सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी नगर निगम के अस्थायी तथा कांट्रैक्चुअल कर्मियों के वेतन वृद्धि की मांग पर सिलीगुड़ी नगर निगम अस्थायी एवं कांट्रैक्चुअल कर्मचारी संग्रामी मंच की ओर से नगर निगम के कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा गया. गुरुवार को इससे पहले एक रैली का भी आयोजन किया गया.
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वेतन वृद्धि की मांग पर अस्थायी कर्मियों ने किया जोरदार प्रदर्शन
सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी नगर निगम के अस्थायी तथा कांट्रैक्चुअल कर्मियों के वेतन वृद्धि की मांग पर सिलीगुड़ी नगर निगम अस्थायी एवं कांट्रैक्चुअल कर्मचारी संग्रामी मंच की ओर से नगर निगम के कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा गया. गुरुवार को इससे पहले एक रैली का भी आयोजन किया गया. रैली सिलीगुड़ी कोर्ट मोड़ के पास स्थित बाघा […]
रैली सिलीगुड़ी कोर्ट मोड़ के पास स्थित बाघा जतिन पार्क से निकलकर नगर निगम कार्यालय में दाखिल हुई. इस दौरान कर्मचारी संगठन के सदस्यों ने मेयर के खिलाफ जमकर नारे भी लगाये.
इस बारे में अस्थायी व कांट्रैक्चुअल कर्मचारियों की ओर से संजय कर्मकार, गणेश दास व अन्य ने बताया कि सरकारी नियमानुसार नगर निगम के ग्रुप सी तथा ग्रुप डी के कर्मचारियों के वेतन में वृद्धि की जा रही है.
इससे पहले भी स्थायी कर्मचारियों को कई तरह के लाभ प्रदान किये गये हैं. लेकिन हर बार वेतन वृद्धि व अन्य सुविधाओं से सिलीगुड़ी नगर के अस्थायी व कांट्रैक्चुअल कर्मचारी वंचित रह जाते हैं. उन्होंने मांग करते हुए कहा कि नये सरकारी आदेशों के अनुरूप उनके वेतन को भी बढ़ाना होगा. इसे लेकर उनकी ओर से नगर निगम के कमिश्नर सोनम वांगदी भूटिया को ज्ञापन सौंपा गया है.
दूसरी ओर मेयर ने बताया कि राज्य सरकार की ओर से एक आदेश जारी कर कहा गया है कि राज्य के विभिन्न नगर निगमों तथा नगरपालिकाओं में राज्य के वित्त विभाग की अनुमति के बिना कर्मचारियों की नियुक्ति की गयी है, जिस वजह से राज्य सरकार उन्हें वेतन प्रदान करने में असमर्थ है.
इसके अलावा राज्य सरकार की ओर से ऐसे कर्मचारियों को निकालने की बात भी कही गयी है. उन्होंने कहा कि सिलीगुड़ी नगर निगम में 10 वर्ष से ज्यादा काम करनेवाले कर्मियों को स्थायी किया गया है. मेयर ने बताया कि राज्य की विभिन्न नगरपालिका तथा नगर निगमों में एक लाख से अधिक अस्थायी कर्मचारी हैं.
उन्होंने ऐसे लोगों की नौकरियों को स्थायी करने की मांग राज्य सरकार से की है. इसे लेकर वह सिलीगुड़ीवासी पर्यटन मंत्री के अलावा मुख्यमंत्री को भी एक पत्र लिखेंगे. मेयर ने बताया कि वित्त विभाग की अनुमति लेकर नगर निगम को स्थायी कर्मचारियों का वेतन बढ़ाने और बाकियों को काम से निकालने की बात कही गयी है. लेकिन वह ऐसा नहीं करेंगे. मेयर ने साफ शब्दों में कहा कि किसी भी कर्मचारी को काम से नहीं निकाला जायेगा.
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