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13 देशों ने सिंगल यूज प्लास्टिक को किया बैन

सिंगल यूज प्लास्टिक से होनेवाला कचरा पूरी दुनिया के लिए चुनौती बन रहा है. खासकर स्ट्रॉ, पानी की बोतल और बैग आदि से होनेवाला प्लास्टिक प्रदूषण कुल वैश्विक प्लास्टिक प्रदूषण का 40 प्रतिशत है. हर साल 80 लाख टन प्लास्टिक कचरा समुद्रों में पहुंच रहा है, जिससे समुद्री जीवों के लिए खतरा उत्पन्न हो रहा […]

सिंगल यूज प्लास्टिक से होनेवाला कचरा पूरी दुनिया के लिए चुनौती बन रहा है. खासकर स्ट्रॉ, पानी की बोतल और बैग आदि से होनेवाला प्लास्टिक प्रदूषण कुल वैश्विक प्लास्टिक प्रदूषण का 40 प्रतिशत है. हर साल 80 लाख टन प्लास्टिक कचरा समुद्रों में पहुंच रहा है, जिससे समुद्री जीवों के लिए खतरा उत्पन्न हो रहा है. हालांकि, दुनियाभर में 127 देशों ने प्लास्टिक के इस्तेमाल को रोकने के लिए पहल की है और 13 देशों में इस पर विधिवत नियम बनाकर पाबंदी शुरू कर दी है.

