HappyBirthday virendersehwag : 39 के हुए क्रिकेट के नवाब, नहीं मिली थी क्रिकेट से मनचाही विदाई

आज क्रिकेट के ‘नवाब’ वीरेंद्र सहवाग का जन्मदिन है, वे 39 साल के हो गये हैं. इस मौके पर लोगों ने उनके शानदार क्रिकेट कैरियर को याद करते हुए लोगों ने उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं दी हैं. वीरेंद्र सहवाग भारतीय क्रिकेट के ऐसे दिग्गज बैट्‌समैन रहे, जिनके नाम कई रिकॉर्ड दर्ज हैं. 1999 में पाकिस्तान […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 20, 2017 10:47 AM

आज क्रिकेट के ‘नवाब’ वीरेंद्र सहवाग का जन्मदिन है, वे 39 साल के हो गये हैं. इस मौके पर लोगों ने उनके शानदार क्रिकेट कैरियर को याद करते हुए लोगों ने उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं दी हैं. वीरेंद्र सहवाग भारतीय क्रिकेट के ऐसे दिग्गज बैट्‌समैन रहे, जिनके नाम कई रिकॉर्ड दर्ज हैं.

1999 में पाकिस्तान के खिलाफ किया था डेब्यू

वीरेंद्र सहवाग टीम इंडिया के ऐसे खिलाड़ी रहे, जिन्होंने सभी फार्मेट में खेला और वे दायें हाथ के विस्फोटक बल्लेबाज माने जाते थे. सहवाग अपने क्रिकेट कैरियर के दौरान टीम की ओपनिंग करते थे और वे सचिन तेंदुलकर के साथ पारी की शुरुआत करते थे. उन्होंने अपने जीवन के लगभग 14 साल क्रिकेट को दिये. इन्होंने अपने जीवन का पहला एकदिवसीय मैच 1999 में खेला था पाकिस्तान के खिलाफ जबकि टेस्ट में इन्होंने 2001 में डेब्यू किया था दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ.

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दो बार जड़ा तिहरा शतक

वीरेंद्र सहवाग एकमात्र भारतीय क्रिकेटर हैं, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में दो बार तिहरा शतक बनाया है. तिहरा शतक बनाने वाले वे पहले भारतीय क्रिकेटर थे, उनके अलावा करूण नायर ने भी वर्ष 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ 303 रन बनाये थे. सहवाग ने ओडीआई में डबल सेंचुरी बनाने का रिकॉर्ड भी बनाया है, उनके अतिरिक्त यह रिकॉर्ड सचिन तेंदुलकर और रोहित शर्मा के नाम दर्ज है.

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क्रिकेट की दुनिया से नहीं मिली मनचाही विदाई

वीरेंद्र सहवाग ने 20 अक्तूबर 2015 में क्रिकेट की दुनिया को अलविदा कर दिया. जिस वक्त उन्होंने संन्यास की घोषणा की उस वक्त वे टीम में नहीं थे और काफी समय से बाहर चल रहे थे. संन्यास के बाद मीडिया से बात करते हुए वीरेंद्र सहवाग ने अपनी पीड़ा यह कहते हुए जतायी थी कि जिस खिलाड़ी ने इतना लंबा समय क्रिकेट को दिया, क्या उन्हें विदाई का एक मैच नहीं मिलना चाहिए था? क्या वह इस काबिल भी नहीं था कि उसे क्रिकेट ग्राउंड पर एक मैच खेलते हुए दर्शकों की उपस्थिति में टीम से विदाई दी जाती.

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