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Friday, March 29, 2024

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पूर्व छात्रों के अभिभावक बने हैं भाजपा के प्रवक्ता : शुभेंदु

इस्लामपुर : किसी भी तरह की मृत्यु दुखद होती है. उसमें भी दो पूर्व छात्रों की मौत की घटना से वह भी मर्माहत हैं. लेकिन इस मुहिम के पीछे जो भाजपा और आरएसएस की छत्रछाया है वह स्पष्ट है. एक तरह से कहें तो दोनों मृत पूर्व छात्रों के अभिभावक भाजपा के प्रवक्ता के रूप […]

इस्लामपुर : किसी भी तरह की मृत्यु दुखद होती है. उसमें भी दो पूर्व छात्रों की मौत की घटना से वह भी मर्माहत हैं. लेकिन इस मुहिम के पीछे जो भाजपा और आरएसएस की छत्रछाया है वह स्पष्ट है. एक तरह से कहें तो दोनों मृत पूर्व छात्रों के अभिभावक भाजपा के प्रवक्ता के रूप में काम कर रहे हैं. उनकी आपत्ति इस बात को लेकर है.
रविवार को इस्लामपुर ब्लॉक के पंडितपोता दो नंबर ग्राम पंचायत के तहत धुलाईबस्ती में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए परिवहन मंत्री शुभेंदु अधिकारी ने कुछ इस तरह से दाड़ीभीट कांड की मुहिम में शामिल लोगों पर निशाना साधा.
उल्लेखनीय है कि शुभेंदु परिवहन मंत्री के अलावा तृणमूल के उत्तर दिनाजपुर जिले के पर्यवेक्षक भी हैं. उन्होंने दाड़ीभीट की माटी को नमन करते हुए कहा कि यह तो तय है कि किसी ने किसी की गोली से इन पूर्व छात्रों की मौत हुई है. सीआईडी इसकी जांच कर रही है. उल्लेखनीय है कि मंत्री की जनसभा दाड़ीभीट में ही होने की बात थी. लेकिन बीते 3 जनवरी को कलकत्ता हाईकोर्ट ने अपने निर्देश में दाड़ीभीट स्कूल मैदान में किसी तरह की रैली व सभा पर रोक लगा दी जिसके बाद सभास्थल वहां से दो किमी दूर धुलाईबस्ती में किया गया. इस वजह से इस जनसभा के प्रति लोगों की उत्सुकता थी.
परिवहन मंत्री ने कहा कि उनकी इन दोनों परिवारों के प्रति संवेदना है. साथ ही भाजपा की ओर इशारा करते हुए दावा किया कि आगामी लोकसभा चुनाव में तृणमूल पंडितपोता दो नंबर ग्राम पंचायत से पांच हजार वोटों से आगे रहेगी. भाजपा की रथयात्रा के प्रसंग में कहा कि रथयात्रा कुछ नेताओं द्वारा आनंद-मस्ती करने के अलावा कुछ भी नहीं है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दंगा लगने की आशंका को देखते हुए इसकी अनुमति नहीं दी है. केंद्र की मोदी सरकर नोटबंदी, जीएसटी जैसी नीतियों को लेकर फेल है. इसलिये केंद्र में हम लोग गैरभाजपा सरकार के गठन के पक्ष में हैं. इससे महंगायी में भी कमी आयेगी. मंत्री ने समर्थकों से बड़ी तादाद में ब्रिगेड रैली में शामिल होने का आह्वान भी किया. जनसभा को तृणमूल के राज्य महासचिव असीम घोष और पंचायत व ग्रामोन्नयन राज्य मंत्री गोलाम रब्बानी ने भी संबोधित किया.
वर्षों से प्रवासी समाज को संबल दे रहा बिहारी कल्याण मंच
सिलीगुड़ी : बिहारी बिरादरी से जुड़ा बिहारी कल्याण मंच का इतिहास तकरीबन 21 साल पुराना है. यह कहना है संस्था के वर्तमान अध्यक्ष गणेश त्रिपाठी का. उन्होंने बताया कि संस्था के नाम में ‘बिहारी’ शब्द का खासतौर पर इस्तेमाल किया गया है.
