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रांची : मेहनत से अर्जित धन को अगली पीढ़ी के लिए सुरक्षित रखें : नवेंदु शेखर
रांची : कोर्ट में 62 प्रतिशत विवाद जायदाद से संबंधित हैं, क्योंकि बहुत कम भारतीय जायदाद और उत्तराधिकार से संबंधित योजना बनाते हैं. उक्त बातें मुंबई से आये रिलायंस म्यूचुअल फंड के नवेंदु शेखर ने रविवार को चेंबर भवन में कही. श्री शेखर पीएमपीके वेल्थ एडवाइजर्स के तत्वावधान में आयोजित सेमिनार में बोल रहे थे. […]
रांची : कोर्ट में 62 प्रतिशत विवाद जायदाद से संबंधित हैं, क्योंकि बहुत कम भारतीय जायदाद और उत्तराधिकार से संबंधित योजना बनाते हैं. उक्त बातें मुंबई से आये रिलायंस म्यूचुअल फंड के नवेंदु शेखर ने रविवार को चेंबर भवन में कही.
श्री शेखर पीएमपीके वेल्थ एडवाइजर्स के तत्वावधान में आयोजित सेमिनार में बोल रहे थे. सेमिनार का विषय जायदाद नियोजन एवं उत्तराधिकार नियोजन था. उन्होंने कहा कि पुरखों से मिले और मेहनत से अर्जित किये गये धन को अगली पीढ़ी के लिए ठीक से रखना चाहिए. परिवार या व्यवसाय में किसी प्रकार का विवाद नहीं हो, इसके लिए जायदाद नियोजन एवं उत्तराधिकार नियोजन की आवश्यकता होती है.
बेहतर उत्तराधिकार व्यवस्था बनाने की आवश्यकता : नवेंदु शेखर ने कहा कि नॉमिनेशन, ज्वाइंट एकाउंट, ट्रस्ट के माध्यम से जायदाद एवं उत्तराधिकार की व्यवस्था बनायी जा सकती है. व्यवसाय को भी सुचारु रूप से चलाते रहने के लिए भी एक बेहतर उत्तराधिकार व्यवस्था को बनाने की आवश्यकता होती है.
ऐसा नहीं करने के कारण सिर्फ तीन प्रतिशत व्यवसाय चौथी पीढ़ी तक चलते हैं और बाकी व्यवसाय एक से दो पीढ़ी में ही सिमट जाते हैं. पीएमपीके वेल्थ के प्रदीप जैन ने अवयस्क बच्चों के लिए लेटर ऑफ गार्जियनशिप बनाने पर जोर दिया. इससे कोर्ट से लीगल गार्जियन अप्वाइंट करवाने की आवश्यकता खत्म हो जाती है. मौके पर कई व्यवसायी, सीए, वकील, ब्यूरोक्रेट्स, नौकरी पेशा आदि उपस्थित थे.
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