सहरसा : मैकेनिकल विभाग की लापरवाही से सहरसा जंक्शन रेल परिक्षेत्र में जलजमाव की स्थिति बनी हुई है. पिछले एक माह से पानी की निकासी नहीं होने से मुख्य गेट से स्टेशन परिसर तक जाने में यात्रियों को काफी मशक्कत करनी पड़ती है. टू लेन का प्रयोग न करके यात्री डिवाइडर के सहारे पश्चिम दिशा के मुख्य गेट से स्टेशन तक पहुंच रहे हैं. स्थिति यह है कि बारिश की वजह से पिछले एक माह से दोनों लेन में जलजमाव की स्थिति बनी हुई है.
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मुख्य गेट से स्टेशन परिसर तक जलजमाव, कैसे जायें यात्री
सहरसा : मैकेनिकल विभाग की लापरवाही से सहरसा जंक्शन रेल परिक्षेत्र में जलजमाव की स्थिति बनी हुई है. पिछले एक माह से पानी की निकासी नहीं होने से मुख्य गेट से स्टेशन परिसर तक जाने में यात्रियों को काफी मशक्कत करनी पड़ती है. टू लेन का प्रयोग न करके यात्री डिवाइडर के सहारे पश्चिम दिशा […]
आलम यह है कि पानी में सड़न होने से दुर्गंध और मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है. एक तरफ रेलवे जहां साफ-सफाई को लेकर लाखों करोड़ों रुपये विज्ञापन पर खर्च कर रही है. वहीं मैकेनिकल विभाग की लापरवाही से सहरसा जंक्शन रेल परिक्षेत्र में जल निकासी रूक गयी है. इंजीनियरिंग सेक्शन का कहना है कि जल निकासी नहीं होने की वजह से सर्कुलेटिंग एरिया में काम पर भी फर्क पड़ रहा है.
जबकि मैकेनिकल विभाग को कई बार साफ-सफाई को लेकर अवगत कराया गया है. यहां बता दें कि अब स्टेशन रेलवे परिक्षेत्र में साफ-सफाई का जिम्मा मैकेनिकल विभाग को दिया गया है. मॉनसून से पहले ही रेलवे परिक्षेत्र में ड्रेन की सफाई होनी थी. लेकिन मैकेनिकल विभाग की लापरवाही से अब तक दिन की सफाई नहीं हुई है.
जिसके कारण गंदगी भरने से पानी ओवरफ्लो होकर रेलवे परिक्षेत्र में बह रहा है. वहीं जल निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है. ऐसे में आने जाने वाले यात्रियों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. नाक पर रूमाल डालकर यात्री आते जाते हैं. ऐसे में यात्रियों के बीमार होने की स्थिति बनी हुई है. लेकिन मेकेनिकल विभाग को इससे कोई फर्क पड़ता नहीं दिख रहा है.
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