नोटों पर चित्रों का महत्व

santoshutsuk@gmail.com अच्छी बातें हमें हमेशा देर से कहने, सुनने और समझने की आदत है. वैसे भी, सही बातें करनेवाले कुछ गलत बंदे कानून की गिरफ्त में आ जाते हैं! हालांकि, अनगिनत स्वामी और मठ हमारे देश में हैं, जिनकी तरफ से कभी-कभार महत्वपूर्ण सुझाव हमारे सामने आते रहते हैं. पिछले दिनों एक सामयिक सलाह दी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 24, 2020 7:46 AM

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अच्छी बातें हमें हमेशा देर से कहने, सुनने और समझने की आदत है. वैसे भी, सही बातें करनेवाले कुछ गलत बंदे कानून की गिरफ्त में आ जाते हैं! हालांकि, अनगिनत स्वामी और मठ हमारे देश में हैं, जिनकी तरफ से कभी-कभार महत्वपूर्ण सुझाव हमारे सामने आते रहते हैं.

पिछले दिनों एक सामयिक सलाह दी गयी कि भारतीय रुपये की गिरती सेहत व खस्ता हालत सुधारने के लिए नोटों पर लक्ष्मीजी की फोटो छापी जाये. हमें लगता है चीजों के नाम, रंग और रूप बदलने से कीमत बढ़ जाती है.

इतने साल से गांधीजी की तस्वीर छपते रहने के बाद नेताओं को अब समझ में आया है कि ऐतिहासिक बदलावों के लिए गांधीजी का चित्र भारतीय मुद्रा के अवमूल्यन को रोक नहीं सका है. गांधीजी वैसे भी सरल व सादा जीवन जीने के समर्थक थे, तो उनके चित्र का असर नोट पर ऐसा ही होना था, सो हुआ!

लक्ष्मीजी का चित्र प्रयोग करने की सलाह के पीछे प्रशंसनीय है. यह उस छोटे से देश से प्रेरित है, जो पर्यटन के आकर्षणों के लिए प्रसिद्ध है. यह अलग बात है कि हमने उस देश से पर्यटन विकास के बारे कुछ नहीं सीखा.

हमारे यहां वैसे तो लक्ष्मीजी को पूजा जाता है, हां यह अलग बात है कि लड़कियों को भी लक्ष्मी ही माना जाता है, लेकिन उनके साथ जो घृणित व्यवहार किया जाता है, उसकी वजह से पूरी दुनिया में हमारे देश के मानवीय व नैतिक मूल्यों में निरंतर गिरावट आ रही है. सूचकांकों में हम नीचे खिसक रहे हैं. खरा सच यह है कि लक्ष्मी यानी धन के सामने मानवीय या नैतिक गुणों की कोई कीमत नहीं.

इधर अर्थव्यवस्था को सकारात्मक कदमों की जरूरत है, तो यह उपाय सचमुच करना चाहिए. वैसे भी हम चमत्कारों में या संकल्प लेकर पूरा करने के लिए कुछ भी कर डालने के लिए विख्यात हैं. शायद यह करने से अर्थव्यवस्था ठीक हो जाये. लक्ष्मीजी के चित्र के कारण लोग कम से कम करेंसी की इज्जत करना शुरू करेंगे. इस बहाने सरकारी वित्त विभाग का कार्यभार भी कम होगा.

इतिहास में अनेक संदर्भ हैं, जिनमें दैवीय शक्तियों द्वारा उनके भक्तों को विपत्ति के समय में मदद के बारे में वर्णन हैं. पौराणिक कथाओं में विद्यमान दूसरे प्रभावशाली चरित्रों से भी मदद ली जा सकती है. जब गणित, फिजिक्स व केमिस्ट्री पढ़ानेवाले लोग अपने बच्चों के भविष्य के लिए ज्योतिषियों की मदद ले सकते हैं, तो एक यशस्वी अर्थशास्त्री की मूल्यवान सलाह पर अमल करने में कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए.

देश के प्रसिद्ध सामाजिक, फिल्मी, धार्मिक, राजनीतिक क्षेत्रों के महापराक्रमी व्यक्तियों के सुंदर चित्र प्रयोग करने के बारे में भी सोचा जाना चाहिए, ताकि इनसे भी देश की आर्थिकी को बल मिले. पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा भी हनुमानजी की मूर्ति रखते थे. इंडोनेशिया से प्रेरणा लेकर नोटों पर गणेशजी का चित्र भी छापा जा सकता है. अपने से छोटों से भी सीखने में कोई हर्ज नहीं होता. नोट पर अगर सरस्वतीजी का चित्र भी छाप दें, तो बुद्धिमता की कीमत भी उछाल पा सकती है.

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