शुक्र को नाराज करने से बनता है दुख का कारक
ज्योतिषशास्त्र में शुक्र ग्रह को प्रेम का प्रतीक माना गया है. अगर जातक की कुंडली में शुक्र मजबूत है, तो जीवन में रोमांस के साथ भोग-विलासिता में कमी नहीं रहती. पुरुष की कुंडली में शुक्र स्त्री का प्रतीक है, इसलिए जो व्यक्ति स्त्री को कष्ट देता है या जीवनसाथी के लिए परेशानियां पैदा करता है, […]
ज्योतिषशास्त्र में शुक्र ग्रह को प्रेम का प्रतीक माना गया है. अगर जातक की कुंडली में शुक्र मजबूत है, तो जीवन में रोमांस के साथ भोग-विलासिता में कमी नहीं रहती.
पुरुष की कुंडली में शुक्र स्त्री का प्रतीक है, इसलिए जो व्यक्ति स्त्री को कष्ट देता है या जीवनसाथी के लिए परेशानियां पैदा करता है, वह शुक्र को नाराज करता है. घर को अस्त-व्यस्त रखने या गंदे-मैले वस्त्र पहनने से भी शुक्र का अशुभ प्रभाव पड़ता है.
चूंकि शुक्रवार का संबंध शुक्र ग्रह से है, इसलिए इस दिन सफेद वस्त्र पहनें और भोजन करने से पहले गाय के लिए निवाला निकालकर अपने हाथों से खिलाना अतिफलदायी है. शुक्र ग्रह की मजबूती के लिए स्नान वाले जल में थोड़ा चंदन मिलाएं और स्वच्छ वस्त्र पहनकर सफेद चंदन का तिलक करें.
संतान प्राप्ति के इच्छुक लोग शुक्रवार को हरसिंगार का पौधा लगाएं. इससे घर में दरिद्रता नहीं आती. सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है.