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रांची : रक्त संग्रहण के लिए 15 दिन में आ रहे हैं चार मोबाइल वैन

रांची : सरकार ने राज्य में रक्तदान शिविर की सफलता और खून की यूनिट बढ़ाने के लिए प्रयास शुरू कर दिये हैं. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) द्वारा चार ब्लड मोबाइल वैन की खरीदारी की प्रक्रिया शीघ्र पूरी की जायेगी. उम्मीद है कि 15 दिन के अंदर मोबाइल वैन आ जायेगी. उसके बाद वैन की आंतरिक […]

रांची : सरकार ने राज्य में रक्तदान शिविर की सफलता और खून की यूनिट बढ़ाने के लिए प्रयास शुरू कर दिये हैं. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) द्वारा चार ब्लड मोबाइल वैन की खरीदारी की प्रक्रिया शीघ्र पूरी की जायेगी. उम्मीद है कि 15 दिन के अंदर मोबाइल वैन आ जायेगी.

उसके बाद वैन की आंतरिक सज्जा कर राज्य के शेष चारों प्रमंडल में भेज दिया जायेगा. वर्तमान में राज्य में सिर्फ एक ब्लड मोबाइल वैन है, जो रांची व आसपास के जिलों में रक्तदान के लिए जाती है. राज्य के अन्य चारों प्रमंडलों में ब्लड मोबाइल वैन को नहीं भेजा जाता है.
सूत्रों की मानें, तो केंद्र सरकार ने करीब तीन साल पहले ही राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन को करीब 1.25 करोड़ दिये थे, लेकिन वैन की खरीद नहीं की गयी थी. चार मोबाइल की खरीद के लिए जब एनएचएम ने एस्टिमेट मांगा, तो एजेंसी द्वारा दिया गया एस्टिमेट के हिसाब से फंड कम पड़ गया. इसके बाद फंड को रिवाइज कर अतिरिक्त राशि मांगी गयी. फंड मिलने के बाद ब्लड मोबाइल वैन की खरीदारी की प्रक्रिया तेज हो गयी है.
फिलहाल राज्य में है एक मोबाइल वैन, शिविर लगाने में होती है परेशानी
लंबे समय से चल रही थी खरीद की प्रक्रिया, 15 दिन में आ जायेगी वैन
वर्तमान वैन से छोटा होगा वैन, पर सुविधाएं होंगी ज्यादा
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत जो चार ब्लड मोबाइल वैन की खरीदारी हो रही है वह वर्तमान वैन से थोड़ी छोटी हाेगी, लेकिन सुविधाएं उससे बेहतर होगी. सूत्रों की मानें तो इस वैन में रक्तदान करने वाले रक्तदाताआें को ज्यादा आराम महसूस होगा. वैन ग्रामीण क्षेत्र में जाकर लोगों को रक्तदान के लिए जागरूक करेगा.
850 की जगह 1200 रुपये प्रोसेसिंग चार्ज ले रहा रेडक्राॅस
रांची : रेडक्रॉस सोसाइटी द्वारा संचालित ब्लड बैंक प्रोसेसिंग चार्ज के नाम पर 1200 रुपये लिये जा रहे हैं. एनबीटीसी की गाइडलाइन के अनुसार कोई भी ब्लड बैंक 850 रुपये से अधिक प्रोसेसिंग चार्ज नहीं ले सकता है. रेडक्रॉस के कन्वेनर अतुल गेरा ने इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी के चेरयमैन को पत्र लिखा है. उन्होंने कहा है कि रेडक्रॉस द्वारा लगातार एग्जीक्यूटिव कमेटी को दिग्भ्रमित किया जा रहा है.
पत्र में इसका उल्लेख भी है कि रेडक्रॉस ब्लड बैंक दो साल से भी अधिक समय से लोगों से 1200 रुपये वसूल रहा है. तीन मई 2018 को सभी ब्लड बैंक को निर्देश जारी किया गया था कि होल ब्लड के लिए प्रति यूनिट 350 रुपये (नॉको सर्पोटेड ब्लड बैंक) से अधिक नहीं लिया जा सकता है. उन्होंने बताया है कि वह तीन बार इस संबंध में पत्र लिख चुके है, लेकिन कोई ठोस पहल नहीं की गयी है.

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