अध्यक्ष चुनाव या वंशवाद

कांग्रेस अपने नये अध्यक्ष के चुनाव की ओर अग्रसर है. यह कोई कहने की बात नहीं कि राहुल ही अध्यक्ष बनेंगे. सारे नेता परिवारवाद की और बढ़ रहे हैं. पार्टी के युवा नेता और महाराष्ट्र कांग्रेस के सचिव शहजाद पूनावाला ने चुनाव प्रक्रिया पर सवाल खड़े किये हैं. उन्होंने इस बात की वकालत की है […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 1, 2017 6:11 AM
कांग्रेस अपने नये अध्यक्ष के चुनाव की ओर अग्रसर है. यह कोई कहने की बात नहीं कि राहुल ही अध्यक्ष बनेंगे. सारे नेता परिवारवाद की और बढ़ रहे हैं. पार्टी के युवा नेता और महाराष्ट्र कांग्रेस के सचिव शहजाद पूनावाला ने चुनाव प्रक्रिया पर सवाल खड़े किये हैं.
उन्होंने इस बात की वकालत की है कि कांग्रेस में होनेवाला अध्यक्ष का चुनाव महज एक दिखावा है. यह इलेक्शन का स्टंट हैं. यहां इलेक्शन नहीं, बल्कि सेलेक्शन किया जा रहा है. पूनावाला ने वंशवाद के मामले को हवा दी और कहा कि यह पूरी तौर पर गलत है.
गांधी-नेहरू परिवार से आने की वजह से अध्यक्ष पद पर चुना जा रहा है, अध्यक्ष पद का चुनाव जो मात्रा एक छलावा है, एक फिक्स्ड मैच है. शायद किसी कांग्रेसी के लिए इस पर ज्यादा बोल पाना भी असंभव होगा. एक जनतांत्रिक देश में देश की सबसे पुरानी पार्टी का अध्यक्ष योग्यता की अपेक्षा वंशवाद से चुना जा रहा है, वह देश को किस धरातल पर ले जायेगा? एक जनतांत्रिक देश के लिए विपक्षी पार्टी का अध्यक्ष भी योग्य और निपुण होना चाहिए, किसी जाति या वंशवाद के समीकरण से कोसो दूर.
अवधेश कुमार राय. धनबाद झारखंड

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