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रांची : मेकन मजबूत हुआ है, घाटा से बाहर निकला है, अब आगे और भी बेहतर करेंगे : सीएमडी

रांची : भारत सरकार के इस्पात मंत्रालय के अधीन मेकन को केंद्रीय इंजीनियरिंग और डिजाइन ब्यूरो के रूप में वर्ष 1959 में स्थापित किया गया था. यह कंसल्टेंसी से लेकर कमीशन और परियोजना की स्थापना के लिए आवश्यक सेवाएं प्रदान करता है. मेकन ने अपने स्थापना काल से लेकर कई बड़ी परियोजनाओं को सफलतापूर्वक पूरा […]

रांची : भारत सरकार के इस्पात मंत्रालय के अधीन मेकन को केंद्रीय इंजीनियरिंग और डिजाइन ब्यूरो के रूप में वर्ष 1959 में स्थापित किया गया था. यह कंसल्टेंसी से लेकर कमीशन और परियोजना की स्थापना के लिए आवश्यक सेवाएं प्रदान करता है. मेकन ने अपने स्थापना काल से लेकर कई बड़ी परियोजनाओं को सफलतापूर्वक पूरा किया है.
इसमें इसरो के लिए लांचिंग पैंड से लेकर गैस पाइप लाइन बिछाने, खारे पानी को शुद्ध करने, स्टील कंपनी के लिए ओवेन बैटरी बनाने जैसे कार्य हैं. मेकन वित्तीय वर्ष 2015-16 व 2016-17 में घाटे में रहा, लेकिन एक बार फिर कंपनी पटरी पर लौट आयी है.
कंपनी ने जहां 2017-18 में 44 करोड़ का लाभ अर्जित किया, वहीं चालू वित्तीय वर्ष में भी लाभ की स्थिति में है. कंपनी की वर्तमान स्थिति के बारे में प्रभात खंबर के वरीय संवाददाता राजेश झा ने सीएमडी अतुल भट्ट से बातचीत की.
सवाल : मेकन की वर्तमान स्थिति क्या है?
जवाब : मेकन मौलिक रूप से अभी मजबूत है. दो-तीन वर्ष पहले जब मेकन इस्पात उद्योग पर निर्भर था और इस्पात उद्योग मंदी के दौर से गुजर रहा था, तो स्थिति अलग थी. इस्पात उद्योग की क्षमता बढ़ाने का काम अब समाप्त होने की ओर है. ऐसे में मेकन ने नये क्षेत्र वाटर सिस्टम, ऑयल एंड गैस, पावर प्लांट, सब स्टेशन के क्षेत्र में कार्य शुरू किया है. वर्तमान में मेकन केंद्र सरकार की योजना ऊर्जा गंगा, सौभाग्य योजना, दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना, सागर माला आदि से जुड़ा और अभी लाभ अर्जित कर रहा है.
सवाल : मेकन के पास कितने का कार्यादेश है?
जवाब : मेकन के पास अभी ऑयल एंड गैस के क्षेत्र में इस्पात उद्योग से अधिक कार्य है. मेकन अभी रांची, पटना, जमशेदपुर, बोकारो, बनारस आदि शहरों में गैस पाइप लाइन का कार्य कर रहा है. डेहरी-अॉनसोन में नदी के नीचे पाइप लाइन बिछा रहा है, जो करीब 4.3 किलोमीटर का है. मेकन के पास कुल 2350 करोड़ रुपये का कार्यादेश है.
सवाल : किन-किन क्षेत्रों में मेकन कार्य कर रहा हैै?
जवाब : मेकन अभी गैस पाइप लाइन के अलावा डिफेंस के लिए सी बर्ड योजना और यूरोनियम कॉरपोरेशन जादूगोड़ा का विस्तारीकरण कर रहा है. ओड़िसा में 232 पावर सब स्टेशन बनना है, जो अब लगभग पूरा होने वाला है. इसके अलावा विशाखापट्टनम में कोक ओवेन परियोजना, झारखंड में भारत नेट का काम, सेल का विस्तारीकरण, सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन कार्य, इसरो के लिए कई प्रोजेक्ट का कार्य किया जा रहा है. वहीं इसरो की अन्य महत्वपूर्ण परियोजनाओं में भी काम करने के लिए उन्होंने इसरो के अध्यक्ष से बात की है.
सवाल : झारखंड में मेकन कहां और क्या कार्य कर रहा है.
जवाब : झारखंड में मेकन को जितना काम करना चाहिए, उतना नहीं कर रहा है. मेकन झारखंड में ब्रॉड बैंड कनेक्शन ब्लॉक व पंचायत स्तर पर देने का कार्य कर रहा है. इसके अलावा विभिन्न शहरों में ऑयल एंड गैस पाइपलाइन, रेलवे स्टेशन के जीर्णोद्धार के क्षेत्र में कार्य कर रहा है. मेकन वर्तमान में बोकारो में कोक ओवेन परियोजना पर कार्य कर रहा है.
