रात की खूबसूरती

मुकुल श्रीवास्तव टिप्पणीकार रात खूबसूरत होती है या दिन, यह बता पाना मुश्किल है, क्योंकि दोनों की अपनी-अपनी खूबसूरती है. लेकिन फिर भी, सवाल है कि अगर हमारे जीवन में रात न होती तो क्या होता? रात महज रात नहीं, बल्कि एक एहसास है. जीवन का एक अहम हिस्सा है. जब हम दिनभर की थकान […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 12, 2017 6:49 AM
मुकुल श्रीवास्तव
टिप्पणीकार
रात खूबसूरत होती है या दिन, यह बता पाना मुश्किल है, क्योंकि दोनों की अपनी-अपनी खूबसूरती है. लेकिन फिर भी, सवाल है कि अगर हमारे जीवन में रात न होती तो क्या होता? रात महज रात नहीं, बल्कि एक एहसास है.
जीवन का एक अहम हिस्सा है. जब हम दिनभर की थकान के बाद रात की गोद में आते हैं, तो रात से जो दुलार और अपनापन मिलता है, वह दिन नहीं दे पाता. और इसी दुलार का एक हिस्सा उन लोरियों और कहानियाें से जुड़ा होता है, जो सिर्फ रात के लिए बचा कर रखी जाती हैं. दिन चो कितना भी खूबसूरत क्यों न हो, पर लोरियों और कहानियों का सुख उसके हिस्से कभी नहीं आता.
कहानी से याद आया कि कहानियां रात में ही सुनायी जाती हैं. जरा अपना बचपन याद कीजिये, जब रात का इंतजार सिर्फ इसलिए होता था, कि रात में बाबा, दादी या मम्मी-पापा कहानियां सुनायेंगें. रात मतलब सपने. कैसे-कैसे सपने.
वे लोग जो हमारे जीवन से हमेशा के लिए जा चुके हैं, हम अपने जीवन में उनको कभी देख नहीं पायेंगे. वो इच्छाएं जो शायद इस छोटे से जीवन में हम कभी पूरा न कर पायें. लेकिन सब से मिलने का और सब इच्छाओं को पूरा करने का जरिया सपने होते हैं. और सपने तो जरिया भर होते हैं, पर इसकी असली वजह रात ही होती है.
रात बिताना और रात को जीना दोनों अलग विषय हैं. आपने जिंदगी में न जानें कितनी रातें बितासी होंगी, पर क्या कभी रात को जीकर देखा.रात के गहराते न जानें कितनी यादें जी उठती हैं.
भीगी रातों की यादें मन का कोई कोना गीला कर जाती हैं, तो सर्द रातों में भी दिल कैसी-कैसी यादों की गुनगुनी गर्माहट से गरमा जाता है. इन बातों का पता उन्हीं को चलता है, जो रात को जीकर देख रहे होते हैं. रात हमें मौका देती है कुछ पल ठहरने का, सुस्ताने का हमें अपने आप से बात करने का, अपने आप के अंदर झांकने का, दिन की आपा-धापी में हमने क्या सही किया, क्या गलत किया, इसे समझने का.
जिस तरह सारे दिन एक जैसे नहीं होते हैं, ठीक उसी तरह से सारी रातें भी एक जैसी नहीं होती हैं. किसी रात आप अपने किसी अजीज दोस्त की पार्टी में नाच-गा रहे होते हैं, तो किसी रात आप बिस्तर पर तनाव में जगते हुए काट देते हैं. किसी रात आप ऐसा मस्त सपना देखते हैं कि आप सुबह होने ही नहीं देना चाहते हैं. यही कहानी हर रात कहती है.
हम उम्मीदों भरे दिन का इंतजार हंसते-गाते तभी कर पायेंगे, जब रात को महसूस करना सीख लेंगे. सपनों, उम्मीदों, कहानियों और यादों से भरी रात. आनेवाला दिन कैसा होगा, इसकी नींव रात की काली स्याही से लिखी जाती है, जिसे दिन का उजाला खत्म नहीं कर सकता.

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