आइविल चाय बागान प्रबंधन ने शुरू किया पायलट प्रोजेक्ट
मेटेली : चाय बागान की महिलाओं और किशोरियों को आइविल चाय बागान प्रबंधन के पक्ष से सैनिटरी नैपकिन दिये जा रहे हैं. यह वितरण बागान प्रबंधन द्वारा ब्लू एंजेल नामक समूह के जरिये किया जा रहा है.
समूह की महिलायें घर घर जाकर महिलाओं और किशोरियों को सैनिटरी नैपकिन की उपयोगिता के बारे में जानकारी देकर उन्हें उनके स्वास्थ्य के प्रति सचेत कर रही हैं. इस अभियान के जरिये अभी तक चाय बागान की 85 फीसदी महिलायें सैनिटरी नैपकिन का उपयोग कर रही हैं जिससे स्त्री संबंधी रोगों की संख्या कम हो गयी है.
चाय बागान के जोनल वेलफेयर मैनेजर राजेन बड़ाइक ने बताया कि पिछले साल जून में बागान के श्रमिक मोहल्लों को लेकर 30 सदस्यीय ब्लू एंजेल का गठन किया गया था. कोलकाता की संस्था वीजीएस फाउंडेशन के सहयोग से यह अभियान चलाया जा रहा है. इस काम में लगी महिलाओं को पोशाक भी दिये गये हैं.
उन्होंने बताया कि इसे गुडरिक चाय बागान प्रबंधन के पक्ष से पायलट प्रोजेक्ट के रुप में शुरु किया गया है. वीजीएस फाउंडेशन के पक्ष से अर्पण घोष ने बताया कि सबसे पहले बागान के श्रमिक मोहल्लों में जाकर सर्वे किया गया. इस दौरान जानने को मिला कि 60-70 महिलायें पैड की जगह कपड़ों का उपयोग कर रही हैं. गंदे कपड़ों के चलते ये महिलायें तरह तरह के रोगों का शिकार हो जाती थीं. लेकिन अब ऐसा नहीं हो रहा है.
मेटेली के बीएमओ डॉ. सौमेन दत्त ने बताया कि बागान की यह पहल प्रशंसनीय है. सरकार की ओर से भी महिलाओं को सचेत किया जा रहा है.