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झारखंड भर में 338 मेगावाट बिजली की लोड शेडिंग
रांची : पिछले 15 जनवरी से बिजली की लोड शेडिंग का जो सिलसिला जो शुरू हुआ है, वह सोमवार को भी जारी रहा. सोमवार को राज्यभर में 338 मेगावाट की लोड शेडिंग की गयी. इस कारण रांची समेत लोहरदगा, गुमला, सिमडेगा, खूंटी, लातेहार, पलामू, गढ़वा, चतरा, जमशेदपुर, प. सिंहभूम व संथाल-परगना के इलाकों में घंटों […]
रांची : पिछले 15 जनवरी से बिजली की लोड शेडिंग का जो सिलसिला जो शुरू हुआ है, वह सोमवार को भी जारी रहा. सोमवार को राज्यभर में 338 मेगावाट की लोड शेडिंग की गयी. इस कारण रांची समेत लोहरदगा, गुमला, सिमडेगा, खूंटी, लातेहार, पलामू, गढ़वा, चतरा, जमशेदपुर, प. सिंहभूम व संथाल-परगना के इलाकों में घंटों लोड शेडिंग कर बिजली की आपूर्ति की जा रही है.
स्थिति यह है कि सुबह से ही बिजली आने-जाने का सिलसिला शुरू हो जा रहा है, जो देर शाम तक जारी रहता है. वजह बतायी जा रही है कि आधुनिक पावर से उत्पादन ठप है. इससे 183 मेगावाट बिजली झारखंड को मिलती है. इधर, सेंट्रल पूल से आवश्यकता से कम बिजली दी जा रही है. इस कारण दिन के समय 338 मेगावाट की शेडिंग की गयी.
23 के बाद ही लोड शेडिंग से निजात संभव : आधुनिक पावर के प्रबंधन ने कहा है कि 23 जनवरी से एक यूनिट चालू की जायेगी. इसके बाद 183 मेगावाट बिजली मिलने लगेगी.
झारखंड की अपनी बिजली 267 मेगावाट : झारखंड की अपनी बिजली सोमवार को केवल 267 मेगावाट थी. इसमें तेनुघाट से 211 मेगावाट, सीपीपी से छह मेगाीवाट और इनलैंड पावर से 52 मेगावाट का उत्पादन हुआ.
सेंट्रल पूल से दिन के समय 716 मेगावाट बिजली मिल रही थी, जो शाम के समय 726 मेगावाट हो गयी. झारखंड के पास कुल बिजली की उपलब्धता 993 मेगावाट की थी. जबकि, मांग 1150 मेगावाट से भी अधिक की थी. दिन के समय 338 मेगावाट की लोड शेडिंग की गयी.
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