एक जुलाई से पूरे देश में जीएसटी (गुड्स एंड कमोडिटी टैक्स) लागू हो गया है़ इसको लेकर शनिवार को राजधानी रांची के व्यापारी परेशान दिखे़ सिस्टम अपडेट नहीं होेने के कारण व्यापारियों को काफी परेशानी हुई़ दुकानों में सन्नाटा छाया रहा़ हालांकि दवा व कपड़े की दुकानों में आम दिनों की तरह ही लोगों की भीड़ रही़ ज्यादा परेशानी वाहनों के शोरूम व इलेक्ट्रॉनिक दुकानों के संचालकों को हुई़ इधर, जीएसटी लागू होने से रेलवे के वातानुकूलित श्रेणी में सफर करना थोड़ा महंगा हो गया है.
रांची : एक जुलाई से जीएसटी (गुड्स एंड कमोडिटी टैक्स) लागू हो गया. पहले दिन शनिवार को बाजार पूरी तरह से जीएसटी के फेर में उलझा दिखा. इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद व दो पहिया-चार पहिया वाहन से लेकर अन्य उत्पादों की बिक्री बंद रही. बाजार से ग्राहक भी गायब रहे. जीएसटी को लेकर व्यापारी काफी परेशान दिखे. कई व्यापारी चार्टर्ड एकाउंटेंट के साथ दिन भर माथापच्ची करते दिखे. न केवल व्यापारी, बल्कि ग्राहक भी सिस्टम अपडेट के चक्कर में फंस कर उलझे दिखे.
बिलिंग नहीं होने से बिक्री बंद : जीएसटी को लेकर अलग-अलग उत्पादों में टैक्स व एचएसएन कोड सहित अन्य चीजें अपडेट नहीं होने के कारण बिक्री ठप रही. दिन भर दुकानें व शो रूम खोल कर व्यापारी बैठे रहे.
ह्वाट्स एप पर घूमता रहा बिल : व्यापारी इतने परेशान दिखे कि दूसरी जगहों से बिल मंगाते रहे. ह्वाट्स एप पर यह बिल घूमता रहा. बिल के प्रारूप का वे अध्ययन करते दिखे. सबसे ज्यादा परेशान एफएमसीजी आइटम की बिक्री करने वाले व्यापारी दिखे.
सिस्टम अपडेट नहीं, तो करना पड़ा बंद : जीएसटी में किस टैक्स दर पर बिल काटा जायेगा. इसके लिए सिस्टम अपडेट नहीं होने से कई दुकानों को बंद कर देना पड़ा. शनिवार को डंगराटोली चौक स्थित रिलायंस ट्रेंड्स ने दोपहर बाद शो रूम का शटर आधा गिरा दिया. गार्ड लोगों को अंदर जाने से मना कर रहे थे. नोटिस लगा दिया गया था कि जीएसटी के लिए स्टोर तैयार हो रहा है. जल्द ही शो रूम खोला जायेगा.
इलेक्ट्रॉनिक बाजार में सन्नाटा : इलेक्ट्रॉनिक बाजार में पूरी तरह से सन्नाटा पसरा रहा. बिल नहीं दिये जाने के कारण खरीदार लौट जा रहे थे. दुकानें समय पर खुलीं, लेकिन खरीद-बिक्री प्रभावित रही. कई इलेक्ट्रॉनिक कंपनियों से रेट नहीं मिलने के कारण सामान की बिक्री नहीं हो पायी. दुकानदारों का कहना था कि शनिवार और रविवार को कॉरपोरेट ऑफिस बंद रहेंगे. इस कारण सोमवार से पहले कंपनी से रेट नहीं मिल सकेगा. कंपनी की साइट अपडेट होने के बाद ही बिलिंग हो सकेगा, जबकि कुछ डीलर मैनुअल बिल पर बिक्री कर रहे थे.
कपड़ों में छूट का लाभ उठाते दिखे लोग : रेडिमेड कपड़ों की दुकानों में लोगों की अच्छी-खासी भीड़ दिखी. जीएसटी लागू होने के बाद भी छूट का लाभ मिलने से लोग काफी खुश दिखे. लोगों ने मनपसंद कपड़ों की खरीदारी की.
दो पहिया व चार पहिया वाहन बाजार
जीएसटी के पहले दिन दो पहिया व चार पहिया वाहन बाजार में भी सन्नाटा दिखा. शो रूम पहुंचने वाले ग्राहकों से कहा गया कि आप बुकिंग कर सकते हैं. अभी कंपनी से फाइनल रेट लिस्ट नहीं आया है. रेट लिस्ट आने के बाद ही कीमत तय होगी.
बिलिंग में दिक्कत हुई
बड़े व्यापारियों को छोड़ कर मध्यम श्रेणी के व्यापारी माथापच्ची करते दिखे. एफएमसीजी के आइटमों की लंबी श्रेणी होने के कारण बिलिंग में काफी दिक्कत हुई. कई व्यापारी के पास एचएसएन कोड नहीं था. कैसे बिलिंग होगी, इसकी जानकारी नहीं होने से वे परेशान दिखे. यही नहीं, जीएसटी को लेकर 10-15 दिन पहले से कंपनियों ने माल देना बंद कर दिया था. छिटपुट रूप से माल मिल रहा था.
राशन दुकानें : नहीं दिखा असर
रांची. जीएसटी लागू होने के बाद राजधानी रांची में पहले दिन लोगों ने विभिन्न मॉल व गली-मोहल्ले की दुकानों में खाद्य पदार्थों की खरीदारी की. मॉल से खाद्य पदार्थ खरीदने वालों का कहना था कि जीएसटी लागू होने से महंगाई बढ़ी है. वहीं अन्य प्रतिष्ठानों व गली-मोहल्ले की राशन दुकानों से सामान खरीदने वालों का कहना था कि दरों में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है.
