सांसदों का व्यवहार

प्रचंड बहुमत से जीती भाजपा के नवनिर्वाचित सांसदों के व्यवहार का नमूना मंगलवार को उस समय दिखा, जब दर्शक दीर्घा देशी-विदेशी मेहमानों से खचाखच भरी थी. हैदराबाद से ‘ऑल इंडिया मजलिस ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआइएमआइएम) दल के नेता असदुद्दीन ओवैसी शपथ ले रहे थे. उसी दौरान भाजपा के नवनिर्वाचित सांसद ‘जय श्री राम’, ‘वंदेमातरम्’ और ‘भारत […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 21, 2019 2:50 AM
प्रचंड बहुमत से जीती भाजपा के नवनिर्वाचित सांसदों के व्यवहार का नमूना मंगलवार को उस समय दिखा, जब दर्शक दीर्घा देशी-विदेशी मेहमानों से खचाखच भरी थी. हैदराबाद से ‘ऑल इंडिया मजलिस ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआइएमआइएम) दल के नेता असदुद्दीन ओवैसी शपथ ले रहे थे.
उसी दौरान भाजपा के नवनिर्वाचित सांसद ‘जय श्री राम’, ‘वंदेमातरम्’ और ‘भारत माता की जय’ के नारे जोर-जोर से लगाने लगे. इसकी पुनरावृत्ति बंगाल से आये तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों के शपथ ग्रहण के दौरान भी की गयी.
इस घटना का सबसे अहम पहलू यह है कि प्रोटेम स्पीकर के बार-बार मना करने के बावजूद नारे लगने बंद नहीं हुए, जबकि एक दिन पूर्व ही प्रधानमंत्री ने भी सभी नवनिर्वाचित सांसदों से सदन की गरिमा बनाये रखने की अपील की थी. इस नवनिर्वाचित सांसदों का इस तरह का व्यवहार भारतीय लोकतंत्र के लिए शुभ नहीं कहा जा सकता.
निर्मल कुमार शर्मा ,गाजियाबाद

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