संकीर्ण मानसिकता

वैसे तो सोशल मीडिया और कुछ वेबसाइटों पर महान व्यक्तित्वों और राष्ट्रनिर्माताओं के बारे में अपमानजनक टिप्पणियां करना चलन-सा बन रहा है, लेकिन देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के बारे में विकिपीडिया पर अभद्र सूचनाएं डालने की घटना न सिर्फ शरारती तत्वों की घातक और विकृत मानसिकता का उदाहरण है, बल्कि इससे कई […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 3, 2015 5:39 AM
वैसे तो सोशल मीडिया और कुछ वेबसाइटों पर महान व्यक्तित्वों और राष्ट्रनिर्माताओं के बारे में अपमानजनक टिप्पणियां करना चलन-सा बन रहा है, लेकिन देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के बारे में विकिपीडिया पर अभद्र सूचनाएं डालने की घटना न सिर्फ शरारती तत्वों की घातक और विकृत मानसिकता का उदाहरण है, बल्कि इससे कई जरूरी सवाल भी हमारे सामने हैं.
इस मामले का सबसे चिंताजनक पहलू यह है कि यह हरकत जिस कंप्यूटर और इंटरनेट कनेक्शन से की गयी है, वह भारत सरकार के अधीन है. सरकार को इंटरनेट प्रदान करने का काम नेशनल इंफॉर्मेटिक्स सेंटर करती है और उसके पंजीकृत इंटरनेट प्रोटोकॉल एड्रेस को सरकारी कंप्यूटर इस्तेमाल करते हैं. हमारे देश में नेहरू के प्रति दुर्भावना रखनेवाले कुछ निहित स्वार्थी तत्व लंबे समय से सक्रिय हैं, जो उनकी उदात्त राजनीतिक छवि को धूमिल करने का प्रयास करते रहते हैं.
लेकिन ऐसे किसी निंदनीय काम में सरकारी संसाधनों का उपयोग किया जाना एक गंभीर मामला है और सरकार को दोषियों को विरुद्ध तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए. शरारती तत्वों की ऐसी हरकतों से विकिपीडिया जैसे सर्वसुलभ और व्यापक जानकारी के स्नेत की विश्वसनीयता को भी चोट पहुंचती है. इस वेबसाइट पर 290 भाषाओं में 35 करोड़ से अधिक लेख उपलब्ध हैं, जिन्हें कोई भी संशोधित, संवर्धित और समृद्ध कर सकता है. दुनिया के इस सबसे बड़े ज्ञानकोष का उपयोग नि:शुल्क है और इसे आगे बढ़ाने के काम में हजारों स्वयंसेवी लगे हैं.
इसकी व्यापकता का अनुमान इस तथ्य से लगाया जा सकता है कि जून महीने में इस साइट पर 439 मिलियन लोग यूनिक विजिटर थे तथा 73 हजार लोग इसके लेखों के संपादन से सक्रिय रूप से जुड़े हैं. इंटरनेट और डिजिटल तकनीक मानवीय क्षमता का उत्कृष्ट उदाहरण हैं तथा इनके जरिये हम भविष्य की चुनौतियों का मुकाबला आसानी से कर सकते हैं. इनकी विश्वसनीयता पर किसी शरारती और दुर्भावनाग्रस्त मानसिकता की आंच नहीं आने दी जानी चाहिए. देश और दुनिया की बेहतरी के अपने प्रयास में हमें नेहरू की यह बात नहीं भूलनी चाहिए कि मस्तिष्क और आत्मा का विस्तार ही संस्कृति है.
उन्होंने यह भी सलाह दी थी कि इस दुनिया को जानने-समझने के लिए हमें अपनी आंखें खुली रखनी होगी. विकिपीडिया पर की गयी हरकत संकीर्णता का प्रमाण है, जिसका उद्देश्य इतिहास, वर्तमान और भविष्य को नष्ट करने की कोशिश है. ऐसी हरकतों का पुरजोर विरोध किया जाना चाहिए.

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