वासंतिक नवरात्र आज से शुरू, जानें किस दिन कब तक कौन सी तिथि

-यायीजय योग और सर्वार्थ सिद्धि योग मिलने से दिन शुभ वासंतिक नवरात्र रविवार से शुरू हो रहा है. इसकी सभी तैयारी पूरी कर ली गयी है. हिंदू नवरात्र के पहले दिन रविवार को कलश स्थापना के साथ मां की आराधना शुरू हो जायेगी. इस दिन प्रात: काल सुर्योदय के बाद से ही मां की आराधना […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 18, 2018 6:59 AM

-यायीजय योग और सर्वार्थ सिद्धि योग मिलने से दिन शुभ

वासंतिक नवरात्र रविवार से शुरू हो रहा है. इसकी सभी तैयारी पूरी कर ली गयी है. हिंदू नवरात्र के पहले दिन रविवार को कलश स्थापना के साथ मां की आराधना शुरू हो जायेगी. इस दिन प्रात: काल सुर्योदय के बाद से ही मां की आराधना शुरू की जायेगी. रविवार को यायीजय योग, सर्वार्थ सिद्धि योग भी मिल रहा है, जिससे यह दिन और शुभ बन रहा है .प्रात: काल घरों, दुर्गा मंदिरों व पूजा पंडालों में कलश की स्थापना की जायेगी. इसके बाद अन्य अनुष्ठान किया जायेगा.

दुर्गा सप्तशती का पाठ किया जायेगा, मां की आरती की जायेगी अौर प्रसाद का वितरण किया जायेगा. इस दिन मां के पहले स्वरूप शैलपुत्री की पूजा-अर्चना कर सभी की सुख-समृद्धि की कामना की जायेगी. इस दिन प्रतिपदा तिथि सूर्योदय से शाम 6:08 तक है. इस बीच कभी भी कलश स्थापना की जा सकती है. अभिजीत मुहूर्त प्रात: 11:36 से लेकर अपराह्न 12:34 बजे तक है. रविवार को नये साल की शुरुआत होने से इस वर्ष का राजा भगवान सूर्य है. कन्या लग्न में नवरात्र और नव वर्ष का प्रारंभ होने से कई संयोग भी बन रहा है. आम लोगों के लिए जहां यह साल सामान्य रहनेवाला है, वहीं राजनीतिक क्षेत्र में उथल-पुथल होने की संभावना है.

महाराष्ट्र के लोगों का गुड़ी पड़वा आज

महाराष्ट्र के लोगों का गुड़ी पड़वा का त्योहार रविवार को है. यह पर्व हर साल चैत्र नवरात्रि के पहले दिन मनाया जाता है. इस दिन वे लोग पूजा-अर्चना कर कई शुभ कार्य करते हैं. इस दिन कई अन्य राज्यों में भी अलग-अलग त्योहार मनाये जाते हैं. घरों को सजाते-संवारते हैं अौर नया झंडा लगाते हैं. घरों में विशेष पकवान भी बनाये जाते हैं.

किस दिन कब तक कौन सी तिथि है

चैत्र शुक्ल पक्ष नवमी क्षय

18 प्रतिपदा संध्या 06.08 बजे तक

19 द्वितीया सायं 05.44

20 तृतीया सायं 04.44

21 चतुर्थी दिन 03.21

22 पंचमी दिन 01.39

23 षष्ठी दिन 11.39

24 सप्तमी दिन 09.26

25 अष्टमी प्रातः 07.04, 25 के

ही रात्रि शेष-04.39 तक नवमी

26 दशमी रात्रि 02.16

27 एकादशी रात्रि 12 बजे तक

31 पूर्णिमा

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