बिहारी शब्द से सिर्फ बिहार राज्य तक के लोगों तक सीमित नहीं है, इससे बिहार के साथ उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़ आदि क्षेत्रों से आये प्रवासियों का बोध होता है, जो कारोबार, नौकरी व अन्य रोजी-रोजगार के सिलसिले में वर्षों पहले पूर्वोत्तर के विभिन्न राज्यों में आकर बसे और स्थानीय जनसुमदाय का अभिन्न अंग बन गये हैं.
ऐसे सभी प्रवासियों की सेवा के निमित्त साल 1998 में बिहारी कल्याण मंच की नींव रखी गयी. संस्था के तत्कालीन अध्यक्ष रामानंद प्रसाद व सचिव नरेंद्र सिंह उर्फ नंदू की अगुवाई में 31 कार्यकारिणी सदस्यों के साथ संस्था का बोर्ड गठित हुआ और संस्था के साथ तकरीबन 800 सदस्य जुड़े.
संस्था के प्रवक्ता सह संयोजक तथा पेशे से शिक्षक बिपिन गुप्ता ने बताया कि वर्तमान कार्यकारिणी का कार्यकाल लगभग समाप्त हो चुका है. इसी महीने के 20 जनवरी को चुनाव होगा. इसके बाद वापस तीन साल के लिए कार्यकारिणी का गठन होगा. करणवीर सिंह फिलहाल कार्यवाहक सचिव हैं.
गणेश त्रिपाठी अध्यक्ष हैं. उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी बिपिन बिहारी गुप्ता, ब्रज किशोर प्रसाद व अन्य के कंधों पर है. वहीं, कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी मनोज तिवारी संभाल रहे हैं. दूसरी ओर सलाहकार समिति के सदस्यों में नरेंद्र सिंह उर्फ नंदू, रामानंद प्रसाद, विजय गुप्ता, दिलीप प्रसाद, अभय ओझा, वर्तमान कार्यकारिणी सदस्य विरेंद्र सिंह, पूर्व सह सचिव धनंजय गुप्ता व अन्य हैं.
इनके अलावा सिलीगुड़ी नगर निगम के डिप्टी मेयर सह तीन नंबर वार्ड के पार्षद रामभजन महतो, निगम बस्ती विकास विभाग के पूर्व मेयर परिषद सदस्य संजय पाठक, निगम द्वारा संचालित तीन नंबर बोरो कमेटी के चेयरमैन सह 18 नंबर वार्ड के पार्षद निखिल सहनी व अन्य जनप्रतिनिधि समेत हजारों के तादाद में समाज के लोग जुड़े हुए हैं.
प्रवासी बिहारियों की सेवा और उनके माध्यम से सार्वजनिक सेवा करना, बिहारी भाषा और धार्मिक व लोक संस्कृति का संरक्षण एवं सामाजिक सुरक्षा प्रदान करना और उन्हें प्रोत्साहित करना है.
साथ ही चाय बागानों से जुड़े आदिवासियों की भी संस्कृति का संरक्षण और सामाजिक सुरक्षा दिलाना है. बच्चों में शिक्षा का अलख जगाना संस्था का मुख्य मकसदों में से एक है. वह बच्चा चाहे किसी भी समाज के किसी भी वर्ग से क्यों न जुड़ा हो. शिक्षण संस्थानों की स्थापना व उनका संचालन करना भी है.
सिलीगुड़ी के साथ ही पूर्वांचल क्षेत्रों के सार्वजनिक विकास में हाथ बंटाना है. लोक साहित्य व भाषा व सामाजिक विकास के लिए हमेशा प्रयास करना है. आर्थिक रुप से कमजोर वर्ग के मरीजों के लिए चिकित्सा मुहैया कराना है. समाज को कुरीतियों से दूर करना और मूल संस्कृति को पुनर्जागृत करना है. खासतौर पर बच्चे-बच्चियों, किशोर-किशोरियों व युवक-युवतियों को पथभ्रष्ट होने से बचाना है.
भारत के विभिन्न प्रांतों व देश बाहर रहने वाले प्रवासी बिहारी समाज के लोगों से संपर्क साध कर समाज के लिए कल्याणकारी कार्य करना और आपस में भाईचारा बढ़ाकर एकता की मिसाल कायम करना भी है. साथ ही पारिवारिक कलह को कानूनी लड़ाई की जगह आपसी मेलजोल से सुलझाने का प्रयास करना भी है. संस्था द्वारा यह सभी सेवाकार्य वर्ष भर आयोजित होता रहता है.