सवाल : इसरो के लिए मेकन क्या कर रहा हैै?
जवाब : मेकन अभी इसरो के लिए आइपीआरसी की इंट्रीग्रेटेड इंजन टेस्टिंग फैसेलिटी, महेंद्रगिरी के लिए सेमी क्रायो, इसरो माउंट आबू के लिए टेलीस्कोप, इसरो श्रीहरिकोटा के लिए एसपीआरओबी, इसरो भोपाल के लिए के लिए पे लोड फेब्रिकेशन एंड टेस्टिंग फेसिलिटी के लिए कार्य कर रहा है.
सवाल : मेकन का विलय इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड में होने की बात चल रही हैै?
जवाब : मेकन जब घाटे में था, तब ऐसा सोचा गया था. अब मेकन लाभ के पथ पर चल रहा है और इस स्थिति को बनाये रखना चाहता है. झारखंड में मेकन एक अलग तरह की संस्था है. मेकन इंजीनियरिंग के क्षेत्र में एक हब के रूप में है. अब सरकार पर निर्भर है कि वह क्या फैसला लेती है. जो भी फैसला सरकार लेगी, वह मान्य होगा.
सवाल : मेकन ने कर्मियों को पेंशन देने की स्वीकृति दी थी, क्या हुआ?
जवाब : बोर्ड की स्वीकृति मिलने के बाद पेंशन लागू करने का कार्य तेजी से हो रहा है. एलआइसी से भी बात हुई है. इस माह (मार्च) से इसे लागू कर दिया जायेगा. इससे 2000 से अधिक लोगों को फायदा होगा.
सवाल : रेलवे के क्षेत्र में मेकन क्या कर रहा है?
जवाब : मेकन को रेलवे स्टेशन के जीर्णोद्धार का काम मिला है. यह भारत सरकार की महत्वकांक्षी परियोजना है. इसके बाद स्टेशनों का पूरा कायाकल्प हो जायेगा. इस कार्य में ज्यादा से ज्यादा स्टील का प्रयोग किया जायेगा. जिससे परियोजना का लाइफ अधिक होगी और वह सुंदर भी दिखेगा. रेलवे स्टेशन एयरपोर्ट की तरह सुंदर दिखेगा. झारखंड में रांची व बोकारो स्टेशन कस जीर्णोद्वार होना है. प्रथम चरण में देश के 45 स्टेशनों का जीर्णोद्धार होना है. मेकन को देश के नौ स्टेशन के जीर्णोद्वार का काम मिला है. इसमें मुंबई के चार, चेन्नई का एक, अजमेर का एक, पंजाब के लोनेवाला में एक, झारखंड में दो स्टेशन शामिल हैं.
सवाल : मेकन रक्षा क्षेत्र में किन परियोजनाओं पर कार्य कर रहा है?
जवाब : मेकन कई बड़ी परियोजनाओं के साथ जुड़ा है और देश को सशक्त बनाने में अहम भूमिका निभा रहा है. इसमें नेवल बेस, कारवर की प्रोजेक्ट सीबर्ड फेज-टू ए डॉकयार्ड एवं एफलीट बेस इमारतें, बीइएल के माध्यम से ब्लास्ट प्रूफ इलेक्ट्रो मैग्नेटिक पल्स प्रोटेक्टेड अंडरग्राउंड स्ट्रेक्चर, गोवा व कोच्चि में नेवल एयरक्राफ्ट यार्ड में अपनी सेवाएं दे रहा है. वहीं मेकन ओमान व इंडोनेशिया में स्टील प्लांट के लिए कार्य कर रहा है.
सवाल : मेकन ने कोक ओवन बैटरी के क्षेत्र में बहुत काम किया है. वर्तमान में इसके लिए कहीं का कार्यादेश मिला है.
जवाब : मेकन ने कोक ओवन बैटरी के क्षेत्र में खुद की तकनीक इजाद की है, जो सिर्फ कुछ वैश्विक बड़ी कंपनियों के पास है. मेकन के पास 1.0 एमटीपीए तक की टॉप चार्जर्ड कोक ओवन बैटरी, 4250 एमक्यू तक के ब्लास्ट फर्नेस एवं स्टोबस तथा पीलीट प्लांट में 1.2 एमटीपीए तक की क्षमता की तकनीक है.
सवाल : सेल के आधुनिकीकरण में मेकन का कितना योगदान हैै?
जवाब : सेल के आधुनिकीकरण में मेकन की महती भूमिका है. मेकन ने वहां 12 से 24 मिलियन टन विस्तारीकरण का काम किया है. वर्ष 2030 तक सेल ने अपनी स्टील क्षमता 50 मिलियन टन करने की योजना बनायी है. इसमें मेकन भी अहम भूमिका निभायेगा.

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