सुपौल : विभिन्न मांगों को लेकर दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों का समाहरणालय द्वार के समीप चल रहा धरना-प्रदर्शन चौथे दिन गुरुवार को भी जारी रहा. दैनिक वेतनभोगी कर्मियों ने धरना के माध्यम से जिला प्रशासन व सरकार से मांगों की पूर्ति के लिये आवाज बुलंद किया.
Advertisement
चौथे दिन भी धरना पर डटे रहे दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी
सुपौल : विभिन्न मांगों को लेकर दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों का समाहरणालय द्वार के समीप चल रहा धरना-प्रदर्शन चौथे दिन गुरुवार को भी जारी रहा. दैनिक वेतनभोगी कर्मियों ने धरना के माध्यम से जिला प्रशासन व सरकार से मांगों की पूर्ति के लिये आवाज बुलंद किया. संघ के जिला सचिव सरोजकांत झा ने बताया कि […]
संघ के जिला सचिव सरोजकांत झा ने बताया कि धरना के चार दिन बीत जाने के बावजूद जिला प्रशासन के किसी भी पदाधिकारी ने कर्मियों की सुधि नहीं ली. वहीं कर्मचारी यूनियन से वार्ता करना भी मुनासिब नहीं समझा. जबकि दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों द्वारा मांगों का प्रतिवेदन जिला स्थापना शाखा को समर्पित किया जा चुका है.
श्री झा ने कहा कि जितने भी दैनिक वेतन भोगी कार्यरत रहे हैं, उन्हें सरकारी आदेशों का पालन करते हुए उनकी सेवा नियमित किया जाना है. लेकिन दुर्भाग्य है कि प्रशासन के अधिकारी कर्मचारियों से बात भी करना उचित नहीं समझते. धरना पर बैठे कर्मचारियों ने कहा कि संघ के कर्मी करो या मरो की नीति पर अब आंदोलन से पीछे हटने को तैयार नहीं है.
प्रशासन को उनकी मांगों को मानना ही पड़ेगा. कर्मचारियों के सदस्यों ने जिला पदाधिकारी से अनुरोध किया कि उनकी एक ही मांग है कि सरकार के निर्देशानुसार सभी वेतन भोगी कर्मियों की सेवा नियमित किया जाय, इस मांग को शीघ्र पूर्ण किया जाय.
ऐक्टू के जिलाध्यक्ष जितेंद्र चौधरी व भाकपा माले के जिला सह सचिव ने भी दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों की मांगों को जायज ठहराते हुए उसका समर्थन किया एवं प्रशासन से मांगें पूरी करने का अनुरोध किया. इस अवसर पर सत्यनारायण मुखिया, श्याम मंडल, रामानंद कारपैत, सीताराम मंडल, हरिशचंद्र महतो, वंदेलाल पासवान, मनमोहन झा, बलवीर झा आदि ने भी धरना कार्यक्रम को संबोधित किया.
Advertisement