गिनती के दौरान घर के मुखिया
बोलिए! क्या खाते हैं, कहां नहाते हैं?
गिनती के दौरान घर के मुखिया को किसी भी प्रकार का नहीं देना होगा कोई दस्तावेज समस्तीपुर : राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) अपडेट करने के दौरान क्या खाते हो और कहां नहाते हो का भी जवाब देना होगा. घर के मुखिया को मकान नम्बर व अन्य सवालों के जवाब के बाद ही मकान एनपीआर में […]
को किसी भी प्रकार का नहीं देना होगा कोई दस्तावेज
समस्तीपुर : राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) अपडेट करने के दौरान क्या खाते हो और कहां नहाते हो का भी जवाब देना होगा. घर के मुखिया को मकान नम्बर व अन्य सवालों के जवाब के बाद ही मकान एनपीआर में दर्ज होगा. गिनती पूरी हो जाने के बाद इंसानों की गिनती की जाएगी. एनपीआर का इस्तेमाल सरकार अपनी योजनाओं को लागू करने के लिए करती है.
एनपीआर में लोगों द्वारा दी गई सूचना को ही सही माना जाता है. घर के मुखिया को एक, दो या तीन नहीं बल्कि 31 सवालों के जवाब देने होंगे. नगर परिषद क्षेत्र में इस कार्य को पूरा करने के लिए तैयारी शुरू कर दी गई है.
जानकारी के मुताबिक घर के मुखिया को मकान नंबर, मकान की हालत, भोजन में प्रयोग किए जाने वाले प्रमुख अनाज, स्वामित्व की स्थिति, पेयजल, रसोई, शौचालय, ईंधन, प्रकाश और गंदे पानी के निकास समेत 31 सवालों के जवाब देने होंगे. इन सभी सवालों के जवाब के बाद ही घर के मुखिया का मकान एनपीआर में दर्ज होगा.
18 मई से 30 जून तक चलेगी गिनती
18 मई से 30 जून तक गिनती चलेगी. गिनती पूरी हो जाने के बाद इंसानों की गिनती की जाएगी. एनपीआर में सभी गांव-शहर और कस्बों में मकानों की गिनती की जाएगी. रसोई व शौचालय का रिकार्ड भी एनपीआर में होंगे. घर में बिजली कनेक्शन, गैस कनेक्शन व पेयजल के इंतजाम के बारे में आंकड़े जुटाए जाएंगे.
मकानों की सूची की साथ एनपीआर को प्रगणक अपडेट करेंगे. 2016 के बाद एनपीआर को अपडेट नहीं किया गया है. नप के कार्यपालक पदाधिकारी रजनीश कुमार ने बताया कि गिनती के दौरान घर के मुखिया को किसी भी प्रकार का कोई दस्तावेज नहीं देना है. प्रगणक को घर के मुखिया जो जानकारी देंगे, उसे ही पूरी तरह से सही माना जाएगा.