प्रभात खबर ने ‘समाजसेवियों से संवाद’ नाम से एक विशेष अभियान शुरू किया है. इसके तहत सिलीगुड़ी की प्रमुख सामाजिक संस्थाओं के इतिहास, उद्देश्य व उपलब्धियों से पाठकों को रूबरू कराया जा रहा है. प्रत्येक सोमवार को हम ऐसी किसी एक सामाजिक संस्था का पूरा ब्योरा प्रकाशित करते हैं.
आज सिलीगुड़ी के बिहारी कल्याण मंच के सेवा कार्यों के दो दशक के सफर को पेश किया जा रहा है. इसके लिए प्रभार खबर की टीम शहर के गुरुंग बस्ती स्थित सिलीगुड़ी मॉडल सीनियर सेकेंडरी हाई स्कूल पहुंची और वहां के सभाकक्ष में संस्था के पदाधिकारियों के साथ ल‍ंबी बातचीत की.
नदियों की सफाई और शिक्षा में किया बड़ा काम
वीरेंद्र सिंह ने बताया कि संस्था ने अपने नदी बचाओ कार्यक्रम के तहत महानंदा, जोड़ापानी, साहु नदियों को गंदा होने से रोकने, नदी किनारे लोगों को शौच न करने के लिए जागरूक करने में काफी काम किया है.
स्वच्छ भारत अभियान के तहत शहर को सुंदर और स्वच्छ बनाने, प्रदूषणमुक्त शहर गढ़ने के लिए हरियाली बढ़ाने व हरियाली के संरक्षण के साथ ही बच्चों को पार्थेनियम जैसे जहरीले पौधों को खत्म करने के लिए जागरूक करने का काम नियमित रूप से किया जाता है.
10वीं और 12वीं में उत्तीर्ण मेधावी छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत करने जैसे सेवामूलक कार्यक्रम विशेषतौर पर वर्ष भर आयोजित होते रहते हैं. साथ ही देश-विदेश (नेपाल, भूटान व अन्य) में किसी विपदा में भी बिहारी कल्याण मंच हमेशा आगे रहता है.
नि:शुल्क कोचिंग से करायी जाती है परीक्षा की तैयारी
बिपिन गुप्ता ने बताया कि बच्चों में शिक्षा के प्रसार के मकसद से बीते तीन सालों से संस्था ने माध्यमिक देनेवाले परिक्षार्थियों को बिल्कुल मुफ्त में हरेक विषयों की तैयारी कराने व परीक्षा से डर मिटाने की जो सेवा शुरू की है, समाज का हरेक वर्ग इसकी सराहना कर रहा है.
माध्यमिक परीक्षा की तैयारी के लिए नि:शुल्क कोचिंग में आनेवाले परीक्षार्थियों की संख्या में हर साल इजाफा हो रहा है. इसबार अभी तक 190 परिक्षार्थियों ने पंजीकरण कराया है.
इनका तीन चरणों में टेस्ट लिया गया. 50 फीसदी से अधिक अंक लाने वाले को ग्रुप ‘ए’, 40-50 फीसदी अंक पानेवाले को ग्रुप ‘बी’ और 40 फीसदी से कम अंक प्राप्त करनेवाले को ग्रुप ‘सी’ केटोगरी में रखा गया है.
ग्रुप के हिसाब से ही शिक्षक मधुकर कुमार सिंह, वैदेहीशरण मिश्र, ललित कुमार शर्मा, जयप्रकाश रजक, शैलेंद्र सिंह, चंद्रशेखर पांडेय, केवल किशोर झा, संजीव गुप्ता, डॉ श्याम सुंदर अग्रवाल, सुरेंद्र प्रसाद, मनोज सिंह, रवि सिंह, सुबोध यादव, संजय रजक, मोहम्मद सलीम व अन्य सभी शिक्षकगण हिंदी माध्यम के अलावा अंग्रेजी व नेपाली माध्यम के परीक्षार्थियों को पूरी तरह नि:स्वार्थ सेवा दे रहे हैं.
इन परीक्षार्थियों को परीक्षा की तैयारी के लिए प्रिंसिपल सह दंत विशेषज्ञ डॉ श्याम सुंदर अग्रवाल ने सिलीगुड़ी मॉडल स्कूल का सभाकक्ष दे रखा है. इसके अलावा देशबंधु हिंदी हाइस्कूल ने भी इस सेवा के लिए अपनी सहमति संस्था को दे दी है.
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