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बानरहाट : पेयजल संकट से जूझ रहे हैं देवपाड़ा चाय बागान के श्रमिक
बानरहाट : बानरहाट थानांतर्गत देवपाड़ा चाय बागान के श्रमिकों को अरसे से पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है. यहां के श्रमिकों का आरोप है कि चाय बागान प्रबंधन ने पीएचई की जलापूर्ति प्रणाली की व्यवस्था नहीं करायी है. फलस्वरुप एक से लेकर दो किमी तक पैदल जाकर श्रमिकों को पेयजल लाना पड़ता है. […]
बानरहाट : बानरहाट थानांतर्गत देवपाड़ा चाय बागान के श्रमिकों को अरसे से पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है. यहां के श्रमिकों का आरोप है कि चाय बागान प्रबंधन ने पीएचई की जलापूर्ति प्रणाली की व्यवस्था नहीं करायी है.
फलस्वरुप एक से लेकर दो किमी तक पैदल जाकर श्रमिकों को पेयजल लाना पड़ता है. सबसे अधिक परेशानी बरसात के दिनों में होती है जब पेयजल के सोर्स तक जाने के रास्ते बरसाती पानी के चलते बंद हो जाते हैं.
तब अशुद्ध पानी पीने के लिये ये श्रमिक बाध्य हो जाते हैं. इस तरह इन्हें नाना प्रकार के रोगों से पीड़ित होना पड़ता है. उल्लेखनीय है कि चाय बागान के अस्पताल लाइन, नायक लाइन, प्रेमनगर और क्वार्टर लाइन में पेयजल का सर्वाधिक संकट है. तकरीबन 250 परिवार पेयजल की सुविधा से वंचित हैं. जबकि चाय बागान के श्रम कानून के अनुसार इन श्रमिकों को उनकी बुनियादी जरूरतों से भी वंचित रखा गया है. इन श्रमिकों ने जल्द से जल्द बागान प्रबंधन से जलापूर्ति सुनिश्चित करने की मांग की है.
देवपाड़ा चाय बागान के निवासी रुपम लोहार, राजेश ग्वाला, आनंद ग्वाला ने कहा कि चाय बागान के चार श्रमिक मोहल्लों में पेयजल की आपूर्ति की कोई व्यवस्था नहीं है. वहीं, स्थानीय ग्राम पंचायत सदस्य संजीव नायक ने बताया कि चाय बागान के प्रबंधन और स्थानीय प्रशासन को इस बारे में अवगत कराया गया है. बानरहाट दो नंबर ग्राम पंचायत की प्रधान नवमी थापा ने बताया कि इस ग्राम पंचायत इलाके में रिजरवॉयर का निर्माण कार्य चल रहा है. काम जल्द समाप्त हो इसके लिये प्रयास जारी है.
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