखा जाता था लेकिन इस बार उन्हें टीम में नहीं लिया गया है. डरबन में जन्में बल्लेबाज खायालिला जोंडो अपना पदार्पण कर सकते हैं. एक अन्य विकल्प हाशिम अमला और क्विंटन डिकाक के साथ पारी का आगाज करने और एडेन मार्कराम को मध्यक्रम में उतारने का है. दक्षिण अफ्रीका एकमात्र स्पिनर इमरान ताहिर को लेकर उतर सकता है. टीमें इस प्रकार हैं –