30 जून से शुरू होगी अमरनाथ यात्रा, 43 दिन की होगी इस बार यात्रा, उपराज्यपाल के कार्यालय ने दी जानकारी

राहुल सिंह ने कहा कि 2 अप्रैल 2022 से बैंकों के जरिये लोग ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा सकेंगे. एक दिन में अधिकम 20,000 लोगों का ही पंजीकरण किया जायेगा. अमरनाथ यात्रा के दिनों में निर्धारित काउंटरों पर भी पंजीकरण की सुविधा श्रद्धालुओं को दी जायेगी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 27, 2022 6:54 PM

Amarnath Yatra: अमरनाथ यात्रा 30 जून से शुरू होने जा रही है. इस वर्ष यात्रा 43 दिन तक चलेगी. अमरनाथ यात्रा के दौरान सभी श्रद्धालुओं को कोरोना नियमोंका पालन करना होगा. अमरनाथ यात्रा का समापन रक्षा बंधन के दिन होगा. जम्मू-कश्मीर के लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज कुमार सिन्हा के कार्यालय की ओर से यह जानकारी दी गयी है.

प्रशासन ने कर ली है यात्रा की तैयारी

जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने यात्रा की तैयारी कर ली है. इस साल यात्रा की शुरुआत 30 जून से होगी, जो 43 दिनों तक चलेगी. प्रशासन ने कहा कि यात्रा के लिए पंजीकरण जल्द ही शुरू हो जायेगा. इस यात्रा का समापन रक्षा बंधन के दिन होता है. इस परंपरा का इस बार भी पालन किया जायेगा.

कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित होगा

उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के कार्यालय ने बताया कि तीर्थयात्रा के दौरान परंपराओं के साथ-साथ कोविड-19 प्रोटोकॉल का भी पालन सुनिश्चित किया जायेगा. 10 मार्च को श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) ने बताया था कि बाबा अमरनाथ के दर्शन करने के इच्छुक श्रद्धालु अप्रैल 2022 से अमरनाथ यात्रा के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा सकेंगे. श्राइन बोर्ड ने यह भी कहा था कि दक्षिण कश्मीर में तीर्थ यात्रा के लिए आरएफआईडी आधारित वाहन ट्रैकिंग लागू की जायेगी.

Also Read: कोविड-19 महामारी को लेकर लगातार दूसरे साल अमरनाथ यात्रा रद्द, कारोबारी निराश, कहा- फैसले की समीक्षा करे जम्मू-कश्मीर सरकार

बैंकों के जरिये करा सकेंगे रजिस्ट्रेशन

श्राइन बोर्ड के अतिरिक्त सीईओ एसएएसबी राहुल सिंह ने कहा कि 2 अप्रैल 2022 से बैंकों के जरिये लोग ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा सकेंगे. एक दिन में अधिकम 20,000 लोगों का ही पंजीकरण किया जायेगा. अमरनाथ यात्रा के दिनों में निर्धारित काउंटरों पर भी पंजीकरण की सुविधा श्रद्धालुओं को दी जायेगी.

गुफा में प्रकट होते हैं बाबा बर्फानी

बता दें कि शिवलिंग के रूप में एक गुफा में बाबा अमरनाथ का अवतरण होता है. चूंकि बर्फ से यह शिवलिंग बनता है, इसलिए इसे बाबा बर्फानी भी कहा जाता है. यह गुफा कश्मीर के अनंतनाग जिले में पड़ती है, जो कश्मीर की राजधानी श्रीनगर से करीब 135 किलोमीटर दूर है. बाबा अमरनाथ की गुफा समुद्रतल से 13,600 फुट की ऊंचाई पर स्थित है.

Also Read: कोरोना का असर : अमरनाथ यात्रा का रजिस्ट्रेशन अस्थायी तौर पर किया गया निलंबित, हालात में सुधार होने पर दोबारा होगी शुरू
अमरनाथ यात्रा से जुड़ी खास बातें

  • जम्मू-कश्मीर प्रशासन जम्मू संभाग में श्रद्धालुओं के लिए 20,000 क्षमता वाले आवास बनाने की तैयारी कर रहा है.

  • श्राइन बोर्ड ने बताया कि 2 अप्रैल से रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू हो जायेगी.

  • एक दिन में सिर्फ 20 हजार रजिस्ट्रेशन किये जायेंगे.

  • यात्रा के दिनों में काउंटरों पर ऑन स्पॉट पंजीकरण की सुविधा भी श्रद्धालुओं को दी जायेगी.

Posted By: Mithilesh Jha

Next Article

Exit mobile version