यूनाइटेड किंगडम
साल 2018 में ब्रिटेन ने माइक्रोबीड्स से निर्मित उत्पादों जैसे- शॉवर जेल, फेस स्क्रब आदि की बिक्री पर रोक लगा दी है, जिससे प्लास्टिक के सूक्ष्म कणों को समुद्र में जाने से रोका जा सके. इस प्रतिबंध को इंग्लैंड और स्कॉटलैंड में प्रभावी तरीके से लागू किया जा चुका है. इसके अलावा इंग्लैंड में प्लास्टिक स्ट्रॉ, कॉटन बड्स समेत विभिन्न प्रकार के प्लास्टिक से निर्मित उत्पादों को अप्रैल, 2020 से प्रतिबंधित करने की योजना है.
बीते मई महीने में जारी की गयी एक प्रेस विज्ञप्ति में ब्रिटिश पर्यावरण मंत्री माइकल गोव द्वारा कहा गया था कि आज हम प्लास्टिक प्रदूषण को रोकने के लिए कार्रवाई कर रहे हैं, जिससे कि हमारी आनेवाली पीढ़ी के रहने के लिए पर्यावरण अनुकूल रह सके.
फ्रांस
सितंबर, 2016 में प्लास्टिक कप, प्लेट और प्लास्टिक बर्तनों के इस्तेमाल पर रोक लगानेवाला फ्रांस पहला देश बना था. नया कानून एनर्जी ट्रांजिशन फॉर ग्रीन ग्रोथ एक्ट का हिस्सा होगा, जो 2020 से प्रभावी होगा. फ्रांस सरकार ने साल 2016 के जुलाई महीने में प्लास्टिक बैग के इस्तेमाल पर पाबंदी लगाने की घोषणा की थी.
न्यूजीलैंड
अमेरिका
दक्षिण कोरिया
दक्षिण कोरिया के पर्यावरण मंत्रालय ने 2018 में प्रमुख सुपरमार्केटों में प्लास्टिक बैग के इस्तेमाल को पूर्णत: प्रतिबंधित कर दिया था. प्रतिबंध का उल्लंघन करनेवालों पर 2700 डॉलर जुर्माना लगाने का प्रावधान किया गया है. सरकार का कहना है कि यह नियम डिस्पोजेबल प्लास्टिक पर रोक लगाने के लिए भी लागू किया गया है.
दक्षिण कोरिया के पर्यावरण मंत्रालय ने 2018 में प्रमुख सुपरमार्केटों में प्लास्टिक बैग के इस्तेमाल को पूर्णत: प्रतिबंधित कर दिया था. प्रतिबंध का उल्लंघन करनेवालों पर 2700 डॉलर जुर्माना लगाने का प्रावधान किया गया है. सरकार का कहना है कि यह नियम डिस्पोजेबल प्लास्टिक पर रोक लगाने के लिए भी लागू किया गया है.
बांग्लादेश
बांग्लादेश ने साल 2002 से ही पतले प्लास्टिक उत्पादों के इस्तेमाल पर रोक लगा रखी है. प्लास्टिक पर आधिकारिक रूप से रोक लगानेवाला बांग्लादेश दुनिया का पहला देश बन गया था. साल 1990 के दशक में प्लास्टिक बैग की वजह से नालों के जाम होने की समस्या से निपटने के लिए बांग्लादेश में इस प्रकार की रोक लगाने की कवायद काफी पहले शुरू हो गयी थी.
ताइवान
साल 2018 में ताइवान ने घोषणा की थी कि 2030 तक सिंगल यूज प्लास्टिक पूर्ण रूप से प्रतिबंधित कर दिया जायेगा. पहले चरण के तहत रेस्त्रां में स्ट्रॉ के इस्तेमाल पर रोक लगा दी गयी है. इसके बाद 2020 तक सभी प्रकार के प्लास्टिक पर रोक लगाने की कवायद होगी. नियमों के अनुसार प्लास्टिक बैग, डिस्पोजल फूड कंटेनर्स आदि उपभोक्ताओं के देनेवाले रिटेल स्टोर्स पर जुर्माना लगाने का प्रावधान किया गया है.
केन्या
इस देश ने अगस्त 2017 में प्लास्टिक पर दुनिया का सबसे सख्त प्रतिबंध लगाया था. प्लास्टिक बैग बनाने, बेचने या इस्तेमाल करने पर केन्या सरकार द्वारा चार साल की जेल या 40,000 डॉलर जुर्माने का प्रावधान किया गया था. इन प्रतिबंधों को लागू करने में सरकार ने बीते 10 वर्षों के दौरान तीन बार प्रयास किया था.
जिम्बाब्बे
साल 2017 में सरकार ने खाद्य उद्योगों को पॉलिस्टरीन से बने कंटेनर के इस्तेमाल को रोकने का आदेश दिया था. स्टीरोफोम जैसे पदार्थों को विघटित होने में लाखों साल लग जाते हैं. सरकार ने नियम बनाया कि अगर कोई प्रतिबंधों का उल्लंघन करते हुए पाया जाता है, तो उसे 30 डॉलर से 5000 डॉलर तक जुर्माना भरना होगा.
कनाडा
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो ने 10 जून, 2019 को घोषणा की, सरकार प्लास्टिक प्रदूषण से निपटने के लिए वैज्ञानिक समीक्षा के आधार पर फैसला करेगी. कनाडा सरकार पानी की बोतलों, प्लास्टिक बैग और स्ट्रॉ के इस्तेमाल को 2021 तक रोकने की योजना बना रही है. सरकार तटीय क्षेत्रों में सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल पर रोक लगा रही है. कनाडा में प्लास्टिक माइक्रोबीड्स युक्त टायलेटरीज के निर्माण और आयात पर 1 जुलाई, 2018 से रोक लगा दी गयी है.
मोरक्को
वर्ष 2016 में मोरक्को सरकार ने प्लास्टिक बैग के निर्माण और इस्तेमाल पर रोक लगाने की घोषणा की थी. मोरक्को के उद्योग मंत्रालय के मुताबिक, हर साल मोरक्को में लगभग तीन अरब प्लास्टिक बैग का इस्तेमाल किया जाता है. अमेरिका के बाद मोरक्को में सर्वाधिक प्लास्टिक बैग का इस्तेमाल किया जाता है. जनवरी 2019 के बाद सरकार ने प्लास्टिक बैग के इस्तेमाल पर कड़ा प्रतिबंध लगाते हुए नये कानून मसौदे को लागू कर दिया है.
रवांडा
वर्ष 2008 में रवांडा पहला देश बना, जिसने प्लास्टिक बैग के उत्पादन, आयात, बिक्री और इस्तेमाल को पूर्णत: प्रतिबंधित कर दिया था. साथ ही नियमों के उल्लंघन पर जेल की सजा या 61 डॉलर जुर्माने का प्रावधान किया गया. विजन 2020 के तहत तैयार प्लान के अनुसार रवांडा सतत मध्यम आय राष्ट्र बनने की दिशा में काम करेगा.
एंटीगुआ
इस द्वीपीय देश ने 2016 में सिंगल यूज प्लास्टिक बैग को बैन कर दिया था. साथ ही आनेवाले वर्षों में पॉलीस्टरीन उत्पादों पर रोक लगाने की दिशा में काम कर रहा है. फरवरी, 2019 में पर्यावरण मंत्रालय ने घोषणा की कि देश में प्लास्टिक बैग के आयात, स्ट्रॉ, कप, प्लेट आदि के इस्तेमाल पर जुर्माना लगाया जायेगा.
इस द्वीपीय देश ने 2016 में सिंगल यूज प्लास्टिक बैग को बैन कर दिया था. साथ ही आनेवाले वर्षों में पॉलीस्टरीन उत्पादों पर रोक लगाने की दिशा में काम कर रहा है. फरवरी, 2019 में पर्यावरण मंत्रालय ने घोषणा की कि देश में प्लास्टिक बैग के आयात, स्ट्रॉ, कप, प्लेट आदि के इस्तेमाल पर जुर्माना लगाया जायेगा.

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