36.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Trending Tags:

Advertisement

रांची : पांच दिन से 33 वार्डों में कचरे का उठाव बंद, बदतर हुए हालात

रांची नगर निगम और एस्सेल इंफ्रा के बीच में पिस रही जनता, गंदगी के ढेर में तब्दील हुआ शहर रांची : राजधानी रांची की सफाई व्यवस्था पूरी तरह बेपटरी हो चुकी है. सबसे बदतर हालत उन 33 वार्डों की है, जिनकी सफाई का जिम्मा एस्सेल इंफ्रा के नेतृत्व वाले ज्वाइंट वेंचर ‘रांची एमएसडब्ल्यू’ को सौंपा […]

रांची नगर निगम और एस्सेल इंफ्रा के बीच में पिस रही जनता, गंदगी के ढेर में तब्दील हुआ शहर
रांची : राजधानी रांची की सफाई व्यवस्था पूरी तरह बेपटरी हो चुकी है. सबसे बदतर हालत उन 33 वार्डों की है, जिनकी सफाई का जिम्मा एस्सेल इंफ्रा के नेतृत्व वाले ज्वाइंट वेंचर ‘रांची एमएसडब्ल्यू’ को सौंपा गया है. रांची नगर निगम ने समझौते की शर्तों के उल्लंघन और बदइंतजामी का आरोप लगाते हुए एस्सेल इंफ्रा को टर्मिनेट करने का प्रस्ताव राज्य सरकार को भेज दिया है, जहां इस प्रस्ताव पर अंतिम मुहर लगेगी. लेकिन हैरत की बात यह है कि टर्मिनेशन के प्रस्ताव पर अंतिम मुहर लगने से पहले ही कंपनी के कर्मचारियों ने अपने हिस्से वाले इलाकों से कचरे का उठाव बंद कर दिया है. इससे स्थिति नारकीय हो गयी है.
गौरतलब है कि नौ मार्च को हुई नगर निगम बोर्ड की बैठक में एस्सेल इंफ्रा को टर्मिनेट करने का प्रस्ताव पारित किया गया था. इस प्रस्ताव पर सभी 53 वार्डों के पार्षदों ने एक स्वर में सहमति जतायी थी. साथ ही कंपनी को यह निर्देश भी दिया गया था कि जब तक सरकार की ओर से उसे टर्मिनेशन लेटर नहीं मिल जाता, तब तक वह सफाई कार्य बदस्तूर जारी रखे.
हालांकि, कंपनी के कर्मचारियों ने उसके तुरंत बाद ही कचरे का उठाव बंद कर दिया. इसका खमियाजा शहर की आम जनता को भुगतना पड़ रहा है. इसके लिए लोग रांची नगर निगम को ही जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. लोग सवाल उठा रहे हैं कि जब वे नियमित रूप से होल्डिंग, वाटर और यूजर चार्ज का भुगतान कर रहे हैं, तो उनकी गलियां और सड़कें साफ होनी ही चाहिए. रांची नगर निगम और एस्सेल इंफ्रा के बीच क्या विवाद है, इससे उन्हें कोई मतलब नहीं है.
गुरुवार को यह थी शहर की हालत
पांच दिनों से सफाई ठप होने की वजह से गुरुवार को शहर की सड़कों पर जगह-जगह कचरे का ढेर लगा हुआ था, जिनपर आवारा जानवर दिन भर मंडराते रहे. वहीं, सफाई नहीं होने से नालियां गंदगी से बजबजा रही हैं. जिन क्षेत्रों की हालत सबसे बदतर थी, उनमें मोरहाबादी, कांके रोड, एदलहातू, टैगोर हिल रोड, बरियातू रोड, चेशायर होम रोड, कांटाटोली, करबला चौक के आसपास का इलाका, हिंदपीढ़ी, किशोरगंज, मधुकम, हरमू हाउसिंग कॉलोनी, कडरू, इंद्रपुरी, पिस्का मोड़ आदि इलाके शामिल हैं.
एक सप्ताह से पूरा शहर नरक में तब्दील हो गया है. जब हम निगम को हर प्रकार के टैक्स का भुगतान करते हैं, तो नगर निगम का यह दायित्व बनता है कि वह शहरवासियों को साफ सुथरा माहौल दे.
संतोष महतो, मोरहाबादी
हाल के दिनों में शहर की सफाई व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गयी है. कचरे केे ढेर पर आवारा पशु मंडरा रहे हैं. बदबू से राहगीरों का आना-जाना मुहाल है. नगर निगम इस अव्यवस्था को जल्द दुरुस्त करे.
विश्वजीत भट्टाचार्य
शहर की सफाई व्यवस्था को पटरी पर लाने की कोशिश की जा रही है. इसके लिए हम रात में भी विशेष सफाई अभियान चला रहे हैं. शहर की सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए हमने प्लान भी तैयार कर लिया है.
गिरिजा शंकर प्रसाद, अपर नगर आयुक्त, रांची नगर निगम

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें