डॉक्टरों का सिमटता समय

कैंब्रिज विश्वविद्यालय के मरीजों के स्वास्थ्य और सुविधा तंत्र की क्वालिटी को रिसर्च का विषय वस्तु बनाना सराहनीय है. इसमें डॉक्टर द्वारा मरीजों को दिया गये समय को एक मानक के रूप में लिया गया है. जहां अमेरिका और यूरोप के विकसित देशों में डॉक्टरों द्वारा मरीजों को दिये जानेवाले समय लगभग 10 मिनट और […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 13, 2017 6:19 AM
कैंब्रिज विश्वविद्यालय के मरीजों के स्वास्थ्य और सुविधा तंत्र की क्वालिटी को रिसर्च का विषय वस्तु बनाना सराहनीय है. इसमें डॉक्टर द्वारा मरीजों को दिया गये समय को एक मानक के रूप में लिया गया है.
जहां अमेरिका और यूरोप के विकसित देशों में डॉक्टरों द्वारा मरीजों को दिये जानेवाले समय लगभग 10 मिनट और उससे ज्यादा है, वहीं विकासशील देशों में काफी कम है. यहां तक कि बांग्लादेश में कुछ सेकेंड तक सिमट के रह गया है.
जब कोई डॉक्टर ज्यादा समय देता है तो मरीज को बीमारी का कारण बताते हैं, उचित इलाज और उसका निवारण समझाते हैं. इससे मरीज में जागरूकता बढ़ती है और साथ ही मरीज के अभिभावक और आसपास के लोग भी जागरूक होते हैं. अत: सरकार और समाज को इस रिसर्च को गंभीरता से लेना चाहिए.
सुनीता चौबे, इमेल से

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