Ganesh Chaturthi 2022: इस दिन मनाया जाएगा गणेश चतुर्थी का त्योहार, राशि के अनुसार ऐसे करें पूजा

Ganesh Chaturthi 2022: गणेश चतुर्थी का त्योहार 31 अगस्त को मनाया जाएगा. आइए जानें गणेश चतुर्थी का शुभ मुहूर्त और राशि के अनुसार पूजा विधि

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 25, 2022 7:34 AM

Ganesh Chaturthi 2022: गणेश चतुर्थी का त्योहार 31 अगस्त को इस बार पड़ रहा है. इस दिन भगवान गणेश का जन्म हुआ था. गणेश चतुर्थी के दिन गणपति बप्पा को लोग अपने घर जाते हैं और उनकी स्थापना कर विधि-विधान से पूजा करते हैं. गणेश चतुर्थी भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाई जाती है. आइए जानें गणेश चतुर्थी का शुभ मुहूर्त और राशि के अनुसार पूजा विधि

गणेश चतुर्थी 2022 शुभ मुहूर्त(Ganesh Chaturthi 2022 Date)

गणेश चतुर्थी तिथि प्रारम्भ : 30 अगस्त 2022 को दोपहर 03 बजकर 33 मिनट से.
गणेश चतुर्थी तिथि समाप्त : 31 अगस्त 2022 को दोपहर 03 बजकर 22 मिनट तक.
गणेश चतुर्थी व्रत : 31 अगस्त 2022

मेष राशि

मेष राशि वालों को ‘वक्रतुण्ड’ रूप में गणेश जी की आराधना करनी चाहिए और ‘गं’ या ‘ॐ वक्रतुण्डाय हूं’ मंत्र की एक माला प्रतिदिन जप कर गुड़ का भोग लगाना चाहिए. इससे तुरंत ही जीवन में जो भी समस्या होगी उसका समाधान हो जाएगा

वृषभ राशि

वृषभ राशि वालों को गणेशजी के ‘शक्ति विनायक’ रूप की आराधना करना चाहिए और उन्हें भी ‘गं’ या ‘ॐ हीं ग्रीं हीं’ मंत्र की एक माला प्रतिदिन जपकर घी में मिश्री मिलाकर भोग लगाएं. इससे उन्हें सभी तरह की समस्याओं का समाधान मिलेगा.

मिथुन राशि

मिथुन राशि वाले गणेशजी की आराधना ‘लक्ष्मी गणेश’ के रूप में करें. गणेशजी के लिए मूंग के लड्डू बनाएं और ‘श्रीगणेशाय नम: या ‘ॐ गं गणपतये नमः’ मंत्र की प्रतिदिन एक माला जपें.

कर्क राशि

कर्क राशि वालों को ‘वक्रतुण्ड’ रूप में गणेशजी की पूजा करना चाहिए और उन्हें ‘ॐ वरदाय न:’ या ‘ॐ वक्रतुण्डाय हूं’ की एक माला प्रतिदिन जपना चाहिए. पूजन के दौरान गणेशजी को सफेद चंदन लगाकर सफेद फूल चढ़ाएं.

सिंह राशि

सिंह राशि वालों को ‘लक्ष्मी गणेश’ रूप में गणेशजी की पूजा-अर्चना करनी चाहिए और उन्हें लाल पुष्प चढ़ाकर मोतीचूर के लड्डू का भोग लगाएं. ‘ॐ सुमंगलाये नम:’ मंत्र की एक माला का जाप करना चाहिए, जिससे सभी तरह की समस्याओं का समाधान होगा

कन्या राशि

कन्या राशि के जातकों को भी गणेशजी के ‘लक्ष्मी गणेश’ रूप का ध्यान करना चाहिए. पूजन के दौरान दूर्वा के 21 जोड़े अर्पित कर ‘ॐ चिंतामण्ये नम:’ मंत्र की एक माला प्रतिदिन जपना चाहिए, इससे उनके जीवन की सभी तरह की चिंताएं मिट जाएंगी.

तुला राशि

तुला राशि :राशि वाले लोगों को ‘वक्रतुण्ड’ रूप में गणेशजी की पूजा करना चाहिए और पूजा के दौरान गणेशजी को 5 नारियल का भोग लगाएं. तत्पश्चात्य एक माला ‘ॐ वक्रतुण्डाय नम:’ मंत्र का जप करें, इससे उनकी जो भी समस्याएं होंगी वह भगवान गणेश जल्द ही दूर करेंगे.

वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि मंगल की राशि है अत: इस राशि वाले जातकों को ‘श्वेतार्क गणेश’ रूप की पूजा करनी चाहिए तथा पूजा में सिंदूर और लाल फूल अर्पित करना चाहिए. उस जातक के जीवन में किसी भी प्रकार का संकट नहीं रहेगा जो ‘ॐ नमो भगवते गजाननाय’ मंत्र की एक माला रोज जपेगा.

धनु राशि

जिसकी भी राशि धनु है उन्हें प्रतिदिन ‘ॐ गं गणपते मंत्र’ का जप करना चाहिए. धनु राशि गुरु की राशि होती है अत: गणेशजी को पीले फूल चढ़ाकर बेसन के लड्डुओं का भोग लगाएं. ऐसा करने से जहां समस्याएं समाप्त होंगी वहीं मनोकामनाएं भी पूर्ण होगी.

मकर राशि

जिस किसी की राशि मकर है वह प्रतिदिन ‘शक्ति विनायक’ गणेश की आराधना करें. पूजन के दौरान गणेशजी को पान, सुपारी, इलायची व लौंग अर्पित करें और ‘ॐ गं नम:’ मंत्र की एक माला रोज जपें.

कुंभ राशि

कुंभ राशि वालों को भी ‘शक्ति विनायक’ गणेशजी की पूजा करना चहिए और ‘ॐ गण मुक्तये फट्’ मंत्र की एक माला रोज जपना चाहिए, इससे सभी तरह के कष्टों का निवारण होगा.

मीन राशि

मीन राशि वाले जातक ‘हरिद्रा गणेश’ की पूजा करना चाहिए. ‘ॐ गं गणपतये नमः’ या ‘ॐ अंतरिक्षाय स्वाहा’ मंत्र की एक माला प्रतिदिन जपना चाहिए. पूजा के दौरान शहद और केसर का भोग लगाएं.

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