गोरक्षा के नाम पर इंसाफ का खेल

कुछ वर्षों से हमारे देश में इंसाफ देने का नया रूप देखने को मिल रहा है. इंसाफ एक ऐसे अपराध में जनता द्वारा सड़कों पर दी जा रही है, जो शक पर आधारित है. यह गौ तस्करी और गोहत्या के शक में निर्मम तरीके से दी जा रही है. देश के कई भागों में ऐसी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 5, 2017 6:29 AM
कुछ वर्षों से हमारे देश में इंसाफ देने का नया रूप देखने को मिल रहा है. इंसाफ एक ऐसे अपराध में जनता द्वारा सड़कों पर दी जा रही है, जो शक पर आधारित है. यह गौ तस्करी और गोहत्या के शक में निर्मम तरीके से दी जा रही है. देश के कई भागों में ऐसी घटनाएं हो रही हैं.
नकली गोरक्षक गौ रक्षा का ढोंग कर रहे हैं. कई नेता इन गोरक्षकों का मनोबल बढ़ाते नजर आते हैं. उनके बयान सुनकर ऐसा प्रतीत होता है कि इंसान की जान की कीमत कुछ भी नहीं. देश के प्रधानमंत्री ताकतवर हैं, विदेशों में शक्ति प्रर्दशन करते हैं और देश के इन नकली गोरक्षकों से मार्मिक अपील करते नजर आते हैं. देश में कानून है. गोहत्या के दोषी को कानून के मुताबिक दंड मिलना चाहिए. सरकार जागे ताकि कोई भी कानून को हाथ में लेने की हिमायत ना कर सके.
राजन राज, रांची

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