Chanakya Niti: पति और पत्नी के बीच कभी नहीं होगा झगड़ा, जानें इसके लिए किन बातों का रखना होगा ध्यान

Chanakya Niti Hindi: आचार्य चाणक्य एक कुशल अर्थशास्त्री और योग्य शिक्षक होने के साथ-साथ एक समाज सुधारक भी थे. उनकी नीतियां दाम्पत्य जीवन को खुशहाल बनाने में अहम भूमिका निभाती हैं. चाणक्य नीति व्यक्ति को प्रभावित करने वाले हर वस्तु और तत्व के बारे में विस्तृत जानकारी देती है. मनुष्य द्वारा प्रत्येक रिश्ते को किस तरह से निभाया जाना चाहिए इस बारे में भी पूर्ण जानकारी देती है. चाणक्य के अनुसार वैवाहिक जीवन में सुख प्राप्त करने के लिए इन 6 आदतों पर काबू रखना बेहद जरूरी होता है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 17, 2020 4:02 PM

Chanakya Niti Hindi: आचार्य चाणक्य एक कुशल अर्थशास्त्री और योग्य शिक्षक होने के साथ-साथ एक समाज सुधारक भी थे. उनकी नीतियां दाम्पत्य जीवन को खुशहाल बनाने में अहम भूमिका निभाती हैं. चाणक्य नीति व्यक्ति को प्रभावित करने वाले हर वस्तु और तत्व के बारे में विस्तृत जानकारी देती है. मनुष्य द्वारा प्रत्येक रिश्ते को किस तरह से निभाया जाना चाहिए इस बारे में भी पूर्ण जानकारी देती है. चाणक्य के अनुसार वैवाहिक जीवन में सुख प्राप्त करने के लिए इन 6 आदतों पर काबू रखना बेहद जरूरी होता है.

रिश्ता को मजबूत बनाए रखना जरूरी

चाणक्य नीति के अनुसार पति और पत्नी का रिश्ता सबसे पवित्र माना जाता है. इस रिश्ते को कभी खराब करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए. पति-पत्नी जीवन रूपी रथ के दो पहिए होते हैं, जिस प्रकार से पहिया खराब या कमजोर होने से रथ की गति प्रभावित होती है उसी प्रकार से पति और पत्नी में से कोई एक भी कमजोर पड़ जाए तो जीवन की रफ्तार धीमी पड़ जाती है.

एक दूसरे से कभी झूठ न बोले

पति-पत्नी के रिश्ते को मजबूत बनाए रखने की जरूरत होती है. ये रिश्ता जब तक मजबूत नहीं होगा तब तक दांपत्य जीवन में खुशी नहीं आ सकती है. पति और पत्नी का रिश्ते को सच्चाई और ईमानदारी से मजबूत बनाया जाता है. दोनों के बीच सच्चाई और ईमानदारी को कभी कम नहीं होने देना चाहिए.

गुस्सा न करें

पत्नी और पति के बीच अगर कोई भी गुस्से वाले स्वभाव का हो तो परिवार में कभी शांति नहीं होती. हमेशा कलह होता है. साथ ही दोनों मानसिक रूप से व्यथित रहते हैं. ऐसी अवस्था में अच्छे काम भी बुरे साबित होते हैं.

विश्वास से करें विश्वासघात न करें

पति और पत्नी का रिश्ता एक दूसरे के विश्वास पर टिका होता है. इसीलिए एक दूसरे का विश्वास कायम रहे इसका विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए. जब इस विश्वास में कमी आने लगती है तो इस रिश्ते में कलह का बीज अंकुरित होने लगता है.

धैर्य

मनुष्य के जीवन में धैर्य को अभिन्न गुणों में से एक माना गया है. संकट की घड़ी में जो पति-पत्नी धैर्य का परिचय देते हुए आगे बढ़ते हैं उन्हें ज्यादा दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ता. धैर्य खो देने वाले लोगों को जीवन में हताशा समेत कई प्रकार की समस्या में उत्पन्न हो जाती है.

एक दूसरे की भावनाओं का सम्मान करें

पति पत्नी के रिश्ते में एक दूसरे की भावनाओं के लिए बराबर सम्मान होना चाहिए. जब तक एक दूसरे की भावनाओं का सम्मान नहीं करेंगे तब तक इस रिश्ते में सुख-शांति का प्रवेश नहीं होगा. इसलिए पति और पत्नी के रिश्ते में एक दूसरे का सम्मान बहुत आवश्यक है.

News posted by : Radheshyam kushwaha

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