Jaya kishori Bhajan: जया किशोरी ने बताया पैसे और परिवार में अंतर, जानें एक बच्चे के जन्म से लेकर उसके जीवन तक के सफर में स्वार्थ की परिभाषा…

Jaya kishori Bhajan: जया किशोरी भजन गायिका और एक कथा वाचक है. जया किशोरी ने अपने एक कथा वाचन के दौरान एक बेहद ही भावनात्मक और चिंताजनक विषय पर अपनी चिंता जाहिर करती हैं और इसको लेकर लोगों को नसीहत भी देती है, जिसे समझने की जरूरत आज के दौर में काफी ज्यादा है. जया किशोरी अपनी मोटिवेशनल स्पीच और भक्ति एल्बम के लिए भी प्रसिद्ध हैं. लोग इन्हें किशोरी जी के नाम से जानते हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 14, 2020 11:01 AM

Jaya kishori Bhajan: जया किशोरी भजन गायिका और एक कथा वाचक है. जया किशोरी ने अपने एक कथा वाचन के दौरान एक बेहद ही भावनात्मक और चिंताजनक विषय पर अपनी चिंता जाहिर करती हैं और इसको लेकर लोगों को नसीहत भी देती है, जिसे समझने की जरूरत आज के दौर में काफी ज्यादा है. जया किशोरी अपनी मोटिवेशनल स्पीच और भक्ति एल्बम के लिए भी प्रसिद्ध हैं. लोग इन्हें किशोरी जी के नाम से जानते हैं.

इंटरनेट पर मिली जानकारी के अनुसार इनका जन्म 13 जुलाई साल 1995 में हुआ माना जाता है. गूगल पर इनके भजनों समेत इनकी उम्र, मैरिड लाइफ, हसबैंड इत्यादि के बारे में खूब सर्च किया जाता है. जया किशोरी जी बहुत कम उम्र में ही आध्यात्म के मार्ग पर चल पड‍़ी और बहुत कम समय के अंदर भारत के अलावा विदेशों में भी उनके लाखो श्रोता हो गए जो उनके कथा वाचन को काफी पसंद करते हैं.

कथा वाचक जया किशोरी की कथा व भजनों को काफी ज्यादा सुना जाता है. वो अपने भजनों से तो कभी कथाओं से लोगों को जगाने का काफी प्रयास करती रहती हैं. इसी क्रम में जया किशोरी ने अधिकतर लोगों के दुखती रग पर हाथ रख दिया और कुछ ऐसे मुद्दे छेड़ दिए जिसे आप भी जरूर जानना और सुनना पसंद करेंगे.

जया किशोरी ने अपने कथा के दौरान कहा कि इस दुनिया मे कौन ऐसा है जो बदलता नहीं. श्रोताओं से इसका जबाब लेते हुए उन्होंने बताया कि एक भगवान ही है जो बदलता नहीं. उन्होंने संसार की परिभाषा बताई. एक बच्चे के जन्म से लेकर उसके जीवन तक के सफर में स्वार्थ की परिभाषा को उन्होंने उदाहरण के साथ बताया.

https://www.youtube.com/watch?v=dA_0UWPT70E

उन्होंने प्रेम को लेकर भी लोगों को सलाह दी. जया किशोरी कहती है कि आज जो प्रेम के नाम पर होता है वो प्रेम नही स्वार्थ कहलाता है. जया किशोरी वैरागी बनने से मना करते हुए सलाह देती हैं की पारिवारिक जीवन मे भी आप सही मार्ग पर चल सकते हैं.

पैसे और परिवार के बीच उन्होंने अंतर समझाया है. जन्म से मृत्यु तक एक ऐसा आश्रय जो कभी नही बदलता उसके बारे में उन्होंने बताया है. इस कथा में अनेकों ऐसी बातें है जो आपके जीवन के कई समस्याओं को सही करने में सहायक सिद्ध हो सकते हैं.

News Posted by: Radheshyam kushwaha

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