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सभी पंचायतों में नल-जल योजना की जांच शुरू

प्रधान सचिव के आदेश के आलोक में शुरू की गयी मामले की जांच जांच टीम में शामिल हैं प्रखंड स्तर के अधिकारी व कर्मचारी परिहार : प्रधान सचिव पंचायती राज विभाग, पटना के आदेश के आलोक में मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना के तहत प्रखंड के सभी 24 प्रखंडों में जांच शुरू कर दी गयी […]

प्रधान सचिव के आदेश के आलोक में शुरू की गयी मामले की जांच

जांच टीम में शामिल हैं प्रखंड स्तर के अधिकारी व कर्मचारी
परिहार : प्रधान सचिव पंचायती राज विभाग, पटना के आदेश के आलोक में मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना के तहत प्रखंड के सभी 24 प्रखंडों में जांच शुरू कर दी गयी है.
मंगलवार को बीडीओ रूपेंद्र कुमार के नेतृत्व में विभिन्न कर्मी व अधिकारियों ने उक्त कार्य योजना की जांच की. खास बात यह कि जांच टीम में प्रखंड कर्मियों को शामिल किये जाने पर विभिन्न प्रकार के सवाल उठ रहे हैं. जानकारों का कहना है कि उक्त कार्य में बरती गयी अनियमितता में शामिल कर्मी व अधिकारी भी जांच टीम में शामिल हैं, जो हास्यास्पद है. ऐसे में निष्पक्ष जांच की उम्मीद नहीं की जा सकती है.
टीम में शामिल तकनीकी पदाधिकारी
बताया गया है कि जांच टीम में तकनीकी पदाधिकारीके रुप में पदस्थापित प्रखंड के विभिन्न पंचायत के पंचायत सचिव क्रमश: राजनारायण चौधरी, शिव शंकर पंडित, देवेंद्र साह, शंभू पासवान, महेंद्र साह, अनिल कुमार, रामवृक्ष सिंह, योगेंद्र राम के अलावा मनरेगा जेइ रीतेश कुमार, प्रखंड प्रसार पदाधिकारी रामबली महतो, प्रसार कार्यकर्ता शंभू पासवान शामिल हैं.
प्रशासनिक पदाधिकारी : प्रशासनिक पदाधिकारी के रूप में बीडीओ रुपेंद्र कुमार, सीओ राजीव रंजन, कृषि समन्वयक संजय कुमार, नवल पासवान व गौतम कुमार, कृषि पदाधिकारी कामेश्वर प्रसाद, मनरेगा पदाधिकारी सुशील कुमार, तकनीकी सहायक गौरव कुमार, अंचल सीआइ मनोज कुमार, आवास सहायक पर्यवेक्षक राकेश कुमार, श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी विकास कुमार व विद्युत कनीय अभियंता विभास कुमार को लगाया गया है.
मामले को लेकर जदयू के पंचायती राज प्रकोष्ठ के प्रखंड अध्यक्ष मो युसूफ व जदयू नेता राकेश कुमार सिंह ने कहा कि प्रधान सचिव के आदेश के आलोक में मुख्यमंत्री पेयजल योजना की जांच करायी जा रही है, पर जांच टीम में स्थानीय पदाधिकारी व कर्मी शामिल हैं जो खुद अनियमितता में संलिप्त माने जाते हैं. ऐसे में निष्पक्ष जांच संभव नहीं है. जदयू की ओर से जल्द ही एक प्रतिनिधि मंडल प्रधान सचिव व पंचायती राज मंत्री से मिल कर मामले की शिकायत कर जिला स्तर टीम के माध्यम से उक्त योजना का जांच कराने की मांग करेगा.
अनुपस्थित पदाधिकारी के बदले जांच कर रहे अन्य कर्मी : बताया गया कि सीओ राजीव रंजन न्यायालय के कार्य से पटना में हैं. उन्हें खैरवा मलाही व भेड़रहिया पंचायत में जांच करना है, पर उनके बदले पंचायत सचिव देवेंद्र साह जांच कर रहे हैं. इसी प्रकार बथुआरा व धनहा पंचायत में कृषि समन्वयक संजय कुमार को जांच करना था, पर बीमार होने के चलते वे जांच नहीं कर सके. वहीं विद्युत जेई विभाष कुमार को कोईरिया पिपरा पंचायत की जांच का जिम्मा मिला हुआ है, पर उन्हें अब तक इस बात की जानकारी नहीं है.
मेजरगंज. डीएम के निर्देश पर मंगलवार को प्रखंड के सभी आठ पंचायतों में नल-जल गली – नाली व पक्की सड़क का जांच किया गया. बीडीओ अमर कुमार द्वारा सभी पंचायतों के लिए अलग-अलग टीम का गठन किया गया था. बीडीओ श्री कुमार ने बताया कि नल जल में घोर अनियमितता पायी गयी है. अधिकांश वार्डों में नल जल का काम अधूरा है. वही, जहां कार्य पूरा किया गया है, वहां मानक के अनुरूप कार्य नहीं किया गया है.
इसको लेकर संबंधित वार्ड सचिव, अध्यक्ष व एजेंसियों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए डीएम को रिपोर्ट भेजा जायेगा.
बोखड़ा. प्रखंड के बुधनगरा पंचायत में मंगलवार को मुख्यमंत्री नल-जल योजना की जांच को बीडीओ अमरेंद्र कुमार पंडित के साथ जिला कल्याण पदाधिकारी सुरेश कुमार व जेइ अनुज कुमार पहुंचे. बीडीओ श्री पंडित ने बताया कि बुधनगरा के 8,10,13 जांच की गयी. इस दौरान कई स्थानों पर अधूरे कार्य को देख, उसे शीघ्र पूरा करने का निर्देश दिया गया. इसी प्रकार मेहिसौथा पंचायत के कई वार्डों में कार्य अधूरा पाया गया. जांच का रिपोर्ट डीएम को भेजा जायेगा.

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