Thursday Remedies, Guruvar Puja: ऐसे करें भगवान विष्णु की पूजा, गुरुवार को कीजिए ये उपाय, होगा फायदा

Thursday Remedies, Guruvar Puja: गुरुवार की पूजा से आप भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त ही करेंगे, माता लक्ष्मी (Mata Lakshmi) को भी प्रसन्न कर सकते हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 22, 2022 5:30 AM

Thursday Remedies, Guruvar Puja: सनातन परंपरा में प्रत्येक दिन किसी न किसी पर्व या देवी-देवता की पूजा के लिए निर्धारित होता है. गुरुवार (Thursday) का दिन सभी का कल्याण करने वाले भगवान विष्णु और सौभाग्य जगाने वाले देवगुरु बृहस्पति की पूजा के लिए शुभ माना गया है. जिन लोगों के विवाह में विलंब हो रहा है या फिर जिनकी कुंडली में गुरु दोष (Guru Dosh) है, उन लोगों को भी भगवान विष्णु और केले के पौधे की पूजा करनी चाहिए. गुरुवार की पूजा से आप भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त ही करेंगे, माता लक्ष्मी (Mata Lakshmi) को भी प्रसन्न कर सकते हैं.

Guruvar Puja: कितने गुरुवार रखें व्रत?

16 गुरुवार तक लगातार व्रत करने चाहिए और 17वें गुरुवार को उद्यापन करना चाहिए. पुरुष यह व्रत लगातार 16 गुरुवार कर सकते हैं परन्तु महिलाओं या लड़कियों को यह व्रत तभी करना चाहिए जब वो पूजा कर सकती हैं, मुश्किल दिनों में यह व्रत नही करना चाहिए.

Guruvar Puja: कब से करें शुरू?

पूष या पौष के महीने को छोड़कर आप कभी भी ये व्रत शुरू कर सकते हैं. पौष का महीना अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार दिसम्बर या जनवरी में आता है. बाकी इस व्रत को किसी भी माह के शुक्लपक्ष के पहले गुरुवार से शुरू कर सकते हैं. किसी भी कार्य को शुरू करने के लिए शुक्ल पक्ष काफी शुभ माना जाता है.

Guruvar Puja: आर्थिक संपन्नता के लिए उपाय

आर्थिक संपन्नता और धन योग प्रबल करने के लिए गुरुवार के दिन ना ही किसी से कर्जा उधार लें और ना ही किसी को उधार दें. यदि आप ऐसा नहीं करते हैं और किसी को उधार देते हैं या किसी से उधार लेते हैं तो जीवन में आपको आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है. गुरुवार के दिन व्रत करने वाले लोगों को सत्यनारायण की कथा सुनना बेहद फलदाई साबित हो सकता है.

Guruvar Puja: इस मंत्र से पूरी होगी मनोकामना

सनातन परंपरा में मंत्र जप का बहुत महत्व है. किसी भी देवी-देवता की कृपा पाने के लिए मंत्र जप अत्यंत ही प्रभावी उपाय है. ऐसे में भगवान विष्णु की कृपा पाने के लिए गुरुवार के दिन विशेष रूप से ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः’ मंत्र का जप जप तुलसी या पीले चंदन की माला से जरूर करें. इसी तरह गुरुवार के दिन हल्दी (Haldi) की माला से देवगुरु बृहस्पति के मंत्र ‘ॐ बृं बृहस्पतये नमः’ मंत्र का जाप करें.

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